काबुल. अफगानिस्तान में शिया मुस्लिम समुदाय के दो मस्जिदों में हुए आत्मघाती बम धमाको में कम से कम 72 लोगों की मौत हो गई, जबकि 70 से अधिक लोग घायल हो गए. पहला हमला पश्चिमी काबुल में हुआ वहीं दूसरा हमला घोर प्रांत में हुआ.
पश्चिमी काबुल में स्थित एक शिया मस्जिद में हुए आत्मघाती बम विस्फोट में 39 लोगों की मौत हो गई, जबकि 45 अन्य घायल हो गए. वहीं, दूसरे हमले में 33 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों लोग घायल हो गए.
अफगानिस्तान गृह मंत्रालय के अधिकारी मेजर जनरल अलीमस्त मोमांद ने बताया कि हमलावर पैदल चलते हुए दश्ती बर्च इलाके में स्थित इमाम जमान मस्जिद में गया और खुद को बम से उड़ा लिया. घोर प्रांत के पुलिस प्रवक्ता इकबाल नाजमी ने कहा कि संभवतया यह हमला एक स्थानीय नेता को निशाना बनाकर किया गया था. इन हमलों की जिम्मेदारी अभी तक किसी आतंकी संगठन ने नहीं ली है.
पिछले हफ्ते जारी हुई संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के मुताबिक अफगानिस्तान में शिया मुस्लिम समुदाय पर इस साल बड़ी संख्या में हमले हुए हैं. उनके मस्जिदों और विभिन्न कार्यक्रमों को निशाना बनाकर किए गए हमलों में इस साल कम से कम 84 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 194 अन्य घायल हुए हैं.
एक चश्मदीद के मुताबिक़ इमाम ज़ामन मस्जिद युद्ध मैदान की तरह दिख रही है. शुक्रवार को मस्जिद में जुम्मे की नमाज़ पढ़ने लोग बड़ी संख्या में जुटे थे. कथित इस्लामिक स्टेट पूरे अफ़ग़ानिस्तान में शिया मस्जिदों पर हमला कर रहा है. अगस्त महीने में भी एक मस्जिद पर हमला हुआ था, जिसमें 20 से ज़्यादा लोग मारे गए थे.
अफ़ग़ानिस्तान के गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि जांचकर्ता हमले की प्रकृति की जांच कर रहे हैं. इससे पहले काबुल में आत्मघाती ट्रक बॉम्बर को गिरफ़्तार किया गया था. कहा जा रहा है कि इस गिरफ़्तारी से एक बड़े हमले को टालने में मदद मिली है.