नई दिल्ली. पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम को फिलहाल हिरासत में ही रहना होगा. बड़ा झटका लगा है. कार्ति की हिरासत बढ़ाने की मांग करने वाले सीबीआई की याचिका पर सुनवाई पूरी होने के बाद कोर्ट ने उसे 3 दिन के लिए सीबीआई रिमांड में भेज दिया है.
सीबीआई ने मंगलवार को सीबीआई की विशेष अदालत में कहा कि कार्ति जांच में साथ नहीं दे रहे हैं जिसके चलते उनको कुछ और समय के लिए रिमांड में भेजा जाना चाहिए.
उल्लेखनीय है कि आईएनएक्स मीडिया मामले में घूस लेने के आरोपी कार्ति चिदंबरम से और पूछताछ के लिए सीबीआई ने 14 दिन की रिमांड मांगी थी. कोर्ट में अब इस मामले की अगली सुनवाई 9 मार्च को होगी.
सीबीआई ने कार्ति की रिमांड बढ़ाने के पीछे दलील दी कि आरोपी को जांच पूरा होने तक हिरासत में रहना जरूरी है ताकि मामले से जुड़े कुछ अहम सवालात के जवाब ढूंढे जा सकें.
बता दें कि साल 2007 में जब पी चिदंबरम वित्त मंत्री थे, उस वक्त आईएनएक्स मीडिया कंपनी ने विदेशी निवेश प्रोत्साहन बोर्ड (एफआईपीबी) से क्लीयरेंस लेकर 305 करोड़ रुपये विदेशी फंड प्राप्त किए थे. कार्ति चिदंबरम पर आरोप है कि इसके एवज में उन्होंने घूस ली थी.
इस मामले में कार्ति के वकील कांग्रेस सांसद और प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी हैं और उन्होंने बताया कि कार्ति ने सीबीआई पर आरोप लगाया कि उन्हें परेशान किया जा रहा है.
कार्ति चिदंबरम की ओर से इससे पहले सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) के समन को रद्द करने की मांग करते हुए याचिका दायर की गई थी.
कोर्ट ने समन को रद्द करने की मांग से इंकार करते हुए सीबीआई और ईडी को नोटिस जारी किया था और कहा था कि इस मामले में जांच जारी रखी जा सकती है.