ऊपर दी गयी दोनों फोटो ध्यान से देखें तो पता चलेगा कि अप्रैल 2012 में बोलिविया में हुई एक बस दुर्घटना की फोटो और वीडियो को, जून 2013 में उत्तराखंड में हुई केदारनाथ त्रासदी का फोटो वीडियो बताकर ABP न्यूज़ कई दिनों तक दिखाता रहा और देश की आंखों में धूल झोंकता रहा था.
इसी तरह जून 2010 में यूट्यूब पर अपलोड किए गए किसी लैटिन अमेरिकी देश में हुई एक ट्रक दुर्घटना के 3 साल पुराने वीडियो को जून 2013 में उत्तराखंड में हुई केदारनाथ त्रासदी का फोटो वीडियो बताकर ABP न्यूज़ की ही तरह NDTV भी कई दिनों तक EXCLUSIVE बताकर दिखाता रहा तथा देश की आंखों में धूल झोंकता रहा था.
ABP न्यूज और NDTV की इन करतूतों का उल्लेख आज इसलिए क्योंकि जम्मू के कठुआ में बच्ची के साथ बलात्कार नहीं किए जाने की खबर कल दैनिक जागरण ने पहले पृष्ठ पर पहली खबर के रूप में प्रकाशित की थी. दैनिक जागरण की इस खबर से ABP न्यूज़, NDTV सरीखे न्यूज़ चैनल सदमे में आ गए.
बलात्कार और दर्जनों लड़कियों के यौन शोषण के अपराध में महीनों तक नामज़द और फरार रहे अपने भाई की वजह से कुख्यात रबिश कुमार एवं देश से हज़ारों किलोमीटर दूर अमेरिका में न्यू यॉर्क के भीड़ भरे सर्वाधिक वीवीआईपी चौराहे मेडिसन स्क्वॉयर तक में भी जनता द्वारा लात घूंसों से बुरी तरह कूटा पीटा जुतियाया गए राजदीप सरदेसाई भी तिलमिला गए.
कल तक तो इन सबको को सांप सूंघा रहा. लेकिन अपना झूठ पकड़े जाने के सदमे से जब आज सवेरे उबरे तो दैनिक जागरण पर ही टूट पड़े कि दैनिक जागरण ने गलत खबर छापी है.
याद दिलाना आवश्यक है कि यही सब लोग जनवरी 2016 में तब भी बहुत चीखे चिल्लाए थे कि JNU में ‘पाकिस्तान ज़िंदाबाद’ तथा ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे’ के नारे कभी नहीं लगे.
इन सभी लोगों ने तब Zee न्यूज़ की खबर को सरासर गलत और उसके वीडियो को फ़र्ज़ी घोषित कर दिया था. बाद में अदालत द्वारा करवाई गयी 3-3 फोरेंसिक जांचों में Zee न्यूज़ का वीडियो बिल्कुल सही तथा खबर बिल्कुल सच पायी गयी थी. और Zee न्यूज़ को झूठा बताते रहे यही सब प्रेस्टिट्यूट्स झूठे सिद्ध हुए थे.
आज दैनिक जागरण की जिस खबर को ये पुलिस और उस विवादस्पद वकील के हवाले से झूठा बता रहे हैं उसका फैसला तो बहुत जल्दी कोर्ट में होने वाला है. लेकिन इन न्यूज़ चैनलों का खुद का इतिहास क्या और कितना सच्चा है यह जानना बहुत जरूरी है.
इसीलिए आज इन दोनों फोटो के साथ यह उजागर किया कि जम्मू में कठुआ रेप केस को लेकर दैनिक जागरण को झूठा और उसकी खबर को फ़र्ज़ी बता रहे ABP न्यूज़ और NDTV चोर मचाए शोर की कहावत को चरितार्थ कर रहे हैं.