मुख्य समाचार :
- केन्द्र ने अयोध्या में रामजन्म भूमि-बाबरी मस्जिद विवादित स्थल के आसपास की अधिग्रहित 67 एकड़ जमीन इसके मूल स्वामियों को लौटाने की अनुमति के लिए उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर की।
- भारतीय जनता पार्टी ने कहा–कानूनी तरीके से अयोध्या में भव्य राममंदिर बनाने को प्रतिबद्ध।
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विद्यार्थियों से परीक्षा परिणाम की चिंता किये बिना सफल जीवन के लिए ज्ञान अर्जित करने पर ध्यान केन्द्रित करने को कहा।
- पूर्व रक्षामंत्री जॉर्ज फर्नान्डीज़ का नई दिल्ली में निधन। राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने समाजवादी नेता के निधन पर शोक व्यक्त किया।
- नई दिल्ली में बीटिंग द रिट्रीट के साथ ही चार दिन तक चला गणतंत्र दिवस समारोह आज सम्पन्न।
- माउंट मांगानुई में, दूसरे एकदिवसीय महिला क्रिकेट मैच में भारत ने न्यूजीलैंड को आठ विकेट से हराया। तीन मैचों की श्रृंखला में भारत को दो-शून्य की अजेय बढ़त।
समाचार विस्तार से :
केन्द्र ने आज अयोध्या में विवादित स्थल के आसपास की अधिग्रहित 67 एकड़ जमीन इसके मूल स्वामियों को लौटाने की उच्चतम न्यायालय से अनुमति मांगी है। केन्द्र ने याचिका में कहा है कि वह दो दशमलव सात-सात एकड़ विवादास्पद भूमि के आसपास की 67 एकड़ भूमि का अधिग्रहण कर चुका है। याचिका में यह भी कहा गया है कि अधिग्रहीत की गई अतिरिक्त भूमि इसके मूल स्वामियों को वापस करने की मांग राम जन्मभूमि न्यास ने की थी।
इस बीच, भारतीय जनता पार्टी ने आज कहा कि वह कानूनी प्रक्रिया से अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है। पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रकाश जावड़ेकर ने नई दिल्ली में कहा कि मंदिर निर्माण के लिए सभी संवैधानिक प्रक्रियाओं का पालन किया जाएगा।
जो अक्वायर लैंड थी वो देने से जो राम जन्मभूमि न्यास का जो कल्पना होगी उसके लिए रास्ता प्रशस्त होता है और हमें पूरा विश्वास है कि सुप्रीम कोर्ट यह देगा जो 0.3 एकड़ का जो डिस्प्यूटेड लैंड है उसका स्टेट्स क्वो और उसका कानूनी कामकाज चले, कोर्ट का केस चलता रहे लेकिन बाकि जो जमीन है वो सरकार वापस देना चाहती है ओरिजनल लैंड ओनर्स को। यह बहुत बड़ी पहल है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने आज प्रयागराज को पश्चिमी उत्तर प्रदेश से जोड़ने वाले चार लेन के गंगा एक्सप्रेस वे के निर्माण को मंजूरी दी। इसकी लागत लगभग 36 हजार करोड़ रुपये होगी।
प्रयागराज में मंत्रिमंडल की बैठक के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संवाददाताओं को बताया कि ये एक्सप्रेस-वे 600 किलोमीटर लम्बा होगा और इसका छह लेन तक विस्तार किया जा सकेगा।
ये गंगा एक्सप्रेस वे यहां मेरठ, अमरोहा, बुलंदशहर, बदायूं, शाहजहांपुर, फर्रुखाबाद, हरदोई, कन्नौज, उन्नाव, रायबरेली प्रतापगढ़ होते हुए प्रयागराज तक आएगी। ये एक्सप्रेस वे जब बनेगा तो दुनिया का सबसे बड़ा एक्सप्रेस वे होगा।
राज्य मंत्रिमंडल ने कई ढांचागत परियोजनाओं तथा तीर्थ यात्राओं को बढ़ावा देने वाली योजना और कार्यक्रमों को भी मंजूरी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि बुन्देलखण्ड रक्षा विनिर्माण गलियारे के साथ ही 291 किलोमीटर लम्बा बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस वे भी बनाया जाएगा, जिसकी लागत आठ हजार 864 करोड़ रुपये आएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर के पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का आजमगढ़ और आंबेडकर नगर जिले तक विस्तार किया जाएगा।
केंद्र ने प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित छह राज्यों और एक केंद्रशासित प्रदेश को राष्ट्रीय आपदा निधि से सात हज़ार करोड़ रुपये की अतिरिक्त सहायता राशि जारी की है। सहायता पाने वाले राज्यों में हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात और पुद्दुचेरी शामिल हैं।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय समिति ने इस आशय की मंज़ूरी दी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विद्यार्थियों से कहा है कि वे अपना ध्यान पढ़ाई पर केन्द्रित रखें, समय का अच्छा प्रबंधन करें और तनाव को न पालें। वे आज नई दिल्ली में परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में देश-विदेश से आये लगभग दो हजार विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों से बात कर रहे थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि विद्यार्थियों को परीक्षा के नतीजे की चिंता किये बिना ज्ञान अर्जित करने पर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि परीक्षा को एक उत्सव समझकर उसका आनंद लेना चाहिए और जिंदगी को खुशहाल बनाना चाहिए।
क्या ये परीक्षा जिंदगी की परीक्षा है क्या कि उस क्लास की परीक्षा है अगर एक बार मन में तय करें कि भई ये एग्जाम दसवीं कक्षा की है, यह एग्जाम बाहरवीं कक्षा की है। ये मेरी जिंदगी की कसौटी नहीं है अगर इतना सा हम सोच लें तो हमारा जो भार है, बोझ है वो भी कम हो जाएगा और शायद उस एक काम के लिए हमारा फोकस बढ़ जाएगा।
प्रधानमंत्री ने विद्यार्थियों को यह भी सलाह दी कि वे माता-पिता की बात सुने और उस पर ध्यान दें। श्री मोदी ने अभिभावकों से भी कहा कि वे अपनी इच्छाओं को बच्चों पर न थोपें बल्कि उन्हें जीवन में आगे बढ़ने के लिए हमेशा प्रेरित और प्रोत्साहित करते रहें।
आप घर में भी जाओगे तो सुनाएंगे कि देखो मामा का बेटा कितना आगे निकल गया। ये जो कमपेर्जिन है ये मां-बाप ने टीचर ने कभी नहीं करनी चाहिए। उससे उसको बहुत निराशा मिलती है। उसको हतोत्साहित कर देते हैं। हमारा काम होना चाहिए, उसको प्रोत्साहित करना, ठीक है वीक है बच्चा लेकिन वो वीक क्यों हैं क्योंकि आपने 90 प्रसेंट वाले की तुलना करना शुरू किया इसलिए आपको बुरा लगता है।
प्रधानमंत्री से प्रश्न पूछने वाले रोहित ने कहा कि प्रधानमंत्री ने सुझाव दिया कि माता-पिता की अपेक्षाओं से कैसे प्ररेणा ली जाए।
मैंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से पूछा कि हमारे मां-बाप का हमारे ऊपर बहुत उम्मीद रहता है उसका हमारे ऊपर बहुत प्रेशर भी रहता है। मैं पूछा कि आप जब प्रधानमंत्री के रूप में देश के लिए काम करते हैं तो देशवासियों का पूरा उम्मीद आपके ऊपर है तो आपको कैसा लगता है आप इस एक्स्पेक्टैशन्स को कैसे हैंडल करते हो। प्रधानमंत्री ने बहुत अच्छा जवाब दिया हम एक्स्पेक्टैशन्स को अपने प्रेरणा के रूप में लेंगे तो हम अच्छे से परफॉर्म कर पाएंगे।
फरीदाबाद के वंश अग्रवाल ने बताया कि जीवन के लक्ष्य के बारे में उनके सवाल का प्रधानमंत्री का जवाब उनको पसंद आया।
मेरा नाम वंश अग्रवाल है और मैं फरीदाबाद मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल सेक्टर 14 का विद्यार्थी हूं। मेरा जो क्वेशन था वो ये था कि हमें अपना लक्ष्य किस हिसाब से बनाना चाहिए। उस क्वेशन का ऐन्सर नरेन्द्र मोदी जी ने बहुत ही अच्छे से दिया। उन्होंने कहा कि हमें अपने हिसाब से अपने गोल सेट करने चाहिए। हम जो गोल सेट करते हैं उनकी तरफ ध्यान देना चाहिए, उनकी तरफ प्रगति करनी चाहिए।
एक अभिभावक मधुमिता सेनगुप्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री देश के बच्चों के मन को बेहतर ढंग से समझते हैं इसलिए वे प्रधानमंत्री से बहुत ज्यादा प्रेरित हैं।
मेरा नाम मधुमिता सेनगुप्ता है। उन्होंने मुझे इन्स्पाइर किया है कि यह आपर्टूनिटी बन जाए मेरे बेटे के लिए कि वो इस टेक्नॉलोजी को एक अच्छे तरिके से यूज कर पाए।
दुबई, अबुधाबी, शारजाह, उम अल कैन और फुजाइरा में पांच हजार से अधिक भारतीय छात्रों ने आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम का सीधा प्रसारण देखा। छात्रों ने इस बात को सराहा कि प्रधानमंत्री ने प्रोद्योगिकी के इस्तेमाल पर जोर दिया और उनसे बातचीत के दौरान अपने जीवन की घटनाओं का जिक्र किया।
पूर्व रक्षामंत्री और आपातकाल के खिलाफ अग्रणी योद्धा जार्ज फर्नांडीस का आज सुबह नई दिल्ली में निधन हो गया। वे 88 वर्ष के थे। श्री फर्नांडीस मंगलूरू के रहने वाले थे और काफी लम्बे समय से बीमार थे। श्री फर्नांडीस नौ बार लोकसभा और एक बार राज्यसभा के लिए चुने गए। वे केन्द्र में रेलवे, संचार और उद्योग मंत्री रहे।
श्री फर्नांडीस का अंतिम संस्कार कल होगा।
राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने श्री फर्नांडीस के निधन पर शोक व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि ”जार्ज साहब” भारतीय राजनीतिक नेतृत्व के सर्वश्रेष्ठ उदाहरण थे।
हमारे देश के पूर्व रक्षामंत्री श्रीमान जॉर्ज फर्नांडीज उनका निधन हो गया। वे एक जुझारू नेता थे। आपातकाल में, इमरजैंसी में लोकतंत्र की स्थापना के लिए बहुत बड़ा संघर्ष किया था उन्होंने। मैं आभार पूर्वक जॉर्ज साहेब को श्रद्धासुमन अर्पित करता हूं।
विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी श्री फर्नांडीस के निधन पर शोक जताया है।
बिहार सरकार ने श्री फर्नांडीज़ के निधन पर दो दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है। जनता दल यूनाइटिड पार्टी की ओर से आज एक शोकसभा आयोजित की गई जिसमें अध्यक्ष नीतीश कुमार ने दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि दी।
जॉर्ज साहेब के निधन से हम सभी लोग बहुत मरमहात हैं। जो योगदान जॉर्ज साहेब का इस देश की राजनीति में रहा है और जो कुछ भी उन्होंने समाज की सेवा के लिए किया है वो सदैव याद रखा जाएगा।
सूचना और प्रसारण सचिव अमित खरे ने मंत्रालय के विभिन्न मीडिया इकाईयों के बीच अधिक सामंजस्य स्थापित करने पर जोर दिया है ताकि कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी लोगों तक बेहतर ढंग से पहुंचाई जा सके। लखनऊ में आज आकाशवाणी, दूरदर्शन और ब्यूरो ऑफ आउटरिच कम्युनिकेशन विभाग के अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक में श्री खरे ने यह बात कही।
प्रसिद्ध हिन्दी लेखिका चित्रा मुदगल, डोगरी लेखक इन्द्रजीत केसर, कन्नड़ लेखक के जी नागराजरप्पा, और कश्मीरी कहानीकार मुश्ताक अहमद मुश्ताक समेत 24 लेखकों को आज साहित्य अकादमी सम्मान 2018 से नवाजा गया।
साहित्य अकादमी के अध्यक्ष चंद्रशेखर काम्बर ने नई दिल्ली में एक समारोह में ये सम्मान प्रदान किए। ये सम्मान 24 विभिन्न भाषाओं में दिए गए हैं।
नई दिल्ली के ऐतिहासिक विजय चौक पर बीटिंग द रिट्रीट के साथ चार दिन तक चला गणतंत्र दिवस समारोह आज सम्पन्न हो गया।
ऐतिहासिक विजय चौक पर थल सेना, नौ सेना, वायु सेना, राज्य पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के बैंडों ने मनोरम धुन प्रस्तुत किया जिससे दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। कुल 27 धुन प्रस्तुत की गई, जिनमें से 19 धुन भारतीय संगीकारों द्वारा तैयार की गई थी। इसके अलावा 8 विदेशी धुने भी प्रस्तुत की गई। इस भव्य कार्यक्रम का समापन लोकप्रिय धुन “सारे जहां से अच्छा” के धुन से किया गया।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने दूसरे एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच में भी न्यूजीलैंड को हरा दिया है। आज माउंट मॉगानुई में आठ विकेट से जीत दर्ज कर भारत ने तीन मैचों की श्रृंखला में 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है।
स्रोत : http://newsonair.com/