पूरे विश्व में ननों के साथ बलात्कार और यौन शोषण काण्ड सामने आ रहे हैं। इनमें सबसे अधिक आरोप कैथोलिक पादरियों पर हैं।
एसोसिएटिड प्रेस ने भारत में ऐसे काण्डों की पड़ताल की, जिसमें ननों के साथ यौन शोषण किया गया। इस ननों ने अपने और दूसरी ननों के साथ हुए कुकर्मों की घिनौनी घटनाएं एसोसिएटिड प्रेस को बताई हैं।
यह घटनाएं इसलिए भी अधिक होती हैं, क्योंकि पीड़ित नन चुप रह जाती हैं। ननों ने कहा कि हमारे साथ दुर्व्यवहार तो अब सामान्य बात है। अधिकतर सिस्टर्स पादरियों की यौन क्रियाओं के बारे में बता सकती हैं। अनेक ननें अपना नाम न बताने की शर्त पर ही सच बताने के लिए राजी होती हैं।
एक नन ने इस बार साहस दिखाते हुए खुलकर अपनी बात सामने रखी। उसने सबसे पहले अपनी शिकायत चर्च के अधिकारियों से की, लेकिन वहां कोई सुनवाई नहीं हुई। विवश होकर इस 44 वर्षीय नन ने पुलिस में बिशप की शिकायत की और बताया कि 2 बरस में वह 13 बार यौन शोषण का शिकार हुई।
ननों ने सामूहिक विरोध प्रदर्शन करते हुए बलात्कारी बिशप को गिरफ्तार करने की मांग की। इस घटना ने भारत के कैथोलिक समुदाय को विभाजित कर दिया। अभियुक्त और उसका समर्थन करने वाली ननें अब पीड़ित ननों के विरोध में हैं।
सिस्टर जोसफीन ने बताया कि हम सत्य के साथ खड़ी हैं पर कुछ इसाई हम पर आरोप लगा रहे हैं- तुम चर्च के खिलाफ काम कर रही हो। तुम लोग शैतान की पूजा कर रही हो।
एक घटना के बारे में वह बताती हैं कि एक रात बिशप जबरदस्ती एक नन के कमरे में घुस गए और उसे पकड़कर चूमने लगे। उन्होंने शराब पी रखी थी। इस नन ने अपनी मां को पूरी घटना बताई और चर्च के अधिकारियों से लिखित शिकायत की। लेकिन पादरी का बाल बांका नहीं हुआ, सारे अधिकार उसी के पास रहे।
[Nuns in India tell AP of enduring abuse in Catholic church]
एक नन बताती है कि जब वह आईं तो किशोरी ही थीं, तब गोवा से एक बड़ा पादरी कैथोलिक केंद्र में आया। वह मुझे पकड़ कर चूमने लगा। उसने जबरदस्ती मेरी छाती को भी चूमा। इस नन ने हिम्मत करके अपनी वरिष्ठ नन से कहा कि अन्य किशोरियों को इस पादरी के पास न भेजें। लेकिन वरिष्ठ नन ने पादरी की कोई आधिकारिक शिकायत नहीं की।
एक वरिष्ठ नन ने आरोप लगाया था कि लाटिन डायोसीज ऑफ जालंधर के बिशप फ्रेंको मुलक्कल ने उसका कई बार रेप किया। मुलक्कल ने स्पष्टीकरण दिया कि मनचाही पोस्टिंग पाने के लिए नन मुझे ब्लैकमेल कर रही है।
मुलक्कल केवल 3 सप्ताह जेल में रह कर न्यायपालिका की कृपा से जमानत पर बाहर आ गया। समान से आरोप में आसाराम कई बरस से जेल में है। केरल के अनेक इसाई, पादरी मुलक्कल को बलात्कारी नहीं, नायक मानते हैं।