भारत में धर्म परिवर्तन का खेल अब लोगों की जान भी लेने लगा है।
दानवी वहाबी मान्यताओं को बढ़ाने में लगे हैं ये लोग और उनके कारनामे… अगर आप अभी भी आँखें मूँद के बैठे हैं तो यही हश्र होना शेष है।
तमिलनाडु के Thanjavur यानी कि तन्जौर में PMK के समर्पित कार्यकर्ता थे रामलिंगम…
रामलिंगम दलित भी थे… वो दलितों के लिए अनेकों कार्यक्रम भी चलाते थे… इस इलाके में दलित लोगों का धर्म परिवर्तन कराने के लिए मौलवियों और इस्लामी कार्यकर्ताओं का दल आता था जिसका रामलिंगम विरोध करते थे…
रामलिंगम का विरोध तार्किक था… इस वीडियो को देखें… किसी तमिल के जानकार को वीडियो को सुनवा कर मतलब समझिए…
रामलिंगम का कहना है कि…
” …आप अपने धर्म का प्रचार करो, अपने तरीके से अपनी मान्यताएँ अपनों के बीच मानो, हमको कोई आपत्ति नहीं है… अपने धार्मिक काम अपने स्थलों में करो, हमारे बीच नहीं और न ही हमारे बस्तियों में… हम आपके बीच अपना धार्मिक अनुष्ठान नहीं करते… हम आपके बीच धर्म परिवर्तन का काम नहीं करते तो आप हमारे लोगों और हमारी बस्तियों में क्यों आते हो…”
रामलिंगम ने उनको हिन्दू के बारे में समझाते हुए बताया कि “हिन्दू तो सबको मान्यता देता है… हिन्दू कभी मुसलमान के खिलाफ नहीं रहा – हम अपना भगवान पूजते हैं आप अपना अल्लाह को पूजो … हिन्दू तो आपकी टोपी भी पहन लेता है…”
ये कहते हुए उन्होंने एक इस्लामी क्लेरिक के सर से उतार के टोपी पहन ली… और साथ में ये भी कहा कि “हमने तो आपकी टोपी अपने सर पर पहन लिया लेकिन अगर आपका मज़हब इतना लिबरल है तो आप हमारा तिलक लगा के दिखाओ…”
और उन्होंने तिलक आगे बढ़ा दिया…
“मैं मस्जिद आके अल्लाह की पूजा कर लूँगा लेकिन क्या आप मस्जिद में एक हिन्दू तरीके से अल्लाह का पूजा करने दोगे… फिर हमारे बीच में टाँग क्यों अड़ाते हो… हम आपका दिया खा लेंगे लेकिन आप हमारा प्रसादम खाके दिखाओ… तब भाईचारा बढ़ेगा जब आप हमारी मान्यता भी अपनाओ… धर्म परिवर्तन की क्या ज़रूरत…”
उस समय तो बहस बंद हो गई और ये लोग चले गए…
लेकिन रात को धावा बोलकर रामलिंगम के ऊपर कुछ लोगों ने हमला कर दिया… उनके दोनों हाथ काट दिए… रामलिंगम को हस्पताल ले जाया जा रहा था लेकिन उन्होंने अत्यधिक रक्तस्राव के कारण रास्ते में ही दम तोड़ दिया…
ये धर्म परिवर्तन कराने वाले अरबी पैसों पर पलते दानवी लोगों की तरफ से चेतावनी भी है… अब भी आपकी आँख खुलेगी या नहीं, ये आपके ऊपर निर्भर करता है… आपकी आँखों के खुलने के ऊपर आपका और आने वाली पीढ़ियों का भविष्य टिका है…
Popular Front of India नामक कट्टर वहाबी लेकिन घोषित रूप से सेक्युलर लोगों का कारनामा है ये बर्बर हत्याकाण्ड… इस कारनामे पर ज़ाहिर है कि मीडिया चुप है… किसी भी मीडिया, मानवाधिकार, मोमबत्ती गैंग आदि के प्रोफेशनल कर्मी को रामलिंगम की परवाह नहीं… लेकिन उनको झिंझोड़ने से पहले खुद तो चेतना में लौटिए।