11 सितंबर 2001 का वो मनहूस दिन, जब रोज़ की भांति सूर्योदय के पश्चात अमेरिका में दिन आगे बढ़ता जा रहा था.
ठीक उसी वक़्त पिक ऑवर में बोस्टन हवाई अड्डे पे 7-8 चरमपंथी धार्मिक युवक अलग अलग हवाई जहाजों में सवार होते हैं. कुछ समय बाद सभी जहाज एयरबेस से गंतव्य की ओर उड़ान भरते हैं.
तभी 2-2 के जोड़े में अलग अलग 4 जहाजों में बैठे वो युवक खड़े होते हैं. और जोर से “अल्लाह हू अकबर” का उद्घोष करते हैं. इसके बाद बन्दूक की नोक पे उन युवकों द्वारा चारों जहाजों को हाई-जैक कर लिया जाता है. युवकों के निशाने पे व्हाइट हाउस… अमेरिकी रक्षा मुख्यालय पेंटागन… और वैश्विक व्यापारिक इमारत वर्ल्ड ट्रेड सेंटर होता है…
उन्मादी धार्मिक युवकों ने हवाईजहाजों को अपने कब्जे में लिया और गंतव्य की ओर बढ़ गए…. व्हाइट हाउस और पेंटागन की तरफ उड़े विमान लक्ष्य से चूक जाते हैं…. परन्तु वर्ल्ड ट्रेड सेंटर की ओर उड़े विमान अपने लक्ष्य को भेद देते हैं…
अमेरिका सहित पूरे विश्व में अफरा तफरी मच जाती है… WTO की इमारत ध्वस्त हो जाती है… चारों तरफ धूल गुब्बार हवा बवंडर लाशें घायल चीखें चीत्कारें कोहराम…
दुर्घटना में विमान में सवार सभी यात्रियों के साथ सभी हमलावर भी मारे जाते हैं…
FBI की जांच में खुलासा होता है कि सभी हमलावर सनातनी हिन्दू थे…. धार्मिक उन्मादी चरमपंथी हिन्दू… हमले की जवाबदेही एक “अल कायदा” नामक कट्टर धार्मिक हिन्दू संगठन लेता है… उक्त आतंकी संगठन के मुखिया का नाम होता है “ओसामा बिन लादेन शर्मा” ……… संगठन में नंबर दो की हैसियत होती है “ठाकुर अल जवाहिरी” …..
पूरी दुनिया तब पहली बार “हिन्दू आतंक” शब्द से मुखातिब होती है……
इसके बाद हिन्दू चरमपंथी संगठन और कट्टर धार्मिक उन्मादी हिन्दू युवा एक के बाद एक वारदातों से सम्पूर्ण विश्व में जलजला ला देते हैं… गले में भगवा गमछा डाल के “अल्लाह हू अकबर” के उद्घोष के साथ दुनिया के प्रमुख हवाई अड्डों, रेलवे स्टेशनों, मेट्रो बस स्टेशनों, दूतावासों, भीड़ भाड़ वाले बाजारों को धमाकों से दहला देते हैं…
26/11/2008 को पाकिस्तान से समुद्री रास्ते से माथे पे भगवा दुपट्टा बांध के आये 7-8 युवा मुम्बई को दहला देते हैं…. 3 दिन तक मुम्बई में कत्ल-ए-आम मचाते हैं… पूरी मुम्बई… नरीमन कैफ़े… होटल ताज में मासूम निरीह निर्दोष नागरिकों के खून की होली खेलते हैं….
हमले में जिंदा पकड़े गए एक मात्र आतंकी का नाम होता है “मोहम्मद कसाब श्रीवास्तव” ….
पूरी दुनिया हिन्दू आंतकवाद से त्रस्त हो जाती है…..
एक से बढ़कर एक खूंखार हिन्दू आतंकी संगठनों का निर्माण होता है… मसलन… जैश-ए-मोहम्मद… आइसिस…. लश्कर-ए-तैयबा…. आदि आदि….
जिनके प्रमुख…. “सैयद सलाहुद्दीन सुथार”, “मौलाना मसूद अजहर सक्सेना” आदि आदि हिन्दू चरमपंथी होते हैं….
इतना ही नहीं “आइसिस” नाम का हिन्दू कट्टरपंथी संगठन अपने मुखिया “अबु बकर अल बगदादी वार्ष्णेय” के नेतृत्व में इराक और सीरिया के साथ पूरे विश्व की नाक में दम कर देते हैं….
2014 में भारत में “मोदी सरकार” आने के बाद इन चरमपंथी हिन्दू संगठनों का आतंक दिन-ब-दिन बढ़ता जाता है….
देश में असहिष्णुता का माहौल हो जाता है…
चरमपंथी हिन्दू संगठनों द्वारा “अल्लाह-हू-अकबर” के उद्घोष के साथ…. “रोहित वेमुल्ला” …. “मोहम्मद अखलाक” और “पहलू खान” जैसे गौ भक्तों और मासूम पीड़ित शोषित दलितों की चुन चुन के हत्या की जाती है….
देश के प्रबुद्ध नागरिकों …. (कु)बुद्धिजीवियों …. साहित्यकारों …. KRK …. SRK …. AK समेत तमाम सिने अभिनेताओं को गाहे बगाहे जान से मारने की धमकियां मिलती रहती है….
JNU जैसे संस्थानों में धार्मिक हिन्दू उन्मादी युवाओं एवं कट्टर धार्मिक छात्र संगठन ABVP द्वारा वहां के सर्वहारा वर्ग के शोषित छात्रों पे जानलेवा हमले किये जाते हैं….
अभिव्यक्ति की आज़ादी का ये हिन्दू आतंकी गला घोंट देते हैं… विरोध में कोई आवाज़ उठाये तो सीधा टपका डालते हैं….
गौरी लंकेश …. दाभोलकर जैसे पत्रकारों साहित्यकारों की अभिव्यक्ति की आज़ादी को कुचल के ….. चरमपंथी हिन्दू संगठन इन प्रबुद्ध बुद्धिजीवियों की हत्या कर देते हैं….
इतना सब कुछ होने के बाद भी …….. पूरी सेक्युलर मीडिया …. वामी इस्लामी गिरोह …. बुद्धिजीवी …. प्रगतिशील लिबरल……..
आतंकवाद का धर्म पता नहीं कर पाए…..
परन्तु कल सिने अभिनेता “कमल हसन” ने आतंकवाद का धर्म खोज निकाला…
हिन्दू आतंकवाद!!!
– रितेश प्रज्ञांश