लद्दाख में 11,500 फीट की ऊंचाई पर 220 केवी विद्युत सब स्टेशन तैयार
लेह-लद्दाख में बनी देश की सबसे ऊँची पारेषण लाइन
दुनिया के अति दुर्गम इलाकों में शामिल लद्दाख में योजना का शुभारम्भ वर्ष अगस्त 2014 में
परियोजना की पूर्णता तिथि 31 अक्तूबर 2017
नई दिल्ली. पावरग्रिड ने 31 अक्टूबर 2017 को लेह और खल्तिसी में 220/66 केवी जीआईएस उप-स्टेशन के साथ 220 केवी एस/सी अलस्टेंग (श्रीनगर)-लेह पारेषण लाइन के 220 केवी एस/सी लेह- खल्तिसी लाइन खंड के कार्य को सफलता पूर्वक पूर्ण कर लिया है.
भारत में प्रथम बार 11,500 फीट की ऊंचाई पर 220 केवी वोल्टेज स्तर के उप-स्टेशन का निर्माण किया गया है.
जम्मू और कश्मीर में लेह-लद्दाख क्षेत्र को ग्रिड से जोड़ने वाली भारत सरकार की यह प्रतिष्ठित परियोजना है.
सामरिक रूप से महत्वपूर्ण इस परियोजना की आधारशिला 12 अगस्त 2014 को प्रधानमंत्री के द्वारा रखी गई थी.
श्रीनगर-लेह पारेषण प्रणाली के कार्यान्वयन को पॉवरग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (पॉवरग्रिड) को सौंप दिया गया है.
इन सुविधाओं के शुभारंभ होने पर लेह-लद्दाख क्षेत्र में नीममो बाज़ो (3×15एमडब्ल्यू) के हाइड्रो-इलेक्ट्रिक पॉवर स्टेशन से बिजली की आपूर्ति की विश्वसनीयता के साथ सुविधा होगी.
इस परियोजना के शेष खंड अर्थात खल्तिसी-कारगिल-द्रास-अलस्टेंग (श्रीनगर) खंड का कार्य प्रगति पर है.
इसके पूरा होने पर, सभी मौसमों में विश्वसनीयता के साथ लद्दाख क्षेत्र में बिजली के पारेषण की सुविधा सीधे उत्तरी ग्रिड से प्रदान की जा सकेगी.
सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की ओर से जम्मू-कश्मीर के लद्दाख क्षेत्र में मोटर वाहन चलने लायक दुनिया की सबसे ऊंची सड़क बनाने का काम पूरा करने के बाद सार्वजनिक क्षेत्र की पावर ग्रिड कॉरपोरेशन की ये एक बड़ी उपलब्धि है.
समाचार स्रोत : pib.nic.in