लव जिहाद लाइव : मेरी आँखें तो कल पूरी रात जागने के बाद खुल गयीं, और आपकी?

शाम 7 बजे घर से अपने बीमार बच्चे के लिए दवाई लेने मार्किट निकला था. दवाई ले कर जेब में डाली ही थी कि अचानक मित्र आशीष तिवारी जी का फ़ोन आया, बोले भाईसाहब 2 लड़के पकड़े हैं एक लड़की का बलात्कार करते हुए रंगे हाथों. मैंने कहा, पकड़ कर रखिये, मैं आ रहा हूं.

वहां पहुँच कर देखा तो आशीष भाई ने लड़कों को बैठा रखा था. मैंने पूछा, क्या नाम है बेटा? तो एक ने अमित कुशवाह तो दूसरे ने राजू पाल नाम बताया. स्थानीय लोगों ने इनकी अच्छी फिटनेस बनाई थी और लड़की को जाने दिया था.

पुलिस को बुलाया गया और इन दोनों लड़को को थाने ले जाया गया. अब कंप्लेंट कौन करेगा? तो हम वापस उस लड़की का घर ढूंढते हुए उसके घर पहुँचे. पहले तो माँ बाप ने साफ इनकार कर दिया कि उनकी बेटी के साथ कोई घटना नही हुई, लेकिन जब मैंने, आशीष भाई ने और चौबे जी ने खूब समझाया कि हम आपके साथ हैं, तब वे माने और शिकायत दर्ज करवाने को राजी हुए.

हम उन्हें ले कर थाने पहुचे. तब तक पुलिस वालों ने लड़कों की जम कर धुनाई की, अमित और राजू तब तक कुछ ना बोले. हम FIR करवाने लगे, तभी कुछ बॉडी बिल्डर टाइप मुसलमान लोग आए और एक बोला मैं तालिब खान का भाई हूँ. दूसरा बोला मैं आसिफ बेग का भाई हूँ, भाईसाहब लड़कों से गलती हो गयी उन्हें माफ कर दीजिए.

हमने कहा, नहीं भाई आपको गलत फ़हमी हुई है हमारा तालिब और आसिफ से कोई लेना देना नहीं है. इस पर वे बोले आप बलात्कार वाले केस में आये हो ना? हम उन्हीं लड़कों के भाई हैं.

बुरी तरह पिट चुके और लॉकअप में बंद अमित और राजू के पास मैं गया और पूछा तालिब कौन है? तो एक उचक के आया और बोला ‘मैं हूँ’, मैंने पूछा आसिफ कौन है, तो दूसरा बोला ‘मैं हूँ’.

मैंने कहा, बेटा अभी पूछा तब तो आप कुछ और नाम बता रहे थे? दोनों ने कोई जवाब नहीं दिया. मने जो पब्लिक से पिट चुके थे, पुलिस से भी पिट चुके थे और तब भी अपना असली नाम नहीं बता रहे थे, उन्होंने अपने भाइयों को देखते ही अपने असली नाम बता दिए.

दोनों ने ही इस लड़की का पीछा हिन्दू बनकर करते थे और आज मौका मिलते ही बलात्कार करने पर उतारू हो गए. अब मुस्लिम भीड़ इकट्ठी होने लगी और पुलिस पर दबाव बनाने लगी. हम सब तक खबर पहुंचाई गयी कि मामला दबा दो वर्ना अच्छा नहीं होगा, देख लेंगे एक एक को, घर नही पहुँच पाओगे वगैरह.

पुलिस छेड़छाड़ का मामला दर्ज कर रफा-दफा करने के मूड में आ गयी. तभी मेरा दिमाग घूमा और मैंने हिन्दू जागरण मंच के प्रांतीय मंत्री श्री बसंत गोड्याले जी को फ़ोन लगा कर पूरी वस्तुस्थिति सुनाई.

जल्दी ही उनकी टीम थाने पर हाज़िर थी. कुछ ही देर में वे खुद और उपाध्यक्ष ऊदल सिंह परिहार जी, विभाग महामंत्री श्री प्रकाश सिंह तोमर जी, जिला मंत्री सचिन चंदेल जी, व अन्य साथी भी आ गए. हम सब अड़ गए कि मामला बलात्कार का है, जबकि पुलिस रिपोर्ट अपने हिसाब से लिखना चाहती थी. हम सब इस पर अड़ गए कि जो बेटी बोलेगी वो लिखना होगा.

आखिर काफी जद्दोजहद के बाद बार-बार आवेदन में पुलिस द्वारा बदलाव करवाने के बाद अब पुलिस अटक गई कि धाराएं कौन सी लगाएं? मैंने थाने में मौजूद किताब में से ही उन्हें धाराओं के पन्ने खोल-खोल कर पकड़ा दिए. पुलिस हैरान-परेशान कि अब करें तो क्या करें पढ़े लिखे लोग से पाला पड़ गया.

आखिरकार हार कर पुलिस ने मुकदमा कायम किया, भला हो आशीष भाई का और कॉलोनी वालों का कि उस लड़की की इज़्ज़त बचा ली, और हिन्दू जागरण मंच का… वरना बलात्कार का मामला छेड़छाड़ का मामला बता कर रफा-दफा कर दिया जाता.

FIR लिखवा कर हम सब सुबह के साढ़े तीन बजे घर को लौटे. दवाई जेब में है. कल बच्चा बिना दवाई खाये ही सो गया. आज पत्नी खूब तारीफ करेगी मेरी. सिर्फ मेरी नहीं, उन सबकी जो वहां रात भर रहे, क्योंकि हमें क्या किसी के साथ बलात्कार हो या कुछ और… हमारा पति टाइम पर घर आ जाना चाहिए.

विचारणीय बिंदु

1. इस लड़की का पता एक दूसरी हिन्दू लड़की ने दिया जो आसिफ के लव जिहाद का शिकार हो चुकी है. आसिफ उसे ब्लैकमेल करने लगा और कहा मेरे दोस्त तालिब के लिए भी कोई हिन्दू लड़की ढूंढ कर दो नहीं तो मैं तुमसे मिलने बंद कर दूंगा और तुम्हारी फोटो व वीडियो सब को दिखा दूँगा.

उसने तालिब का शिकार बनाने के लिए इस लड़की का पता दे दिया, यानी जो लड़की लव जिहाद में फंस चुकी है उस से तत्काल दूरी बना लीजिए क्योंकि वह अपने बचाव के चक्कर मे आपकी बेटी का पता जिहादियों को दे सकती है.

कोशिश करें उसे बाहर निकलने की, लेकिन जिसके मुस्लिम लड़के या लड़का दोस्त हों, उस लड़की से अपनी बेटी का मेल जोल तुरंत खत्म करवा दें, वर्ना आपकी बेटी कभी भी गैंग रेप का शिकार हो सकती है, अपनी बेटी नहीं, उसकी सहेलियों और उनके दोस्तों पर भी नज़र रखिये.

2. जब इन मुस्लिम लड़कों के भाई रिश्तेदार थाने में आये तो देख कर लग रहा था थाना नहीं जिम हो. सब के सब हुष्ट-पुष्ट, एक से बढ़कर एक बॉडी बिल्डर. दूसरी तरफ़ हम सब जिनमें से एक भी बॉडी बिल्डर नहीं था. अगर लड़ाई होती तो हम सब पिटते. इसलिए सभी हिन्दू भाइयों से निवेदन हैं अपनी शारीरिक क्षमताओं को बढ़ाएं, व्यायाम और लठ्ठ चलाना सीखें. RSS शाखा में ये सब फ्री में सिखाया जाता है, वर्ना किसी दिन आप हमारी जैसी स्थिति में फंसे तो भगवान् ही आपका मालिक होगा. हमारी तो किस्मत अच्छी थी सो बच गए.

3. अपने समाज के लड़के के लिए तुरंत पूरा मुस्लिम समाज इकठ्ठा हो गया, और बलात्कार जैसे जघन्य अपराध के लिए भी उन लड़कों की पैरवी करने लगा. अगर समय पर हिन्दू जागरण मंच के लोग नहीं पहुंचते तो FIR तो दूर की बात है उल्टा हम सब की पिटाई और हो जाती. यानी RSS और हिन्दू संगठनों से जुड़ने का बहुत फायदा है. ये ज़रूरत के वक्त पूरी रात आपके साथ खड़े रहते हैं. इनके पास संख्या बल भी होता है, जो तुरंत मौके पर पहुंच कर आपकी हर प्रकार से सहायता करते हैं.

लड़की की इज्ज़त बचाने वाले आशीष तिवारी से थाने में जानकारी लेते लेखक

4. इन लड़कों को बाकायदा फंडिंग की गई थी. लड़के आवारा हैं फिर भी उन्हें किसी दोस्त की मोटरसाइकिल मुहैया करवाई गई थी ताकि वे आराम से बाइक पर घूम फिर सकें और हिन्दू लड़कियों को फंसा सकें.

5. सबसे ज़रूरी बात, आखिर इसी लड़की को शिकार क्यो बनाया गया, क्योंकि यह एक गरीब परिवार से आती है और इसकी 3 और बहने हैं. यानी पहली को येनकेन प्रकारेण अपने जाल में फंसा कर उसकी बाकी की 3 बहनों को फसाने का प्लान था. बलात्कार कर वीडियो बनाया जाता फिर ब्लैकमेल किया जाता और बाकी की बहनों को भी एक एक कर लव जिहाद का शिकार बनाया जाता. यानी यदि आपके घर पर एक से अधिक बेटियां हैं तो आपका घर पर जिहादियों के निशाने पर है.

मैं आज तक लव जिहाद को सच नहीं मानता था. कहीं ना कहीं मेरे मन मे इसको ले कर बहुत शंका रहती थी. और मैं अक्सर कहता था सब राज़ी राज़ी होता है, पकड़े गए तो लव जिहाद चिल्लाने लगे.

पर कल शाम 7 बजे से ले कर आज सुबह के 4 बजे तक यानी इस पूरी काली रात ने मेरी सोच को बदल कर रख दिया. मुझे अभी तक अपनी आंखों और अपने कानों पर विश्वास नही हो रहा. ऐसा लग रहा है कहीं सब सपना तो नही, ऐसा कैसे हो सकता है? ऐसे घिनौने कृत्य के लिए भला कोई समाज कैसे समर्थन दे सकता है? मेरी आँखें तो कल पूरी रात जागने के बाद खुल गयीं, और आपकी??

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