रक्तदान महादान : आपका एक यूनिट रक्त किसी को नया जीवन दे सकता है

आम तौर पे सरकारी अस्पतालों की Image बहुत खराब है. लोग सरकारी अस्पताल के अंदर जाना तो दूर उसके बगल से भी नहीं गुज़रना चाहते.

पर सरकारी अस्पताल का मेरा अनुभव हमेशा सुखद ही रहा है. लोग सरकारी अस्पतालों की भीड़ भाड़ से डरते हैं पर मुझे लगता है कि आजकल प्राइवेट अस्पतालों में ज़्यादा भीड़ भाड़ है.

ऐसे में रात 11 बजे जब हम अपने पुत्र के लिए सरकारी अस्पताल के Blood Bank पहुंचे तो वहां उपस्थित दो कर्मचारी तुरंत सक्रिय हुए.

उन्होंने बहुत तेजी से काम करते हुए सिर्फ एक घंटे के भीतर हमें एक Unit PRP दे के रवाना कर दिया. जबकि patel हॉस्पिटल ने कहा था कि 8 घंटे बाद मिलेगा.

सबसे सुखद आश्चर्यजनक बात जो हमने देखी वो ये कि वहां Blood Bank परिसर में 5-6 cool Dude किसिम के लड़के बैठे थे. हमारे वहां पहुंचते ही वो सक्रिय हुए और उन्होंने हमसे पूछा कि क्या समस्या है?

Blood चाहिए?

Donor है? अगर नहीं है तो परेशान होने की ज़रूरत नहीं. किसी भी blood group का donor चाहिए तो हमें बताइए.

आप लोग कौन हैं?

जी हम एक स्वयंसेवी group के Volunteers हैं ………

आप लोग …….. यहां …….. रात 12 बजे तक ……… इस अस्पताल में ??????

जी वो आजकल Dengue फैला है इसलिए 6 लड़कों का एक group दिन रात यहां Blood Bank में सेवा कार्य करता है. रात 12 बजे के बाद अब हम घर जा रहे है. रात में भी अगर कोई Emergency हो तो फोन न यहां दीवार पे लिखा है ………. बेहिचक फोन कर दीजिएगा ………

सरकारी Blood Bank का सबसे सुखद पहलू ये रहा कि एक यूनिट PRP सिर्फ 100 रु में मिला जबकि उन्होंने 50 रु का तो refreshment दे दिया donor को , blood देने के बाद ……..

वही PRP यहां PIMS में 400 रु में मिला ……… private अस्पतालों में यही PRP 2000 से 4000 के बीच मिल रहा है.

सभी मित्रों से निवेदन है कि यदि आप स्वस्थ हैं, यदि आप 18 से 65 वर्ष की आयु के हैं और यदि आपका हीमोग्लोबिन 12.5 तक है तो नज़दीकी सरकारी अस्पताल के Bloodbank में जा के रक्तदान कीजिये. अपने साथ अपने किसी मित्र को भी रक्तदान करने के लिए प्रेरित कीजिये.

Dengue महामारी की तरह फैल रहा है. आपका एक Unit blood किसी को नया जीवन दे सकता है.

सरकारी अस्पतालों को Promote कीजिये. सरकारी सेवा अच्छी होगी तभी देश का भला होगा, समाज का भला होगा.

आजकल बुखार होते ही तुरंत सरकारी अस्पताल जा के Dr. को दिखाइए. private में भूल के भी पैर मत रखिये. वो आपका भयादोहन ही करेंगे.

Self Medication भूल के भी न करें. खूब सारा पानी पिएं, Liquid Diet लें.

Dengue में लापरवाही बिल्कुल न करें. इसमें मरीज की हालत अचानक बिगड़ती है.

अपने इर्द गिर्द मच्छर न पनपने दें.

Prevention is better than Cure.

Comments

comments

LEAVE A REPLY