हम भारतीयों को ठेठ गंवार और मूर्ख समझते राहुल गांधी

पिछले 4-5 दिनों से अपने भाषणों में राहुल गांधी को यह राग अलापते देख सुन रहा हूं कि मेरे पिता, मेरी मां, मेरे परिवार के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चाहे जितने आरोप लगाएं, पर मैं उनके माता पिता और परिवार के खिलाफ एक शब्द नहीं बोलूंगा।

हम भारतीयों को सम्भवतः ठेठ गंवार और मूर्ख समझते हैं राहुल गांधी। यही कारण है कि उपरोक्त राग अलाप कर हम भारतीयों को बरगलाने की कोशिश कर रहे हैं। अतः उनको आईना दिखाना ज़रूरी है।

तो सुनिए राहुल गांधी…

इस देश के सर्वाधिक यशस्वी प्रधानमंत्री की लगभग 98 वर्षीय उस मां के खिलाफ आपका बोलना तो दूर, उनके साथ अपनी मां की तुलना करने की आपकी कोई कोशिश भी जघन्य पाप से कम नहीं होगी। मेरे यह लिखने के कारण बहुत हैं और वो सभी कारण एक-दूसरे से अधिक शर्मनाक हैं। लेकिन फिलहाल 2-3 ही गिनवाए देता हूं…

पहला : 12 साल गुजरात के मुख्यमंत्री और 5 साल इस देश के प्रधानमंत्री रह चुके नरेन्द्र मोदी की मां के खिलाफ कभी 5 रूपये के भ्रष्टाचार के आरोप की तो बात छोड़ो, कभी ऐसी कोई अफवाह तक नहीं सुनी जबकि केवल देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया देख और जान रही है कि आपकी मम्मी 5000 करोड़ रूपये के घोटाले/ फर्जीवाड़े में पिछले 4 वर्षों से ज़मानत पर बाहर हैं।

अगस्टा वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घूस काण्ड से लेकर कुख्यात दलाल क्वात्रोचि तक से आपकी मम्मी के गहरे घनिष्ठ सम्बन्धों की चर्चा देश ही नहीं पूरी दुनिया में होती है। उन चर्चाओं के कारण किसी भी स्वाभिमानी भारतीय का सिर शर्म से झुक जाता है। जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मां की चर्चा यदाकदा कभी किसी समाचार माध्यम में जब होती है तो उस चर्चा को पढ़कर करोड़ों भारतीयों का शीश उनके सम्मान में श्रद्धा से झुक जाता है।

दूसरा : 12 साल गुजरात के मुख्यमंत्री और 5 साल इस देश के प्रधानमंत्री रह चुके नरेन्द्र मोदी की मां को यह अधिकार था कि अपने पुत्र के साथ उन राजप्रासादों में रहतीं जिन्हें आजकल मुख्यमंत्री आवास और प्रधानमंत्री आवास कहा जाता है। लेकिन उन्होंने ऐसा करने के बजाय अपने दूसरे पुत्र के साथ 2-3 कमरों के मकान में ही रहने का फैसला किया।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ऐसी सादा जीवनशैली वाली सहज, सरल, संतोषी प्रकृति की मां की तुलना आप अपनी उस मम्मी से कैसे कर सकते हो जो मात्र एक साधारण सांसद है, किसी संवैधानिक पद पर नहीं है। इसके बावजूद सांसदों को मिलने वाले फ़्लैट या छोटे बंगलों के बजाय आपकी मम्मी सोनिया गांधी 10 जनपथ नाम के जिस सरकारी बंगले में रहती हैं उसका एरिया 1,63,408 वर्गफुट है। उस एरिया में किराए के न्यूनतम बाज़ार भाव से बंगले का किराया 4 से 5 करोड़ रूपए प्रतिमाह होता है।

अब बात दोनों के पिताओं की…

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्व. पिता के विषय में जब कभी चर्चा होती है तो यही चर्चा होती है कि वो बहुत विपन्न थे और चाय की अपनी छोटी सी दुकान के द्वारा जैसे तैसे पूरे परिवार का जीवनयापन करते थे।

लेकिन उनके विषय में ऐसी कोई चर्चा किसी ने ना कभी पढ़ी, ना सुनी कि वो अपनी विपन्नता के कारण चोरी, डकैती, तस्करी, दलाली करने लगे थे। जबकि देश के सबसे वैभवशाली परिवार में जन्में आपके पिताश्री के भ्रष्ट कारनामों/ करतूतों पर एक बहुत मोटी किताब लिखी जा सकती है। यह कोई गोपनीय तथ्य या रहस्य नहीं है।

और अंत में बस एक छोटा सा आग्रह कि आप अपने निकटतम सम्बन्धियों से लेकर दूरदराज तक के रिश्तेदारों में से केवल एक ऐसे परिवार का नाम बता दीजिए जिसकी सम्पत्ति से अधिक सम्पत्ति प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निकटतम सम्बन्धियों से लेकर दूरदराज तक के रिश्तेदारों में से किसी एक के पास हो।

अतः हम भारतीयों को ठेठ गंवार और मूर्ख समझ कर यह अहसान मत लादिए राहुल गांधी कि… मैं नरेन्द्र मोदी के माता पिता और परिवार के खिलाफ एक शब्द नहीं बोलूंगा। क्योंकि सच तो यह है कि उनके खिलाफ बोलने की आपकी कोई भी कोशिश ‘सूरज पर थूकने’ की कोशिश सिद्ध होगी, जो आप पर और आपकी मम्मी पर बहुत भारी पड़ेगी।

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