सूरत. गुजरात में दो दशक से सत्ता से दूर कांग्रेस के लिए इस बार भी राह आसान नहीं लग रही है.
हिन्दू विरोधी तमगे से मुक्ति पाने राहुल गांधी चुनाव प्रचार के लिए माथे पर तिलक धारण कर घूम रहे हैं.
राहुल जहां भी चुनाव प्रचार के लिए जा रहे हैं, वहाँ के मंदिरों में जाकर फोटो खिंचवाना नहीं भूलते.
हालांकि कि लोग इस सबको को केवल उनका चुनावी स्टंट ही मान रहे है. इसको लेकर सोशल मीडिया में राहुल का ‘मंदिर जाने और लड़कियां छेड़ने’ वाला बयान खूब उछला जा रहा है.
ऎसी परिस्थितियों में गुजरात में कांग्रेस का वोटबैंक माने जाने वाले मुस्लिम समुदाय से बगावती आवाजें उठी है, जो पार्टी की धूमिल संभावनाओं को बिलकुल ही समाप्त करने के लिए काफी हैं.
गुजरात चुनावों में टिकटों के बंटवारे की शुरुआत होते ही सूरत शहर में कांग्रेस को चेतावनी देते हुए बैनर लगाये गये हैं.
इनमें कहा गया है कि यदि गुजरात विधानसभा चुनाव में टिकट आवंटन के दौरान मुस्लिम समुदाय की अनदेखी की गई तो मुस्लिमों के वोट पार्टी को नहीं मिलेंगे.
कांग्रेस के एक स्थानीय नेता ने कहा कि उन मीडिया रिपोर्टों के मद्देनजर पार्टी के युवा कार्यकर्ताओं ने बैनर लगाये हैं जिनमें कहा गया था कि यहां एक विधानसभा क्षेत्र से टिकट आवंटन में गुजरात कांग्रेस के मुस्लिमों की अनदेखी किये जाने की संभावना है.
सूरत-पूर्व विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाले पुराने शहर के कई स्थानों पर बुधवार को ये बैनर लगे हुए मिले. इस समय इस सीट से भाजपा के रंजीत गिलितवाला विधायक है.
उल्लेखनीय है कि प्रदेश कांग्रेस के मंत्री फिरोज मलिक के नेतृत्व में एक बैठक हुई थी, जिसमें चेताया गया था कि मुस्लिम व्यक्ति को टिकट देने की मांग उठ रही है. यदि ऐसा नहीं हुआ तो इलाके में बैनर लग जाएंगे.
पिछले दो दशकों से अधिक समय से गुजरात की सत्ता से बाहर विपक्षी पार्टी को बैनर में उम्मीदवारों के चयन के दौरान अल्पसंख्यक समुदाय की अनदेखी करने पर वोट नहीं दिये जाने की चेतावनी दी गई है.
कांग्रेस अगले दो दिनों के भीतर अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर सकती है. राज्य में नौ और 14 दिसंबर को विधानसभा चुनाव होंगे. वोटों की गिनती 18 दिसंबर को होगी.
इस तरह के बैनर लगने के बाद कांग्रेस नेताओं के चेहरे पर चिंता की लकीरें दिखाई देने लगी हैं क्योंकि इस क्षेत्र में मुस्लिम मतदाता निर्णायक स्थिति में हैं. यदि मुस्लिम मतदाता नाराज हो गए तो कांग्रेस के लिए इस इलाके में मुश्किल खड़ी हो सकती है.