कासगंज के मोस्ट वांटेड वसीम जावेद के घर से हथियारों का जखीरा मिला, वसीम फरार

अलीगढ़. गणतंत्र दिवस पर तिरंगा यात्रा पर हुए हमले में दो युवकों की मौत के बाद कासगंज में रविवार को बवाल जारी रहा.

उप्र पुलिस ने आरोपियों की तलाश में घर-घर दबिश दी. पुलिस ने एक आरोपी के घर से पिस्टल और बम बरामद किया है.

इस आरोपी का नाम वसीम जावेद बताया जा रहा है. कासगंज के दबंग के तौर पर कुख्यात वसीम के घर से पुलिस को हथियारों का जखीरा तो मिला लेकिन वसीम हाथ न आ सका.

रविवार की सुबह कासगंज के नदरई गेट इलाके में उपद्रवियों ने दुकानों में आग लगा दी. पुलिस ने फ्लैग मार्च के दौरान एक संदिग्‍ध को पकड़ा है.

वहीं मृतक चंदन के परिजन भी सड़क पर उतर आए हैं और उसे शहीद का दर्जा देने की मांग रहे हैं.

चंदन के परिजनों ने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ आएं और उनके लाल को शहीद का दर्जा दिलाएं. शहर में चंदक चौक बनाया जाए. हत्यारों को फांसी की सजा दी जाए.

वहीं तनाव के बीच कासगंज नगर पालिका में शांति समिति की बैठक कमिश्नर और आईजी की मौजूदगी में हुई. इस बीच पुलिस उपद्रवियों को खदेड़ने में जुटी है. ड्रोन कैमरों से निगरानी की जा रही है.

उल्लेखनीय है कि शुक्रवार गणतंत्र दिवस के मौके पर शुक्रवार को निकाली गई तिरंगा यात्रा पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने हमला कर दिया था. इस हमले के दौरान मुस्लिमों की तरफ से हुई फायरिंग में युवक अभिषेक उर्फ चंदन गुप्‍ता की मौत हो गई थी. इसके बाद सांप्रदायिक बवाल बढ़ता ही गया.

शुक्रवार से शुरू हुई हिंसा में कासगंज लगातार जलता रहा. शनिवार की रात भर उपद्रवी आगजनी की घटनाओं को अंजाम देते रहे.

उपद्रवियों ने घर, कार, बाइक एंबुलेंस और मेडिकल स्टोर समेत तमाम दुकानों को आग के हवाले कर दिया. पूरे मामले की निगरानी खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कर रहे हैं.

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