अगर हम 2019 के चुनावों के लिए हिंदुत्व को एक मुद्दा बना सकें तो यही हमारी बहुत बड़ी सफलता होगी।
और कोई नाम भर को ही, झूठा ही सही… हिंदुत्व का नाम तो ले… झूठे भी नाम लेंगे तो भी चलेगा। आज का झूठ भी कल को उनकी मजबूरी बन जाएगी।
जय श्री राम बोलिये… हमारा वोट ले जाइए। हमारा वोट बिल्कुल बिकाऊ है…
सच बताऊं तो मुझे भी मोदी बिल्कुल पसंद नहीं है… पर मुझे अपने मुद्दे पसंद हैं।
तो कोई हो जो इन अखबारी और टीवी वाले दलालों पर नकेल कसे, झूठी न्यूज़ पर पाबंदी लगाये और उन्हें जेल भेजे, कश्मीरी पत्थरबाज़ों का जवाब 7.62 की गोलियों से दे तो सामने आए…
और छोटके नेताजी ने सुना है मंदिर बनाने की पेशकश की है… तो आइए, अयोध्या, मथुरा और काशी के पुण्यस्थलों को मुक्त करके मंदिर बनवाइये और मेरा वोट ले जाइए…
मेरा वोट एकदम्मे बिकाऊ है… पर सस्ता नहीं है…
जबतक सही खरीददार नहीं मिलता तब तक तो यहीं पड़े रहने देते हैं मोदी के पास…
चलिए ज़रा खोल के समझा दूं… मेरा एक वोट बिकाऊ है!!! और ये रहा रेट कार्ड…
एक बार वोट देने की कीमत – भारत तोड़ो गैंग को कुचलना, अखबारी दल्लों पर लगाम, राम मंदिर निर्माण।
दो बार वोट देने की कीमत – हलेलुइया गैंग को कुचलना, धर्मांतरण पर प्रतिबंध, जिहादियों के खिलाफ मोर्चाबंदी की तैयारी।
तीन बार वोट की कीमत – मथुरा, काशी के मंदिरों का निर्माण, 370 हटा कर कश्मीर में हिंदुओं की मेजोरिटी सुनिश्चित करना।
और ज़िंदगी भर की गुलामी की कीमत – भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करना।
जिसकी औकात हो खरीद कर ले जाये… बन्दा बिकने को तैयार खड़ा है।
मालिक को हटाकर काबिज़ हुए लुटेरे या उसके वंशज को क्यों माना जाये मालिक!