आशावान होना मनुष्य का स्वभाव है। मोदी सरकार से देशवासियों को उम्मीदें बहुत हैं, और यह उम्मीदें कभी खत्म नहीं होंगी, क्योंकि एक उम्मीद पूरी होती है तो कोई नई उम्मीद जन्म ले लेती है।
मैं सरकार से किसी भी प्रकार की कोई उम्मीद रखता ही नहीं हूं, क्योंकि जब हमारी उम्मीदों पर सरकार खरी नहीं उतरती तो हमें बहुत दुख होता है इसलिए इससे बेहतर है कि कोई उम्मीद ही न रखी जाए।
आज वर्तमान में भारत का नेतृत्व मोदी सरकार के हाथ में है। मैं इतना ज़रूर कह सकता हूं कि यह सरकार जो भी करेगी अच्छा ही करेगी, सबके लिए करेगी।
नरेंद्र मोदी का चुनाव इस देश में सब कुछ ठीक करने के लिए किया गया है, जो मोदी जी लगातार कर भी रहे हैं, और पूरी तरह इस देश में व्याप्त कुव्यवस्थाओं को हमेशा हमेशा के लिए समाप्त कर के ही जाएंगे। बस हमें धैर्य के साथ मोदी जी के नेतृत्व को थोड़ा समय और देना चाहिए।
कुछ दिनों बाद बजट पेश होने वाला है और बहुत से लोग आयकर में छूट को लेकर बहुत आशान्वित हैं। यदि आपकी आशा के अनुरूप बजट में आपको छूट नहीं मिली तो आपको बुरा लगेगा। इसलिए ऐसी आशा/ उम्मीद ही मत रखिए ताकि बाद में आपको निराश ना होना पड़े।
अब जैसे कभी किसी ने यह नहीं सोचा होगा कि आर्थिक आधार पर आरक्षण भारतीय संविधान की सत्यता बन जायेगा। और यह तो सपने में भी नहीं सोचा होगा कि गरीब सवर्णों को 10% आरक्षण कभी मिलेगा।
आज मोदी सरकार की वजह से यह भारतीय संविधान की हकीकत बन चुका है। यदि हमको ऐसा होने की उम्मीद होती तो आज जितनी खुशी हो रही है उतनी खुशी नहीं होती।
तीन राज्यों में भाजपा की जीत को लेकर मैं आशान्वित था, पर परिणाम ने मुझे निराश किया। अपने इन्हीं अनुभवों के आधार पर मैं यह कह रहा हूं कि बिल्कुल आशा मत रखिए सरकार से, मोदी सरकार जो भी करेगी सब अच्छा ही करेगी। आखिर सब अच्छा करने के लिए ही तो हमने इस सरकार को चुना है।