अहमदाबाद. कांग्रेस के साथ आरक्षण फ़ॉर्मूला पर पहले सहमति और बाद में विवाद होने के बाद पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पास) के नेता हार्दिक पटेल की सोमवार को राजकोट में होने वाली रैली पर सभी की निगाहें जम गई हैं.
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ विवाद के बाद यह रैली रद्द कर दी गई है. सोमवार को राजकोट पश्चिम से मुख्यमंत्री विजय रूपानी अपना पर्चा दाखिल करने वाले हैं. इस लिए भी हार्दिक की रैली को अहम माना जा रहा था.
गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की पहली लिस्ट आने के बाद रविवार देर रात पाटीदार अनामत आंदोलन समिति और कांग्रेस कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए. दोनों के कार्यकर्ताओं के बीच जमकर मारपीट हुई.
सूरत में पाटीदार अनामत आंदोलन समिति और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच लिस्ट जारी होने के बाद जमकर हाथापाई हुई. बताया जा रहा है कि कांग्रेस द्वारा प्रत्याशियों की लिस्ट घोषित किए जाने के बाद वराछा विधानसभा सभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी प्रफुल तोगड़िया के ऑफिस पर हार्दिक पटेल समर्थक पाटीदारों का जमकर हंगामा हुआ और तोड़फोड़ भी की गई.
इससे पहले रविवार को कांग्रेस और हार्दिक पटेल नेता पाटीदार अनामत आंदोलन समिति ने घोषणा की थी कि पटेल आरक्षण के लिए जरूरी बातों पर सहमति बन चुकी है. उम्मीद की जारी रही है कि हार्दिक पटेल सोमवार को इस बात की घोषणा कर सकते हैं कि राज्य के विधानसभा चुनावों में उनका संगठन (पीएएएस) कांग्रेस को सपोर्ट करेगा.
इसी बीच कांग्रेस ने देर शाम 77 प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी. उसमें हार्दिक पटेल के दो करीबी नेताओं को टिकट दे दिया गया. इसी बात से पास नेता नाराज हो गए. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि आखिर कांग्रेस ने बिना हमसे पूछे हमारे दो नेताओं को किस आधार पर टिकट दे दिया.
माना जा रहा है कि संघर्ष की शुरुआत पाटीदार अनामत आंदोलन समिति नेता दिनेश पटेल और गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी के घर के बाहर तैनात पुलिसकर्मी के बीच झड़प से हुई.
पाटीदार नेता ने कहा कि उनको सोलंकी के घर पर बैठक के लिए बुलाया गया था लेकिन उनको बाहर कई घंटों तक इंतजार कराया गया. प्रथम दृष्टतया यहीं से दोनों पक्षों के बीच झड़प शुरू हो गई.
इससे पहले कांग्रेस ने 77 प्रत्याशियों की सूची जारी की. उसमें पाटीदार समुदाय के दो नेताओं को टिकट दिया गया. पाटीदार अनामत आंदोलन समिति का कहना है कि उनकी अनुमति के बिना ही इन दो प्रत्याशियों के नामों का चुनाव किया गया.
अपुष्ट खबरें यह भी है कि पाटीदार इससे ज्यादा सीटें मांग रहे थे लेकिन केवल दो नामों के शामिल होने से उनमें नाराजगी बढ़ गई. झड़प के बीच दिनेश पटेल ने कहा कि हम कांग्रेस के खिलाफ सोमवार को प्रदर्शन करेंगे और कांग्रेस को समर्थन के मसले पर पुनर्विचार करेंगे. हम जनता से भी कांग्रेस के समर्थन पर पुनर्विचार के लिए कहेंगे.
वहीं बड़ी खबर यह भी है कि कांग्रेस की गुजरात इकाई के अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी ने रविवार (19 नवंबर) को कहा कि वह अगले महीने होने जा रहा राज्य विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे. हालांकि, उन्होंने इन खबरों को खारिज किया कि वह उम्मीदवारों के चयन के मुद्दे पर पार्टी आलाकमान से नाखुश हैं.
गुजरात में दो चरणों में नौ व 14 दिसंबर को मतदान होने हैं. इसमें पहले चरण में 19 जिलों के 89 निर्वाचन क्षेत्रों और दूसरे चरण में 14 जिलों के 93 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान होना है. मतगणना 18 दिसंबर को हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के साथ की जाएगी.