मोदी जी पर चलो अच्छा हम भी लिख दें.
अभूतपूर्व प्रधानमंत्री तो हैं ही. कार्यशैली भी साफ और सटीक है. दो मन से कोई हो तो ऐसे काम नहीं कर सकता. एक मन एक निष्ठा से लगे हैं.
सफर में धूप तो होगी, जो चल सको तो चलो.
मोदी जी का ज्ञान भी अद्भुत है. मैंने स्वयं काफी पढ़ा है, पर जैसी विवेचना वो कर देते हैं, विस्मय में डूब जाना होता है.
बैंगलोर में जब शिव जी पर उन्होंने बोला था तब भी आश्चर्य में था, ऐसा तो साधु संत भी नहीं बोल पाते, इनको कहाँ से इतना नॉलेज है.
ये तो इनका पर्सनेलिटी डेवलपमेंट है… जो अभी तक गुजरात में ढूंढ रहे हैं, वो कहीं पीछे पिछड़ चुके हैं, पकड़ पाना मुश्किल है.
क्योंकि मोदी जी तो विकास कर गए, उनकी आलोचना वाले विकसित नहीं हो पाए. यही पॉइंट है.
अब रही राजनीति की बात. इधर उधर की नहीं, जो वो मन की बात कर रहे हैं, वही उनकी राजनीतिक दिशा है. और कुछ कोई ढूंढ भी नहीं पायेगा.
वो उसी में भविष्यवाणी कर रहे हैं. जनता और नेताओं को संकेत कर रहे हैं. कि भईया हमें तो चलना इसी रास्ते पे है. बाकी ठोक के देखा जाएगा. ठोक ही रहे हैं. कंफ्यूज होने का कोई कारण नहीं है.
ये भी कारण नहीं है कि राष्ट्र के प्रधानमंत्री हैं तो ऐसा बोलना पड़ता है. बिल्कुल नहीं है, वो आदमी निष्ठा से ही ऐसा है. वो ईमानदार है इसीलिए पसंद भी है. कांग्रेस ने जो टूटा फूटा भारत हाथों में दिया, उसी को मेहनत से संवार रहे हैं, और कुछ नहीं है.
जो शत्रु हैं उनके, दिखाई भी देते हैं, उनको भी जल्दी समझ लेना चाहिए, भले चंद्रमा पृथ्वी का चक्कर लगाना छोड़ दे, पर वो भारत की सेवा करना नहीं छोड़ेंगे. और मान कर चलिये उनके बराबर का नेता है नहीं, और न पुराने चालू नेता किसी को आने देंगे.
मोदी जी तो राजनीति का सीना चीर कर आये हैं. सब नेताओं के ऊपर होते. बीस पच्चीस साल का कैरियर है और धमक चमक के साथ हैं. आगे ही बढ़ते जा रहे हैं.
नए को तो काफी मेहनत करना पड़ेगी, और टक्कर लेनी पड़ेगी राष्ट्रीय युवराज से. राजनीति इतनी सी छोटी है. जे बात है.
मोदी जी को कसकर पकड़ के रहिये. सौभाग्य से ऐसा नेता किसी देश को मिल पाता है.
Thank You Modi ji to be our honorable Prime Minister