यूं तो किसी बनी बनाई बात को बिगाड़ने को हम बात का फजीता बनाना कहते हैं, जो फजीहत का ही बिगड़ा रूप है. लेकिन गुजराती लोग इस नाम से आम का एक व्यंजन बनाते हैं, जिसे फजीता कहते हैं.
फजीता एक तरह से कढ़ी ही है लेकिन इसमें पके आम का उपयोग किया जाता है. जिस तरह से कढ़ी पकते समय एक अलग ही खुशबू देती है, वैसे ही आम का फजीता जब पकता है तो उसकी महक से ही आपकी स्वाद कलिकाएँ कुलबुलाने लगती हैं.
इस बारे में बहुत कम लोग जानते हैं. आइये आज हम आपको आम का फजीता बनाना सिखाते हैं. आप भी बनाइये और घरवालों को एक नए व्यंजन का स्वाद चखाइये. जैसा कि मैंने पहले भी कहा है. जीवन में छोटे छोटे परिवर्तन बहुत बड़ा बदलाव लाते हैं. तो इस बार के आम के मौसम में अपनी रसोई में इस व्यंजन को शामिल कीजिये और देखिये आपकी ज़ुबान जो रोज़ रोज़ एक ही तरह के आमरस को खा के बोर हो चुकी है वो कैसे इसके लिए लपलपाती है.
सामग्री
2 खट्टे और 2 मीठे आम बड़े आकार के
3 कप पानी
एक कप खट्टा दही
एक बड़ा चम्मच बेसन
2 चम्मच अदरक हरी मिर्च का पेस्ट
नमक स्वादानुसार
एक छोटी चम्मच शक्कर
तड़के के लिए सामग्री
तेल – दो बड़े चम्मच
एक चुटकी हिंग
1/2 चम्मच राई
2 साबुत लाल मिर्च
थोड़े से करी पत्ते
2 बीच से कटी हरी मिर्च
1 चम्मच मिसी लाल मिर्च
2 चम्मच धनिया पाउडर
विधि
पहले चारों आम को ऊंगलियों से गोल घुमाते हुए नरम कर लें.
फिर उनका रस एक बाउल में निकाल लें.
एक दूसरे बाउल में 3 कप पानी लें.
अब आम की गुठलियों को अच्छे से उस पानी में धो लें, ताकि गुठलियों पर से आम का गुदा निकलकर पानी में आ जाए.
अब इस पानी में दही, बेसन और अदरक मिर्च का पेस्ट अच्छे से मिला लें.
इसमें नमक और शक्कर भी डाल दें.
एक कड़ाही में बघार लगाने के लिए थोड़ा सा तेल डालें.
अब इसमें हींग, राई, जीरा, कटी हरी मिर्च, कढ़ी पत्ता डालकर तड़का लगाएं.
फिर दही आमरस का मिक्चर डालकर मध्यम आंच पर हिलाते हुए तब तक उबालें जब तक बेसन पक न जाए.
अच्छे से उबल आने के बाद ऊपर से लाल मिर्च और धनिया पाउडर डालकर एक उबाल और ले लें.
लीजिये तैयार है आपका आम का फजीता.
बाउल में बचे आम रस को अच्छे से एकसार कर उसमें चुटकी भर नमक, एक छोटा चम्मच शुद्ध घी और भुना पिसा जीरा बुरककर दो पर्त वाली रोटी से खाएं.
दो पर्त वाली रोटी बनाने की विधि अगली बार बताऊंगी. तब तक आम का फजीता और आम रस का मज़ा लें.