“……तो आप एक पत्रकार हैं. आपको सवाल पूछने का अवसर नहीं दिया जाना चाहिए. आप बैठ जाइए. आपको देख कर लग रहा है कि आप बहुत ही अच्छी पत्रकार हैं और आप काफी प्रोफेशनल भी दिख रही हैं, लेकिन आप सवाल नहीं पूछ सकतीं क्योंकि यह युवाओं का कार्यक्रम है, हमारा उद्देश्य उनकी बातें सुनना है, आप उन्हें मौका दीजिए. उन्हें सवाल पूछने दीजिए. आप पत्रकार हैं, हमेशा ही माइक्रोफोन पहने रहती हैं, आपके पास काफी अवसर होते हैं सवाल पूछने के, इसलिए मुझे माफ कर दीजिए, लेकिन आप सवाल नहीं कर सकतीं. गुड ट्राइ.”
ये शब्द नहीं है. यह बेइज्जती है. ‘इंटरनेशनल बेइज्जती’. वही बेइज्जती जो एक घमंडी महिला पत्रकार ने भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा की अपने शो में की थी. आज वह बेइज्जती सूद समेत इस महिला के पास लौट आयी.
तो मामला है कल का. अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने NDTV की बड़बोली और घमंडी एंकर/पत्रकार निधि राजदान को एक कार्यक्रम में बुरी तरह अपमानित कर बैठा दिया.
ओबामा अभी 2 दिवसीय भारतीय दौरे पर है. कल ओबामा के एक कार्यक्रम में NDTV की एग्जीक्यूटिव एडिटर/पत्रकार/एंकर निधि राजदान भी मौजूद थीं.
यहां उन्होंने बराक ओबामा से सवाल करने की कोशिश की. लेकिन जैसे ही उन्होंने परिचय दिया, ओबामा ने उपरोक्त शब्दों के साथ मना कर दिया.
पत्रकार ने जब अपना परिचय पुनः दिया तब भी ओबामा ने साफ कह दिया कि वह यहाँ युवाओं की बातें सुन रहे हैं और उनके सवालों का ही जवाब देंगे.
इसके बावजूद जब NDTV के प्रभाव के घमंड में चूर निधि नहीं मानीं तो ओबामा ने उन्हें बुरी तरह लताड़ते हुए बैठ जाने को कहा. बताया जा रहा है कि निधि के साथ हुए इस व्यवहार से पूरा NDTV चैनल सकते में है.
वैदिक धर्म में एक कर्म का सिद्धांत होता है. इस सिद्धांत के अनुसार जो कुछ भी हम दूसरों के लिए करते हैं वो हमारे पास वापस लौट कर आता है. फिर चाहे वो अच्छा हो चाहे बुरा. यही NDTV और निधि के साथ हुआ.
आपकी जानकारी के लिए अभी कुछ दिन पूर्व ही भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता संबित पात्रा और अंग्रेजी न्यूज चैनल NDTV की एंकर निधि राजदान के बीच एक कार्यक्रम में तीखी बहस हो गई थी.
उस बहस में इसी घमंडी निधि ने भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा को अपमानित किया और शो से बाहर निकाल दिया. शो की एंकर निधि राजदान ने संबित को लगभग डांटते हुए ये कह दिया कि ये मेरा शो है मैं आपको निकाल रही हूं.
दरअसल उस शो में केरल में कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा सार्वजनिक रूप से की गई गोहत्या पर डिबेट की जा रही थी. संबित उस पर मजबूती से अपना पक्ष रहे थे. निधि क्योंकि बीफ खाने की शौकीन और समर्थक है तो उन्हें ये बात नागवार गुजरी.
चूंकि इस शो की कमान उनके हाथ में थी इसलिए उन्होंने संबित को अपमानित किया और उन्हें ब्लैक आउट कर दिया. इसके बाद निधि ने अत्यंत घमंड में यह घोषणा की कि यह मेरा शो है और मैंने संबित को बाहर निकाल दिया है.
आज वही अपमान दुगुने फोर्स से वापस इसी निधि के पास लौट आया. आज पूरा विश्व देख रहा है कि NDTV की क्या औकात है?
अरे गौमाता के हत्यारों और उनके समर्थकों, करपात्री जी महाराज की भविष्यवाणी याद रखो. अगर गौमाता का अपमान किया तो इसकी कीमत सूद समेत चुकानी पड़ेगी.
https://www.youtube.com/watch?v=-G0HP9cbtGE