किसी ऐसी अभिनेत्री की अचानक से मृत्यु की खबर आना जो हमेशा से चर्चा में रही हो, हमें अचंभित कर जाती है. श्रीदेवी तो अचम्भा ही नहीं सदमा दे गयी. दिल का दौरा पड़ने से बीती रात दुबई में उनका निधन हो गया है. पारिवारिक सूत्रों ने ये जानकारी दी है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक वो अपने भतीजे की शादी में शामिल होने अमीरात गई थीं
फिल्म इंडस्ट्री में और इंडस्ट्री से बाहर श्रीदेवी के चाहने वालों ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है.
चार साल की उम्र में पहली फिल्म
श्रीदेवी का जन्म 13 अगस्त 1963 को तमिलनाडु में हुआ था. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत महज चार साल की उम्र में एक तमिल फिल्म कंधन करुणई से कर दी थी.
उन्होंने बाल कलाकार के रूप में तेलुगू और मलयालम फिल्मों में भी अभिनय किया था.
दक्षिण भारतीय फ़िल्मों में काम करने के बाद श्रीदेवी ने साल 1979 में बतौर मुख्य कलाकार फ़िल्म ‘सोलहवां साल’ से अपने हिंदी फ़िल्म करियर की शुरुआत की.
80 का दशक हिंदी फ़िल्मों में हीरोइनों के लिहाज़ से श्रीदेवी का दशक कहा गया. उन्होंने हिम्मतवाला, तोहफ़ा, मिस्टर इंडिया, नगीना जैसी सुपरहिट फ़िल्में दीं. उन्हें लेडी अमिताभ बच्चन कहा जाने लगा.
जीतेंद्र और श्रीदेवी ने मिलकर एक के बाद सुपरहिट जैसे हिम्मतवाला, तोहफ़ा, जस्टिस चौधरी और मवाली जैसी फ़िल्में दीं.
साल 1997 में फ़िल्म ‘जुदाई’ के बाद से श्रीदेवी 15 सालों के लिए फ़िल्मों से ग़ायब हो गईं और फिर नज़र आईं साल 2012 में फ़िल्म इंग्लिश-विंगलिश में. यह फिल्म भी सुपरहिट साबित हुई.
साल 2017 में श्रीदेवी की फिल्म ‘मॉम’ रिलीज़ हुई थी. श्रीदेवी ने फ़िल्मों में लंबी पारी खेली और ‘मॉम’ उनकी 300वीं फ़िल्म थी.
फ़िल्मों को उनके योगदान के लिए उन्हें पद्मश्री से नवाज़ा गया था.