आधार नंबर के दुरुपयोग की खबरों के बीच बेशक आप भी चिंतित होंगे कि कहीं किसी ने आपके आधार का गलत इस्तेमाल तो नहीं कर लिया! अपनी चिंता दूर करने के लिए अब आपके पास ऑप्शन उपलब्ध हैं। इन्हीं विकल्पों की जानकारी दे रहे हैं रंजन झा
ऐसे करें पता आधार का दुरुपयोग
– सबसे पहले uidai.gov.in पर लॉनइन करें। यहीं होम पेज पर Aadhaar Online Services के Aadhaar Services सेक्शन में नीचे आपको Aadhaar Authentication History का ऑप्शन दिखेगा। आप resident.uidai.gov.in/notification-aadhaar को टाइप करके भी सीधे इस पेज पर पहुंच सकते हैं। दोनों ही तरीके से आप एक नए पेज पर पहुंच जाएंगे।
– यहां आपको अपना आधार नंबर डालने का ऑप्शन दिखेगा। इसी के नीचे Enter Security Code का ऑप्शन होगा। कोड डालकर Send OTP पर क्लिक करना होगा। क्लिक करने पर आप नए पेज पर पहुंच जाएंगे और आपके आधार नंबर से जुड़े मोबाइल पर एक ओटीपी भी आ जाएगा।
– नए पेज पर आपसे Authentication Type पूछा जाएगा। इस बॉक्स के ड्रॉप डाउन में जाकर आप डेमोग्राफिक, बायोमैट्रिक, ऑल जैसे ऑप्शंस में से All चुन लीजिए। इसी के नीचे Select Date Range पर जाकर जब से जब तक की हिस्ट्री आप देखना चाहते हैं, उसे सिलेक्ट कर लें। Number of Records में जाकर कितने रेकॉर्ड्स आप देखना चाहते हैं, उसे चुन सकते हैं। आप 50 चुन लें।
– इसके बाद OTP के बॉक्स में आपको अपने मोबाइल पर आया ओटीपी टाइप कर ‘Submit’ पर क्लिक करना होगा।
– इस क्लिक के साथ ही आपके सामने आधार के इस्तेमाल की सारी हिस्ट्री खुल जाएगी। किस ऑर्गेनाइजेशन में किस तारीख को आपके आधार नंबर का यूज किया गया, कितने बजे किया गया और वह सफल रहा या नहीं, इसकी जानकारी आपको मिल जाएगी। इस सूचना को आप डाउनलोड भी कर सकते हैं। हालांकि आप यह नहीं जान सकते कि किसने इसे यूज किया था। अगर आपको लगता है कि इनमें से किसी ऑथेंटिकेशन को आपने अंजाम नहीं दिया है तो इसकी शिकायत आप UIDAI से कर सकते हैं और भविष्य के लिए अपना आधार सिक्योर कर सकते हैं।
ऐसे करें शिकायत: अगर आपको लगता है कि आपके आधार का दुरुपयोग हुआ है तो आपकी इसकी शिकायत फोन नंबर 1947 पर कर सकते हैं। इस नंबर पर सोमवार से शनिवार सुबह 7 से रात 11 और रविवार को सुबह 8 से शाम 5 बजे तक कॉल कर सकते हैं।
आप help@uidai.gov.in पर भी दुरुपयोग की शिकायत कर सकते हैं।
नोट: आपके मोबइल में UIDAI नाम से 1800-300-1947 नंबर सेव होगा। यह दरअसल, पुराना नंबर है, जो गूगल की तरफ से अपने आप Contact List में जोड़ा गया था। इससे मोबाइल हैकिंग का कोई खतरा नहीं है। बस आप इस नंबर को हटाकर नया नंबर 1947 सेव कर लें।
मिसयूज कैसे रोकें
1. आधार नहीं, यूज करें VID
अगर आप आधार नंबर और उससे जुड़ीं अपनी जानकारियों को खतरे में नहीं डालना चाहते तो आप आधार के वर्चुअल आईडी (VID) का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह 16 अंकों वाला एक तरह का अस्थायी नंबर है, जिसे आप जितनी बार चाहें, जेनरेट कर सकते हैं लेकिन एक तारीख में दो बार नहीं कर सकते। आज VID बनाने के बाद रात 12 बजे के बाद आप नई VID बना सकते हैं। जब तक इसे बदलते नहीं हैं, तब तक यह वैलिड है लेकिन बेहतर है कि अगर आपने किसी के साथ इसे शेयर किया है तो अगले दिन इसे बदल लें ताकि वह दोबारा किसी दूसरे काम के लिए इसका इस्तेमाल न कर सके। किसी भी तरह की KYC पूरी करने लिए या आधार वेरिफिकेशन के लिए सरकार ने इसे आधार के बदले मान्य बनाया है। इसे सिर्फ यूजर ही जनरेट कर सकता है।
इससे आपकी प्रिवेसी सुरक्षित रहेगी। इसे UIDAI की वेबसाइट और मोबाइल ऐप (सिर्फ एंड्रॉयड) की मदद से जेनरेट कर सकते हैं। VID नंबर देने पर किसी ऑथराइज्ड एजेंसी जैसे मोबाइल कंपनियों को नाम, पता और फोटो जैसी सीमित जानकारी ही मिलेगी, जो वेरिफिकेशन के लिए पर्याप्त है।
नोट: फिलहाल कुछ वेंडर VID लेने से इनकार कर सकते हैं पर जल्द ही सबको मशीनी तैयारी पूरी करने के बाद इसे लेना अनिवार्य होगा।
VID कैसे करें जेनरेट
– सबसे पहले यूनीक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया की वेबसाइट (uidai.gov.in) पर जाएं।
– होम पेज पर Aadhaar Services टैब में सबसे नीचे Virtual ID (VID) Generator पर क्लिक करें। आपके सामने एक नया पेज खुल जाएगा।
– यहां आपसे सबसे पहले अपना आधार नंबर डालने के लिए कहा जाएगा। इसके बाद सिक्यॉरिटी कोड टाइप करना होगा। यहीं नीचे Send OTP का ऑप्शन मिलेगा। इसे क्लिक करने पर आधार नंबर से जुड़े मोबाइल पर ओटीपी आ जाएगा।
– इसी पेज पर राइट साइट में ओटीपी एंटर करने का ऑप्शन दिखेगा। ओटीपी डालकर यहां Generate / Retrieve VID में से Generate VID को सिलेक्ट करके Sunmit करें। आपको मोबाइल पर SMS के जरिए 16 अंकों वाला VID मिल जाएगा।
2. करें बायॉमेट्रिक डेटा लॉक
– uidai.gov.in पर लॉगइन करें। यहां Aadhaar Services में Lock/Unlock Biometrics वाले ऑप्शन पर जाएं। एक नया पेज आपके सामने होगा।
– उस पेज पर तय जगह पर UID/VID नंबर डालें और फिर सिक्यॉरिटी कोड। अब Send OTP पर क्लिक करें।
– रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगा। वेब पेज पर ही राइट साइड में ओटीपी बॉक्स दिखेगा। उसमें ओटीपी भरें और क्लिक करें।
– नए पेज पर अब सिक्यॉरिटी कोड डालते ही आपका बायॉमेट्रिक डेटा लॉक हो जाएगा।
– जरूरत पड़ने पर आप बायॉमेट्रिक डेटा को कुछ समय के लिए अनलॉक कर सकते हैं या फिर लॉक को डिसेबल कर सकते हैं।
आधार में फोन जोड़ें: आपके आधार से आपका मोबाइल नंबर लिंक्ड है या नहीं, यह देखें। है तो अच्छी बात और नहीं है तो नजदीकी आधार सुविधा केंद्र में एक फॉर्म भरकर मोबाइल नंबर जरूर रजिस्टर्ड कराएं क्योंकि आधार नंबर के किसी भी तरह के इस्तेमाल के लिए ओटीपी रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ही आता है।
3. QR कोड से करें वेरिफाई
डेटा सिक्यॉरिटी को ध्यान में रखते हुए यूआईडीएआई ने डिजिटली-साइंड क्यूआर कोड की व्यवस्था भी अप्रैल में शुरू की है। इससे भी किसी शख्स का ऑफलाइन वेरिफिकेशन मुमकिन है। इस क्यूआर कोड में डेमोग्राफिक डिटेल्स के साथ यूजर्स की फोटो भी है। क्यूआर कोड बारकोड लेबल की तरह है। बारकोड रीडर की मदद से सर्विस प्रोवाइडर आधार की वेबसाइट पर जाकर वेरिफिकेशन कर सकता है। इसका फायदा यह है कि आपको आधार का प्रिंट आउट सिर्फ आपको दिखाना है, उसे सर्विस प्रोवाइडर को देने की जरूरत नहीं है। इससे आप अपने आधार का बेजा इस्तेमाल रोक पाएंगे। हां, आधार के पुराने प्रिंट आउट पर यह सुविधा काम नहीं करती। इसके लिए आप वेबसाइट पर जाकर नया प्रिंट ले लें।
– राजेश मित्तल के सौजन्य से