इन्हें अपनी पिच पर लाइये, आप जीतेंगे… हमेशा जीतेंगे

लोग कह रहे हैं अरविंद केजरीवाल की फ्री-फन्ड की राजनीति जीती है तो भाजपा को भी यही राजनीति करनी चाहिए।

पूरी तरह असहमति है। वामपंथी यही करते हैं… वे जीतें या हारें, उनका नैरेटिव हमेशा जीतता है। भाजपा हारी है तो यह हिंदुत्व की हार है और भाजपा को हिंदुत्व छोड़कर फ्री-फण्ड वाली राजनीति करनी चाहिए।

आप तब अच्छा खेलते हैं, जब आप अपनी पिच पर खेलते हैं। फुटबॉल के खिलाड़ी के हाथ में क्रिकेट का बल्ला काम नहीं आता। यह फ्री-फण्ड की राजनीति वामियों की होम पिच है। आप इस पर उनसे जीत ही नहीं सकते।

आप एक चीज फ्री करेंगे, वे दस फ्री कर देंगे। क्योंकि उनका कुछ नहीं आता जाता। इससे अर्थव्यवस्था चौपट हो जाएगी, देश बर्बाद हो जाएगा… उन्हें इससे क्या फर्क पड़ेगा? वे यही तो चाहते हैं।

आप गलत सोचते हैं कि वे चुनाव जीतना और सत्ता पाना चाहते हैं। वे देश की बर्बादी चाहते हैं, और सत्ता में रहकर वे यह बेहतर कर सकते हैं। पर अगर भाजपा ही उनका यह काम खुद कर दे तो उन्हें क्या शिकायत हो सकती है?

आप इन्हें अपनी पिच पर लाइये, आप जीतेंगे… हमेशा जीतेंगे। जब भी और जहाँ भी हिंदुत्व मुद्दा बना है, भाजपा कभी नहीं हारी है। भाजपा को उनके खेल में उतरने की गलती कभी नहीं करनी चाहिए।

उन्हें अपनी पिच पर लेकर आइये। हिंदुत्व को मुद्दा बनाइये, राष्ट्रवाद का प्रश्न जीवित रखिये। लोगों की सोच में हिंदुत्व और राष्ट्रवाद जगाइए और उन साधनों पर वापस कब्ज़ा कीजिये जो लोगों की सोच निर्धारित करते हैं… मीडिया, शिक्षा, कला और इतिहास लेखन…

ये ही सत्ता और शक्ति के स्रोत हैं। ये ही राष्ट्रवाद और हिंदुत्व की लौ जलाएंगे। और राष्ट्रवाद तो एक आग है। जब तक हम और आप जीवित हैं, एक भी हृदय में हिंदुत्व और राष्ट्रवाद जीवित है… हम नहीं हारे हैं। यह आग जलाए रखिये, इसपर मुफ्तखोरी का पानी मत डालिये।

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