शनि देव वृश्चिक राशि से निकलकर धनु राशि में प्रवेश करने वाले हैं. 26 अक्टूबर 2017 को शनि देव का राशि परिवर्तन है. धनु राशि अग्नि तत्व राशि है और देव गुरु बृहस्पति की राशि है. गुरु इस राशि में तप ज्यादा करते हैं. तपस्या और ज्ञान का मिला जुला मिश्रण इस राशि में है गुरु की यह राशि तेज लेकर लाती है.
गुरु योगी है इस राशि में, किसी चीज़ के बारे में गहराई से उतरकर शोध करना, किसी चीज़ के बारे में गहराई से विचार करना इस राशि की खासियत है. इस राशि में एक खासियत है यह आधा घोड़ा और आधा मनुष्य हाथ में धनुष लिए हुए है.
घोड़े की रफ्तार और हाथ में धनुष बाण लिए हुए एक योद्धा की तरह अपने लक्ष्य को भेद देना बहुत बड़ी खासियत है. यह धनु राशि की यह लोग जो सोच ले विचार कर ले उसके किये बिना मानते नही है किसी भी बड़े से बड़े चैलेंज को यह जल्दी स्वीकार करते है.
अपनी मेहनत से कामियाबी हासिल करते है मेहनती यह बहुत होते है क्योकि शनि की मूलत्रिकोण राशि इनके 3 भाव में होती है जिसकी वजह से मेहनत से धन इनके पास जल्दी आ जाता है, शनि की राशि कुम्भ वायु तत्व है धनु राशि अग्नि तत्व है.
आग और हवा में मित्रता है इसलिए अगर तत्व को देखा जाय तो आग को हवा लगते ही वो भड़क जाती है.
इसलिए शनि का प्रवेश धनु में होना और अपनी 3 दृष्टि से कुम्भ राशि को देखना यह बहुत बढ़िया है, आग में हवा आएगी. जो लोग ज्ञान के क्षेत्र से जुड़े है उनके लिए शनि और गुरु का यह मिलन बहुत बढ़िया है.
मेडिकल लाइन से जुड़े लोग वैज्ञानिक कानूनी सलाह कार जज मजिस्ट्रेट इनके लिए भी बहुत बढ़िया है. पर जो लोग जीवन में अंधविश्वास और ज्ञान का गलत इस्तेमाल करके धन अर्जित करते हैं उनके लिए यह बहुत खराब है. ईमानदारी से ज्ञान से दूसरों को सही सलाह देकर जो लोग धन अर्जित करते हैं उनके लिए बहुत अच्छा समय आ रहा है.
योग साधना मेडिटेशन के लिए यह समय बहुत बढ़िया साबित होगा, गुरु अगर ज्ञान है योग है तो शनि अनु -सन्धान है, किसी भी चीज़ को बहुत गहराई में सिर्फ और सिर्फ शनि ही उतार सकते हैं, क्योंकि शनिदेव कुंडली के 8 भाव के कारक ग्रह होते हैं. गुरु और शनि देव का यह मिलन अच्छा योग है.
शनि देव का काम है आपको तपाकर सोना बनाना और गुरु का ज्ञान अपनी शनि देव की भट्टी से जब इंसान बाहर निकेलगा वो तपकर कुंदन बनेगा.
26 अक्टूबर 2017 दोपहर 03:30 बजे शनि का महापरिवर्तन, शनि देव वृश्चिक से निकलकर धनु राशि में प्रवेश कर रहें हैं और 24 जनवरी 2020 तक बने रहेंगे.
(अब सभी राशि पर प्रभाव पढ़ें)
शनि के इस महापरिवर्तन से किन्हें मिलने वाला है लाभ और किन्हें सतर्क रहने की आवश्यकता है.
मेष राशि
इस महीने 26 अक्टूबर को शनि के इस गोचर से मेष राशि वाले हो सकतें हैं मालामाल. इनकी किस्मत खुल जाएगी क्योंकि वृश्चिक राशि का असर इस पर शत्रुतापूर्ण व इसी शनि की नीच राशि के अलावा भी यह राशि षष्टाटक योग यानी ग्रह से छटे होने के कारण, कोल्हू के बैल की तरह काम तो करवाती थी, असल अपना पैसा मिलन में टालमटोल सहना पड़ रहा था.
वृष राशि
वृषभ राशि अब छटाष्टक योग बनायेगी. वृष राशि वालों को थोड़ा कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है, सचेत रहें. 26 अक्टूबर से शनि का प्रभाव आपके लिए अच्छे नहीं होंगे. कोई भी कार्य करने से पहले अच्छी तरह से सोच विचार और निर्णय लेकर ही करें. शनि दोष से बचने के लिए शनिवार के दिन काला लोहा, काला तिल, काला कपड़ा दान करें एवं शनिदेव को अर्पित करें.
मिथुन राशि
मिथुन राशि के लिए शनिदेव का यह बदलाव लाभदायक होगा व्यापार में लाभ होंगे, निवेश किये हैं तो लाभ होने वाला है लेकिन यह धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ेगी. प्रेम संबंध अच्छे बनेंगे, दांपत्य जीवन में खुशहाली आएगी. आर्थिक परेशानियां दूर होगी. भले लोगो की संगत से सामाजिक दायरे मे लाभ मिलेगा.
कर्क राशि
वैसे तो कर्क राशि धनु सत्रअष्टम है. पुराने रिश्तों के सुधार होंगें व स्वंय की खोज से विरासत के धन दिलाने में ओर दिनचर्या में नयी स्फुर्ती व खुशी मिलने मे योग प्रबल है.
सिंह राशि
शनि के बदलाव से सिंह राशि वालों को जो अब नवम पड़ेगी खुशियां. अभी तक आप पर शनि का अष्टम दोष चल रहा था. लेकिन 26 अक्टूबर से यह दोष समाप्त होकर जीवन में खुशियां आने के कई अवसर हैं. तनाव कम होंगे परिवारिक एवं समाज में पद-प्रतिष्ठा की वृद्धि होगी. स्वंय ही धन लाभ का ज्यादा योग बन कर फायदा पहुँचाते रहेंगे.
कन्या राशि
कन्या राशि वालों दसवे है जो कर्म क्षेत्र है. हर शनिवार को गरीबों को वस्त्र या अन्न दान करें, काले शिवलिंग पर दूध और गंगाजल अर्पित करें, किसी दिव्यांग व्यक्ति को भोजन करवाएं ताकि कर्म क्षेत्र आमदनी की रफतार धीमी न होने पाये, कुछ न कुछ धर्म कर्म जारी ही रखे.
तुला राशि
तुला राशि वालों को 26 अक्टूबर से अच्छे दिनों की शुरुआत होने वाली है. सुख समृद्धि में वृद्धि होगी क्योंकि शनि से राशि व्ययेश से जीवन उथल पुथल जितना ज्यादा हो चला था. सुधार होकर तेज गति से लाभ के मार्ग प्रशस्त करने में यह परिवर्तन कोई कसर नहीं रहने देगा.
वृश्चिक राशि
शनि के महापरिवर्तन से यह वृश्चिक बाहरवे खर्च के दबाव में आ जायेगी. इस राशि वालों को सावधान रहने की आवश्यकता है. इन पर शनि के दोष अभी भी चल रहे हैं. हालांकि, अब उतनी परेशानी नहीं होगी सुधार पहले की अपेक्षा होगा, क्योंकि इस राशि पर शनि के उतरती साढ़े साती है, यात्राओं में विशेष ध्यान रखें. किसी अनजान व्यक्ति पर आंख मूंदकर भरोसा न करें, विश्वास जल्दबाजी में न करे.
धनु राशि
शनि धनु राशि में प्रवेश कर रहे हैं इसलिए इस राशि वालों को खास ध्यान रखना होगा. शनि का दोष बनने वाला है क्योंकि धनु अगणितत्व राशि है. शनि यहाँ मन से जल्दबाजी में फैसले करवाने में खास भूमिका निभाते हैं. प्रॉपर्टी और धन पर विशेष मन केन्द्रित कर किसी सयाने से राय ले ले कर, फैसले लेकर सर्तक होकर काम करते जाएं.
मकर राशि
मकर राशि वालों के होंगे शनि दोष महापरिवर्तन. 26 अक्टूबर से शनि के बदलाव से इस समभाव राशि से अच्छे और बुरे दोनों होने वाले हैं, मकर राशि के स्वामी शनि देव होने के कारण मान सम्मान और पद प्रतिष्ठा में वृद्धि करेंगे, परोपकार काम करें तो शनि देव खुश रहंगे. वाणी में जितनी मिठास रखेंगे, शनि साहसी होते अच्छे परिणाम की मात्रा बढ़ेगी.
कुम्भ राशि
शनि देव के बदलाव से 26 अक्टूबर से कुंभ राशि वालों के खुलेंगे भाग्य. कुम्भ राशि के स्वामी शनिदेव हैं इसलिए शनि की विशेष कृपा होने वाली है. व्यापार, कारोबार, नौकरी पेशा में धन की वर्षा होने वाली है. अचानक धन लाभ के योग बनेंगे यह राशि धनु से तीसरी है पराक्रम दे दे कर हर काम में उन्नति मिलती रहेगी.
मीन राशि
यह राशि धनु से चौथे है सुख स्थान है, इसलिये मीन राशि वालों को प्रसन्नता और खुशियां मिलेगी. 26 अक्टूबर से राशि परिवर्तन के कारण सुख समृद्धि में वृद्धि होगी. तनाव मुक्त होकर रहेंगे मानसिक परेशानियां खत्म होगी. भौतिक सुख-सुविधाओं की प्राप्ति होगी. सुख के साधनों को मिलने की गति तेज हो यात्राओं से लाभ के अवसर प्राप्त होंगे. जो होगा अति शुभ ही होगा. ईश्वर ही अंत है, उसी में संसार है, यही मेरी सोच है. आप सभी का सदा शुभ हो.
– ज्योतिषाचार्य डॉ संजीव अग्रवाल