पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का अंतिम संस्कार आज शाम पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ किया गया। उनके पार्थिव शरीर को उनकी पुत्री नमिता कौल भट्टाचार्य ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मुखाग्नि दी।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्मृति स्थल पर दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि अर्पित की।
थलसेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत, नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा और वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बी. एस. धनोआ ने भी श्री वाजपेयी के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी तथा रक्षामंत्री निर्मला सीतारामन ने भी श्री वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी।
भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक और अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई और श्रीलंका के कार्यवाहक विदेश मंत्री लक्ष्मण किरैला ने श्री वाजपेयी को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। बांग्लादेश के विदेशमंत्री अब्दुल हसन महमूद अली और पाकिस्तान के विधिमंत्री अली जफर सहित अन्य विदेशी गणमान्य व्यक्ति अंत्येष्टि स्थल पर मौजूद रहे।
जैसे ही वाजपेयी जी के निधन का समाचार कल लोगों को मिला वैसे ही सैकड़ों की संख्या में लोग उन्हे श्रद्धांजलि देने के लिए उनके निवास स्थान पर पहुंचे। अटल बिहारी वाजपेयी का पार्थिव शरीर आज सुबह उनके निवास स्थान से भाजपा मुख्यालय लाया गया, जहां बहुत से नेताओं और आम लोगों ने अपने प्रिय नेता को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्हें आखिरी विदाई देने के लिए देश के कोने-कोने से बहुत से लोग दिल्ली पहुंचे। श्री वाजपेयी की शव यात्रा में हजारों की संख्या में आम लोग भी शामिल हुए और रास्ते में लोगों ने पार्थिव शरीर पर फूल बरसाये। इस दौरान रास्ते भर लोग नारे लगाते रहे- “जब तक सूरज चांद रहेगा, अटल जी का नाम रहेगा।” इस पूरी शव यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा पार्टी के तमाम बड़े नेता और मंत्री, पैदल ही पार्टी मुख्यालय से स्मृति स्थल तक पहुंचे, जहां श्री वाजपेयी का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
उत्तर प्रदेश, हरियाणा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और दिल्ली के मुख्यमंत्री तथा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और अन्य नेता स्मृति स्थल पर उपस्थित थे। श्री वाजपेयी का लंबी बीमारी के बाद कल शाम दिल्ली के एम्स में निधन हो गया था।
————————–
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के साथ अपनी यादों को साझा किया है। एक वीडियो संदेश में राष्ट्रपति ने कहा कि श्री वाजपेयी ने अपना पूरा जीवन राष्ट्र को समर्पित कर दिया। इस वीडियो में श्री कोविंद ने एक सांसद के रूप में श्री वाजपेयी के साथ अपने संबंधों का स्मरण किया है।
————————–
राष्ट्रपति ने अटल जी की दत्तक पुत्री श्रीमती नमिता कौल भट्टाचार्य को पत्र लिखकर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा है कि अटल जी के निधन से उन्हें व्यक्तिगत क्षति हुई है। पत्र में श्री कोविंद ने कहा कि अटल जी के साथ उनकी अविस्मरणीय यादें जुड़ी हुई हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि लम्बे सार्वजनिक जीवन में श्री वाजपेयी करोड़ों लोगों से जुड़े हुए थे। वे एक प्रखर चिंतक, वक्ता, कवि, लेखक, सांसद और प्रधानमंत्री रहे। वे भारतीय राजनीति के एक युग थे। श्री कोविंद ने अपने पत्र में कहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री श्री वाजपेयी ने दबाव और चुनौतियों की परिस्थिति में भी सौम्य और निर्णायक नेतृत्व प्रदान किया। राष्ट्रपति श्री कोविंद ने कहा कि उदार हृदय वाले जननायक का देहांत न केवल भारत बल्कि पूरे विश्व में गंभीरता से महसूस किया जाएगा।
————————–
अटल जी को भावपूर्ण श्रद्धा सुमन:-
काल के कपाल पर लिखने-मिटाने वाली अटल जी की आवाज़ भले ही ख़ामोश हो गई हो लेकिन भारतवासियों के दिलों पर उनकी अमिट छाप सदैव रहेगी। अटल जी के जीवन का प्रत्येक पल राष्ट्र को समर्पित रहा। इस महान नेता, प्रख्यात कवि, अद्भुत वक्ता और मिलनसार व्यक्तित्व का जाना, एक युग का अंत है। विलक्षण नेतृत्व, दूरदर्शिता तथा अद्भुत भाषण शैली अटल जी को विशाल व्यक्तित्व प्रदान करते थे। उनका विराट और स्नेहिल व्यक्तित्व लोगों के मन मस्तिष्क में हमेशा हमेशा बसा रहेगा। अटल बिहारी वाजपेयी भारत के दसवें प्रधानमंत्री बने। 16 मई से 1 जून 1996 तक, 19 मार्च 1998 से 19 अक्टूबर 1999 तक और 2 मई 2004 तक भारत के, वे प्रधानमंत्री रहे। अटल जी भारतीय जनसंघ के संस्थापकों में एक थे, और 1968 से 1973 तक उसके अध्यक्ष भी रहे। अटल जी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार के पहले प्रधानमन्त्री बने। उनकी मंत्री परिषद में 24 दलों का गठबंधन था, जिसमें 81 मन्त्री थे। श्री अटल बिहारी वाजपेयी कुशल राजनीतिज्ञ होने के साथ-साथ बेहद संवेदनशील कवि थे। अटल जी का एक प्रसिद्ध काव्यसंग्रह मेरी इक्यावन कविताएँ है। उन्हें काव्य रचनाशीलता के गुण विरासत में मिले थे।
————————–
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि देश के प्रति पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के महान योगदान का शब्दों में उल्लेख नहीं किया जा सकता। श्री वाजपेयी के अंतिम संस्कार के बाद संदेश में श्री मोदी ने कहा कि देश के विभिन्न भागों और समाज के प्रत्येक वर्ग के लोगों ने महान नेता को श्रद्धांजलि अर्पित की। श्री मोदी ने कहा कि अटल जी हर भारतीय के दिलो-दिमाग पर छाये रहेंगे।
————————–
इस बीच, विश्व के विभिन्न देशों ब्रिटेन, रूस, अमरीका, जापान, बंगलादेश, श्रीलंका, चीन और नेपाल ने भी श्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
————————–
अमरीका में भारतीय समुदाय और संस्थानों ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी के देहांत पर गहरा शोक व्यक्त किया है। अमरीकी भारतीय फाउंडेशन ने कहा है कि उनके संगठन को श्री वाजपेयी के देहांत की खबर सुनकर गहरा दुख हुआ है।
————————–
चीन ने भी श्री वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी है। विदेश मंत्रालय के एक वक्तव्य में कहा गया है कि श्री वाजपेयी एक महान राजनेता थे। उन्होंने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया।
————————–
लोकप्रिय नेता के सम्मान में सात दिन के राजकीय शोक की घोषणा की गई। गृह मंत्रालय की विज्ञप्ति में कहा गया है कि पूरे देश में 22 अगस्त तक राष्ट्रीय ध्वज झुका रहेगा।
————————–
उत्तर प्रदेश में सभी वर्गों के लोगों ने अपने प्रिय नेता अटल बिहारी वाजपेयी को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। हमारे लखनऊ संवाददाता ने खबर दी है कि राज्य सरकार ने श्री अटल बिहारी वाजपेयी के सम्मान में अनेक कार्यों की घोषणा की। विद्यार्थी, व्यापारी, राजनीतिक कार्यकर्ता और अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने बड़ी संख्या में राज्यभर में श्रद्धांजलि सभा में भाग लिया।
प्रदेशभर में छात्रों, व्यापारियों, राजनीतिक कार्यकर्ताओं और बड़ी संख्या में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने विभिन्न कार्यक्रमों और श्रद्धांजलि सभाओं के जरिए अपने प्रिय नेता को याद किया। वाराणसी में दशास्वमेध घाट पर गंगा आरती में अटल जी को श्रद्धांजलि देते हुए 151 दीपों को प्रजवलित किया गया और उन्हें गंगा में प्रवाहित किया गया। यहां पर ट्रांसजेंडर समुदाय के लोगों ने काशी विश्वनाथ मंदिर के सामने मोमबत्तियां जलाकर स्वर्गीय नेता को श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की है पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियों को राज्य की सभी प्रमुख नदियों में प्रवाहित किया जाएगा। इसके साथ ही सरकार ने अटल जी की स्मृतियों को स्थाई रूप देने के लिए विशिष्ट कार्यों को शुरू कराने का ऐलान किया है।
————————–
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज शाम केरल रवाना हो गए हैं। वे वहां बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। श्री मोदी ने दिन में केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से फोन पर बात की और राज्य में बाढ़ की स्थिति के बारे में जानकारी ली। बातचीत में दोनों नेताओं ने राज्य में चलाये जा रहे बचाव कार्यों की समीक्षा की।
————————–
वर्षा से बुरी तरह प्रभावित केरल में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा है कि बाढ़ में फंसे हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि केन्द्रीय बल और राज्य सरकार संयुक्त रूप से बचाव कार्य में लगे हुए हैं। पिछले नौ दिनों के दौरान 171 लोग अपनी जान गवां चुके हैं।
बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित पलक्कड़, कन्नूर, त्रिशूर, एर्नाकुलम और पठानमथिट्टा जिलों में आज सात लोगों की मौत हो गई। राज्य भर में लगभग दो लाख पच्चीस हजार लोग एक हजार 568 राहत शिविरों में हैं। पेरियार में जल स्तर घटने से एर्नाकुलम के आसपास बचाव अभियान तेजी से चल रहा है। हालांकि इडुक्की, त्रिशूर आलप्पुषा और आसपास के जिलों के कई क्षेत्रों में हजारों लोग अभी भी फंसे हुए हैं। हेलीकॉप्टरों की सहायता से लोगों को भोजन और पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है।
————————–
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने बाढ़ प्रभावित राज्य केरल को दस करोड़ रुपये की सहायता देने की घोषणा की है।
उधर, तेलंगाना सरकार ने भी केरल को 25 करोड़ रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है।
दिल्ली सरकार ने केरल में बाढ पीडितों की मदद के लिये दस करोड़ रूपये देने का फैसला किया है।
————————–
तमिलनाडु के थेनी और मदुरई जिलों में बाढ़ की चेतावनी जारी की गई है। कावेरी और भवानी नदियों के तट पर बसे लोगों को सुरक्षित स्थानों जाने की सलाह दी गई है।
————————–
गुजरात में लम्बी प्रतीक्षा के बाद आज सुबह सौराष्ट्र, उत्तर गुजरात और दक्षिण गुजरात के अनेक भागों में मुसलाधार वर्षा हुई। भावनगर, मोरबी, पंचमहाल, अहमदाबाद, नर्मदा, नवासारी और डांग जिलों में अच्छी वर्षा हुई है।
————————–
भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरा क्रिकेट टेस्ट मैच कल से नाटिंघम में शुरू होगा। पहले दो टेस्ट जीतकर इंग्लैंड पांच मैचों की श्रृंखला में दो शून्य से आगे है। मैच भारतीय समयानुसार दोपहर बाद साढ़े तीन बजे शुरू होगा। भारतीय टीम के लिये यह मैच सीरीज बचाने का अंतिम मौका होगा।
————————–
11वां विश्व हिन्दी सम्मेलन कल से मॉरीशस में शुरू हो रहा है। सम्मेलन का उद्घाटन मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रवीण कुमार जगन्नाथ करेंगे। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज समेत भारत के कई अन्य मंत्री भी सम्मेलन में भाग लेंगे। इस बार का मुख्य विषय हिन्दी विश्व और भारतीय संस्कृति रखा गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सम्मेलन की सफलता के लिए शुभकामनाएं दी हैं। अपने संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि यह सम्मेलन विश्व में हिन्दी भाषा के प्रयोग और उसकी महत्वपूर्ण भूमिका को और भी बढ़ावा देगा।
————————–
बाम्बे स्टाक एक्सचेंज का सेंसेक्स 284 अंक बढ़कर 37 हजार 948 पर बंद हुआ। निफ्टी भी 86 अंक बढत के साथ 11 हजार 471 दर्ज हुआ।
————————–
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष इमरान खान को पाकिस्तान का नया प्रधानमंत्री चुना गया है। श्री इमरान खान पाकिस्तान के 22वें प्रधानमंत्री के रूप में कल शपथ लेंगे।