यह कहावत ठीक ही है कि जब गीदड़ की मौत आती है तो शहर की तरफ भागता है।
जिस तरह से प्रधानमंत्री मोदी और उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी के लिये अपशब्दों का प्रयोग करने का प्रयोग कांग्रेस कर रही उससे तो यही लग रहा है कि कांग्रेसी गीदड़ों ने शहर की दिशा पकड़ ली है।
पूर्व में जिस तरह की भाषा का प्रयोग राहुल गांधी और उसके सेवक करते रहे हैं उससे दो हाथ आगे जाकर राहुल गांधी व पाकिस्तानियों के पोस्टर बॉय नवजोत सिंह सिद्धू निकल गया है।
कल अलवर में सिद्धू ने जो योगी आदित्यनाथ को कुत्ता बोला है। ये कोई राजनैतिक वक्तव्य नहीं था बल्कि कांग्रेसी खालिस्तानी सोंच का भौंडा प्रदर्शन था।
नवजोत सिद्धू ने योगी को जो भोगी और कुत्ता कहा है, वो पाकिस्तान द्वारा परोसी बिरयानी का असर है। सिद्धू ने योगी को सिर्फ यह घृणित अपशब्द नहीं कहे हैं बल्कि उसने सीधे सीधे हिंदुत्व के प्रतिष्ठित प्रतीक पर प्रहार किया है।
सिद्धू न बेवकूफ है, और न ही उसने अपने बड़बोलेपन के कारण यह सब कहा है। यह उसके द्वारा जानबूझ कर अपने मेजबान पाकिस्तानियों और खालिस्तानियों को खुश करने के लिए कहा गया है।
सिद्धू ने जो अपने कप्तान राहुल गांधी की शाबाशी लेने के लिए योगी के लिए विषवमन किया है उसकी कीमत भी सिद्धू के साथ राहुल गांधी की कांग्रेस को चुकानी पड़ेगी।
यदि सिद्धू इस गलतफहमी में है कि राजस्थान में उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी को घृणित शब्दो से संबोधित करके वहां कांग्रेस की नाव किनारे लगा देंगे तो सिद्धू बहुत गलत आंकलन कर बैठे है।
मुझको पूरा यकीन है कि चुनाव के दिन, राजस्थान के हिन्दू मिल कर सिद्धू और उसकी कांग्रेस को मुंहतोड़ जवाब देंगे।
यह हम हिन्दुओं की ही कमी रही है कि अपने अपने स्वार्थ में लोगों को इतनी जगह दे दी है कि वे हमारे ही प्रतीकों को हमारे सामने ही गाली देकर निकल जाते है और हम ही उनके लिए तालिया ठोकते हैं।
लोगों को यह हमेशा याद रखना चाहिए कि योगी जी, सिर्फ उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री ही नहीं हैं, बल्कि उससे पहले और उसके बाद भी हिन्दुओं की आस्था के प्राचीन प्रतीक गोरक्षनाथ पीठ के महंत है।
सिद्धू ने मुख्यमंत्री को अपशब्द नही बल्कि गोरक्षनाथ पीठ के महंत को अपशब्द कहे हैं। मेरा दृढ़ विश्वास है कि सिद्धू और कांग्रेस को इसका जवाब सिर्फ राजस्थान में ही नही मिलेगा बल्कि इनको हिन्दू 2019 में ऐसा जवाब देगा कि इन राक्षसों को कुत्ते की मौत भी नसीब नहीं होगी।
कहीं पाकिस्तान में खालिस्तानी अलगाववादियों का नया पोस्टर बॉय तो नहीं बन रहे सिद्धू