अमेरिका ने ओसामा बिन लादेन (दिग्विजय सिंह के ओसामा ‘जी’) के बेटे हमज़ा का ठिकाना बताने वाले को 1 मिलियन डॉलर (करीब 7 करोड़ रुपये) का इनाम रखा है।
अमेरिका ने 2 मई, 2011 को पाकिस्तान के एबटाबाद में ओसामा बिन लादेन को मार गिराया था।
अब अमेरिका का कहना है कि हमज़ा ने अपने पिता बिन लादेन का बदला लेने के लिए धमकी दी है।
लादेन की मौत के बाद से उसका कुछ पता नहीं है। ऐसा अंदाजा लगाया गया है कि वो पाकिस्तान, अफ़ग़ानिस्तान, सीरिया या ईरान में नज़रबंद हो सकता है।
बाकी देशों का तो पता नहीं मगर यदि हमजा पाकिस्तान में हुआ (जैसी पूरी उम्मीद है, वहीँ होगा) तो वो पाकिस्तान की सुरक्षा में होगा जैसे बिन लादेन वहां रह रहा था।
ये बात अर्थहीन होगी कि पाकिस्तान को उसका (लादेन) का पता नहीं था।
लेकिन हमज़ा पर इनाम घोषित करने से पहले अमेरिका ने अप्रैल, 2012 में हाफिज़ सईद (दिग्विजय सिंह के लिए हाफिज ‘साहब’ और सुशील कुमार शिंदे के लिए ‘श्री’ और ‘Mr’ हाफिज़) के लिए 10 मिलियन डॉलर का इनाम रखा था।
अमेरिका ने 7 साल में हाफिज़ सईद को नहीं पकड़ा जबकि उसे पकड़ना अमेरिका के लिए बाएं हाथ का काम था।
हाफिज़ सईद पाकिस्तान में बड़े आराम से रह रहा है, चुनाव लड़ा और रैलियां करता है जिनमें खड़े हो कर नरेंद्र मोदी को गालियां और धमकी देता है जबकि कांग्रेस और बरखा दत्त की पीठ थपथपाता है।
अमेरिका पाकिस्तान को अगर एक भड़क मारे तो अगले दिन पाकिस्तान हाफिज़ को पकड़ कर अमेरिका के चरणों में चढ़ा देगा। ऐसा क्यों नहीं कर रहा अमेरिका, समझ से परे है।
जो हाफिज़ हाथ आ सकता है, जब उसे नहीं पकड़ रहे तो हमज़ा पर इनाम रखने का क्या फायदा!
वैसे कंगाल पाकिस्तान को चाहिए हाफिज़ को अमेरिका को सौंप कर फ्री में 10 मिलियन डॉलर कमा ले, और यदि हमज़ा को भी छुपा रखा है तो 1 मिलियन डॉलर उससे भी कमा ले… कुछ तो सहारा लग जायेगा।