भारत में हिंदुओं को आपस में बांधने वाली हिंदुत्व रूपी किसी डोर का अस्तित्व ही नहीं

पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी को ब्रह्मोस मिसाइल प्रॉजेक्ट से जुड़ी जानकारियां देने के आरोप में गिरफ़्तार निशांत अग्रवाल ने हिंदुओं के उस दावे की हवा निकाल दी है जिसके तहत यह दावा किया जाता है कि देश सबसे बड़ा है… हिन्दू-वगैरह होना तो सब बेकार के चोचले हैं।

मेरा मानना है कि भारत में जो व्यक्ति अपने मां-पिता-पूर्वजों द्वारा प्रदत्त सनातनी परंपराओं को सम्मान और श्रद्धा नहीं दे सकता, वह राष्ट्रकर्तव्यों के प्रति कदापि समर्पित नहीं हो सकता।

ऐसे व्यक्ति से हर प्रकार के छल की संभावना होती है… बगैर समीक्षा के निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाज़ी होगी… तो आइए समीक्षा करते हैं…

इस्लामिक विश्वास कहता है कि राष्ट्र… देशभक्ति और लोकतंत्र, इस्लाम के अनुयायियों द्वारा मानने की चीज़ नहीं है… इस्लाम और इस्लामिक अकीदा ही सब कुछ है।

सारी इबादत और सम्पूर्ण विश्वास सिर्फ इस्लाम… अल्लाह… पैगम्बर और निज़ाम ए मुस्तफा के लिए आरक्षित है। इस्लाम के लिए अपने मुल्क के खिलाफ (जैसे कश्मीर) युद्ध करना हो तो पीछे मत हटो।

पूरे ब्रह्मांड के मुसलमानों का एक ही मुल्क होता है… जिसे अल्लाह ने… बरास्ते पैगम्बर पाला-पोसा है… उसे ‘इस्लाम’ कहते हैं।

पाकिस्तान एक इस्लामिक मुल्क है, जिसे यह मानते हुए कि इस्लाम मज़हब सर्वश्रेष्ठ है… इस्लाम किसी और जीवन पद्धति के साथ सहअस्तित्व में नहीं रह सकता।

वापस लौटते हैं निशांत अग्रवाल पर… मेरा पुत्र और निशांत अग्रवाल, रुड़की के एक ही विद्यालय के छात्र रहे थे… निशांत एक वर्ष सीनियर था…

निशांत के पिता स्थानीय मेडिकल कॉलेज में MBBS, MD चिकित्सक रहे हैं… वहां उन्होंने अध्यापन कार्य भी किया था… काफ़ी आधुनिक विचारधारा वाला यह परिवार है।

निशांत अग्रवाल का पतन… मेरे इस निष्कर्ष को मज़बूत बनाता है कि यह नतीजा बच्चों को अपनी असली जड़ों से दूर रखने का है। यदि ऐसे होनहार बच्चों को पूजा… यज्ञ… सनातन परंपराओं के मार्ग द्वारा हिंदुत्वकृत राष्ट्रवाद के मार्ग पर आगे बढ़ाया जाता तो शायद भारत को एक हिंदू राष्ट्र मानते हुए देश के साथ यह छल न होता, ब्रह्मोस की टेक्नोलॉजी को एक छली औरत के छल में बेच न दिया गया होता… हनीट्रैप में न फंसता यह नौजवान… निशांत अग्रवाल!

एक बार सूचना देने के बाद… ब्लैकमेलिंग के तहत अपने देश के खिलाफ जासूसी करना मजबूरी हो जाती है।

निशांत अग्रवाल को जिस तरह पाकिस्तानियों ने फांसा… गौर कीजिए… हम पाकिस्तान में विगत 20 वर्षों में ऐसा कुछ नहीं कर पाए! पाकिस्तान में… पाकिस्तान के खिलाफ सिंध, बलोचिस्तान और POK में एक अच्छी-खासी असंतुष्ट जमात है…

हम पाकिस्तानियों में इस लिए सेंध नहीं लगा पाए क्योंकि पूरे पाकिस्तान में आपसी मारकाट के बावजूद भारत के खिलाफ पाकिस्तान का जन-साधारण इस्लाम की डोर में मज़बूती से बंधा हुआ है…

निज़ाम ए मुस्तफा की ओर ‘अमार शोनार बांग्ला’

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