मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने स्पष्ट किया, ‘ईवीएम से ही होंगे देश में चुनाव’

काँग्रेस नेता कपिल सिब्बल की उपस्थिति में हुए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन की तथाकथित हैकिंग के खुलासे के बाद मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने साफ कहा कि वापस बैलट पेपर्स से चुनाव नहीं कराए जाएंगे।

दिल्ली में आज एक कार्यक्रम के दौरान मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा, ‘मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि हम वापस बैलट पेपर्स के दौर में नहीं लौट रहे हैं।’

उल्लेखनीय है कि हाल ही में लंदन में हैकथॉन के दौरान एक कथित साइबर एक्सपर्ट सैयद शुजा ने दावा किया था कि वह ईवीएम डिजाइन टीम के सदस्य थे और भारत में इस्तेमाल हो रही EVM को हैक कर सकते हैं। इस दौरान काँग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल भी आयोजन स्थल पर उपस्थित थे।

सैयद शुजा ने यह भी दावा किया था कि 2014 के लोकसभा चुनावों में धांधली हुई थी। इसके बाद चुनाव आयोग ने दिल्ली पुलिस को खत लिखकर पूरे मामले की जांच की मांग की, जिस पर संसद मार्ग थाने ने FIR दर्ज कर ली।

वहीं, विपक्षी दलों की ओर से भी बैलट पेपर से चुनाव कराने की मांग ने ज़ोर पकड़ लिया। कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल लगातार बैलट पेपर से चुनाव कराने की मांग कर रहे हैं।

इस पर आज सुनील अरोड़ा ने कहा कि हम EVM और VVPAT का इस्तेमाल जारी रखेंगे। उन्होंने आगे कहा, ‘हम किसी भी पक्ष जिसमें राजनीतिक पार्टियां भी शामिल हैं, की आलोचना और फीडबैक का स्वागत करते हैं।’

सुनील अरोड़ा ने यह भी कहा कि हम इन सबसे डरने या परेशान होने वाले नहीं हैं और ऐसे में बैलट पेपर्स का दौर फिर से नहीं लौटेगा।

इस हैकिंग खुलासे के कुछ दिन पहले ही देश के सीईसी सुनील अरोड़ा ने कहा था कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन से छेड़छाड़ नहीं हो सकती है। अरोड़ा ने कहा था, ‘हम अपनी पूरी कोशिश करेंगे और मुझे विश्वास है कि हम एक विश्वसनीय, निष्पक्ष, तटस्थ और नैतिक चुनाव कराने में सफल होंगे।’

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