भृंगराज, अरंडी का तेल, एलोवेरा जेल और विटामिन ई कैप्सूल ये साथ में या अलग-अलग त्वचा, आँख, बाल, पेट के लिए अत्यंत लाभकारी है.
भृंगराज
मेहंदी के पत्तियों जैसा पौधा और इससे बना चूर्ण. इसकी तासीर ठंडी होती थोड़ी नहीं बहुत, इसलिए वैद्य लोग अम्लपित्त की शिकायत पर इसे खाने की सलाह देते हैं.
लेकिन इसका सेवन किसी अच्छे वैद्य से पूछकर करें. बालों के लिए इसका तेल मिलता है पर खुद बना सके तो अच्छा. हालांकि सीधे मेहंदी में मिला लगाने से काला रंग, सर को शीतलता और बालों को मजबूती भी देता है.
अरण्डी का तेल
इसकी तसीर गर्म होती है और ये बहुत गाढ़ा होता है पर बहुत रूखे बालों के लिए और पलकों के बालों के लिए वरदान है. इसे पुराने बेबी टूथब्रश से पलकों पर सोने या नहाने के पहले लगाएं.
सर पर किसी तेल संग मिला कर लगाएं. इसकी मालिश के बाद हॉट टॉवल ट्रीटमेंट भी दें तो और अच्छा. रुई पर लगा इससे मेकअप भी हटाया जाता है और त्वचा के कसाव के लिए जाड़ों में मालिश भी कर सकते हैं.
एलोवेरा जेल
ये भी एसिडिटी के समय एक औषधि की तरह प्रयोग में लाया जाता है पर बालों औऱ त्वचा के लिए भी वरदान है. अगर बिना तेल लगाएं बालों को शैम्पू नहीं करती पर फिर भी शैम्पू के बाद जैसे मैनेजेबल बाल चाहिए तो एलोवेरा जेल लगा आधे घण्टे बाद पानी से धो लें. निम्बू रस, एलोवेरा जेल लगाने से रूसी में बहुत आराम मिलता है.
विटामिन ई
200, 400 और 600mg की मात्रा में मिलने वाले ये कैप्सूल त्वचा, बाल नाखून के लिए बहुत अच्छे होते हैं. इसका सेवन भी कर सकते हैं पर डॉक्टर की सलाह से.
इसे सीधे बालों में तेल में मिला लगा सकते हैं. एलोवेरा जेल संग मिला चेहरे हाथों पर लगा रात भर रहने दें त्वचा के लिए लाभकारी है. एक कटोरी गुनगुने पानी में नींबू रस और एक विटामिन ई कैप्सूल डाल नाखून को 15 मिनट डुबो कर रखें. मज़बूत और चमकदार होंगे नाखून. पेट्रोलियम जैली में विटामिन ई कैप्सूल डाल एड़ी पर लगाएं एक हफ्ते में एड़ी की दरारें सही हो जाएंगी.