भानुमति -2 : स्पष्टवादी व्यक्तियों को दूर ही रहना चाहिए धूर्त राजनीतिज्ञों से

राजधानी से कुछ योजन दूर किसी सुंदर वन में, किसी छोटी सी झील के किनारे एक रथ खड़ा है. रथ में एक सांभर और कुछ खरगोश पड़े हुए हैं. कुछ दूर 3 व्यक्ति आग के इर्द-गिर्द बैठे हैं. थोड़ी अधेड़ उम्र का व्यक्ति लेटा हुआ है, और बहुत शांत भाव से अपने दांतों में फंसे … Continue reading भानुमति -2 : स्पष्टवादी व्यक्तियों को दूर ही रहना चाहिए धूर्त राजनीतिज्ञों से