रायबरेली. यूपी के रायबरेली में एनटीपीसी ऊंचाहार की 500 मेगावाट की 6वीं इकाई में ब्वायलर की राख वाली विशालकाय पाइप फट जाने से 30 से अधिक श्रमिकों की मौत हो गई, जबकि करीब 100 कर्मचारियों के घायल होने की खबर है.
बुधवार को ऊंचाहार स्थित एनटीपीसी की 500 मेगावाट की 6वीं इकाई में ब्वायलर की राख वाली पाइप अचानक फट गयी.
इस हादसे की चपेट में सौ से अधिक कर्मचारी आ गये. बताया जा रहा है कि 30 से अधिक श्रमिकों की मौत हो गयी है.
घटना के बाद दर्जनों घायलों को जिला अस्पताल और शहर के एक निजी अस्पताल में भेजा गया. कुछ घायलों को एनटीपीसी के अस्पताल में भी भर्ती कराया गया है.
बताया जा रहा है कि यह घटना बुधवार शाम चार बजे हुई है.
गंभीर रूप से घायलों को तत्काल जिला मुख्यालय के अस्पतालों को भेजा गया. लखनऊ से एनडीआएफ की टीम ऊंचाहर भेजी गई है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है.
घटना के बारे में एनटीपीसी प्रबंधन का कोई जिम्मेदार अफसर कुछ नहीं बोल रहा है.
एनटीपीसी की सभी छह इकाइयों में विद्युत उत्पादन चल रहा था.
दोपहर बाद करीब साढ़े तीन बजे छठवीं इकाई में भयंकर विस्फोट हुआ.
विस्फोट ब्वायलर से राख निकालने वाली पाइप में हुआ. यह भारी भरकम पाइप इकाई से सीधे ऐश पांड को जाती है. जो यूनिट में करीब 90 फुट की ऊंचाई पर है.
वहां काफी संख्या में श्रमिक काम कर रहे थे. बहुत बड़े व्यास वाली पाइप के फटने से काफी मात्रा में आग की तरह तप रही राख का मलबा बाहर आया और तमाम लोग राख के मलबे में दब गए.
घटना के बाद वहां भगदड़ तथा चीख-पुकार मच गई. घटना के तत्काल बाद परियोजना के सभी अफसर और राहत व बचाव टीम छठवीं यूनिट में पहुंच गई. राख में दबे लोगों को निकाल कर एनटीपीसी के अस्पताल में भेजने का काम जारी है.
घटना के बाद से एनटीपीसी में किसी के भी प्रवेश रोक दिया गया है और पूरे परिसर को सीआईएसएफ ने अपने सुरक्षा घेरे में ले लिया है.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि वह उत्तर प्रदेश के ऊर्जा संयंत्र में हुये हादसे से बेहद दुखी हैं और स्थिति की करीब से निगरानी की जा रही है.
प्रधानमंत्री कायार्लय से ट्वीट किया गया, रायबरेली में एनटीपीसी संयंत्र में हुई दुर्टना से गहरा दुख हुआ है. मेरी संवेदनों शोकसंतप्त परिवारों के साथ है. घायलों की हालत में जल्द सुधार की कामना करता हूं. स्थिति पर करीब से नजर रखी जा रही है और अधिकारी हालात को सामान्य करने के प्रयास में जुटे हैं.