समय और टेक्नोलॉजी के साथ बदल जाती है हर चीज़

वक़्त और टेक्नोलॉजी के साथ चीज़ें कैसे बदलती हैं इसके दो किस्से सुना रहा हूँ।

पिछले महीने लखनऊ प्रवास में मेरे बेटे ने Oyo से एक ऐसा होटल बुक किया जिसे हम गूगल मैप और GPS के बिना तो हरगिज़ न खोज पाते।

पर सॉफ्टवेयर क्रांति के कारण दूर दराज का एक गुमनाम होटल पूरी तरह पैक था… सोल्ड आउट…

रात को बिजली चली गयी… होटल ने घंटा भर तो जनरेटर चलाया फिर बंद कर दिया। मैनेजर से शिकायत की तो बोला, मालिक ने मना किया है।

बेटे ने Oyo की हेल्पलाइन से बात की… बोला पैसा AC रूम का लोगे और पंखा तक नहीं चलाओगे?

तीन मिनट के भीतर जनरेटर चालू हो गया… और Oyo ने सॉरी बोला, असुविधा के लिए खेद जताया और उस होटल वाले को तो जो बोलना होगा बोला ही होगा कि नालायक सुधर जाओ वरना कौए चमगादड़ भी नही आएंगे होटल में…

अब सेवा देने के लिए Oyo जिम्मेवार है न कि वो होटल… Oyo का दबाव है होटल मैनेजमेंट पर… वो होटल चल ही रहा है Oyo के कारण…

उसी तरह Red Bus… दिल्ली अमृतसर कटरा जम्मू रुट पर Multi Axle luxury Buses चलती हैं…

Multi Axle गाड़ियों में सस्पेंशन की वो तकनीक है जिसमें ज़रा सा भी झटका नहीं लगता, सड़क चाहे जितनी खराब हो… यात्री को ऐसा लगेगा कि अपने घर में सोया है…

सो दिल्ली अमृतसर या कटरा रुट पर Multi Axle बसें चलती हैं। दिल्ली लखनऊ रुट पर एक भी Multi Axle बस नहीं है।

यात्री सीट बुक करने से पहले सुविधाएं देखता है। बस सेवा की रेटिंग देखता है। यात्रियों के फीडबैक/ कमेंट्स पढ़ता है…

घटिया सेवा को लोग गरियाते हैं… सर्विस provider दबाव में आता है… उधर Red Bus दबाव बनाती है… मजबूरन सेवा सुधारना पड़ती है।

प्राइवेट बसों से आम शिकायत रहती है कि समय से नहीं चलतीं। पिछले दिनों Red Bus से सीट बुक की थी लखनऊ से दिल्ली के लिए। ठीक 10 बजे निकल गई बस… एक मिनट भी लेट नहीं।

अब गंदी बस, गंदे कम्बल और गंदी सीट नहीं चलेगी… बहुत जल्दी आपको लखनऊ दिल्ली रुट पर भी Multi Axle Bus चलती दिखेंगी…

समय और टेक्नोलॉजी हर चीज़ को बदल देती है।

‘उन्हें’ दर्द है क्योंकि उन्हें पता है, मोदी बनारस को क्योटो बना के मानेंगे

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