पुष्य नखत सिर ऊपर आवा, हौं बिनु नाह मन्दिर को छावा।
पुष्य नखत सिर ऊपर आवा, हौं बिनु नाह मन्दिर को छावा। आजकल सूर्य पुष्य नक्षत्र में गोचर कर रहा है और हमारी दिल्ली जो बारिश को तरसती रहती है वो भी झमाझम बारिश से तर हो गई है। ये पंक्तियाँ मल्लिक मोहम्मद जायसी ने ‘पद्मावत’ में नागमती के विरह का वर्णन करते हुए लिखी हैं। … Continue reading पुष्य नखत सिर ऊपर आवा, हौं बिनु नाह मन्दिर को छावा।
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