देहरादून. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को केदारनाथ धाम पहुंचे और यहां मंदिर के गर्भ गृह में पूरे विधि-विधान से रुद्राभिषेक किया. मंत्रोच्चार के बीच मोदी ने जल, घी, शक्कर, शहद, भस्म, फलों के रस, काले तिल, केसर, हल्दी आदि से भगवान का अभिषेक किया. प्रधानमंत्री ने मंदिर में करीब 20 मिनट तक पूजा की. प्रधानमंत्री ने मंदिर की परिक्रमा भी की.
गौरतलब है कि मोदी केदारनाथ के कपाट बंद होने से एक दिन पहले यहां पहुंचे हैं. 5 महीने पहले वह 3 मई को केदार के कपाट खुलने पर भी दर्शन के लिए आए थे. बताया जा रहा है कि 1990 तक मोदी हर साल केदारनाथ के दर्शन करने आते थे.
भगवान की पूजा के बाद प्रधानमंत्री ने आपदा से प्रभावित केदारपुरी के विकास कार्यों पर एक प्रेज़ेंटेशन देखा. नई केदारपुरी के बारे में प्रधानमंत्री मोदी ने कुछ निर्देश भी दिए. इससे पहले कड़ी सुरक्षा में प्रधानमंत्री विशेष वाहन से मंदिर परिसर पहुंचे. सबसे पहले पुजारी ने प्रधानमंत्री का परंपरागत तरीके से स्वागत किया. उसके बाद मोदी केदारधाम के लोगों से भी मिले. मंदिर में पहुंचने पर शंखनाद भी हुआ.
केदारनाथ में जनसभा को संबोधित किया
बाबा केदारनाथ के दर्शन के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को एक जनसभा को भी संबोधित किया. प्रधानमंत्री ने ‘जय जय केदार’ के उद्घोष के साथ अपना भाषण शुरू किया. उन्होंने स्थानीय भाषा में लोगों से नमस्कार किया. प्रधानमंत्री मोदी ने प्राकृतिक आपदा के शिकार लोगों का जिक्र किया और पीड़ितों को श्रद्धांजलि भी दी. यहां प्रधानमंत्री ने 5 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया.
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब 2013 में आपदा आई थी, मैं अपने आपको रोक नहीं पाया और यहां चला आया था. उस समय मैं प्रधानमंत्री नहीं, गुजरात का सीएम था. मैंने तत्कालीन सरकार (कांग्रेस की सरकार) से पुनर्निर्माण कार्यों की पेशकश की थी. कमरे में सभी सहमत हो गए लेकिन मेरे उस प्रस्ताव से दिल्ली में ‘भूचाल’ आ गया था. लेकिन बाबा केदार ने तय किया था कि यह काम मुझे ही करना है.
बाबा ने तय किया होगा कि मुझे 125 करोड़ लोगों की सेवा करनी है
मोदी ने कहा कि बाबा ने फिर एक बार मुझे बुला लिया. आज कुछ पुराने लोग मिले और उन्होंने बीती घटनाओं का जिक्र किया. पहले मैं यहां ज्यादा समय तक रुक नहीं पाया पर शायद बाबा ने तय किया होगा कि मुझे 125 करोड़ लोगों की सेवा करनी है. प्रधानमंत्री ने कहा, ‘बाबा के दर्शन कर आज मैं दृढ़ संकल्प होकर 2022 तक नया भारत बनाने के लिए काम करूंगा. मुझे उम्मीद है कि बाबा के आशीर्वाद से हर हिन्दुस्तानी इस काम में जी जान से जुटेगा.’
नई केदारपुरी में आधुनिकता के साथ पौराणिकता का भी ख्याल रखा जाएगा
प्रधानमंत्री ने बताया कि आपदा के बाद नई केदारपुरी के विकास और पुनर्निर्माण का खाका खींचा गया है. अब पुरोहितों को जो मकान मिलेंगे, वे 3 इन 1 होंगे. बिजली, पानी और स्वच्छता का पूरा प्रबंध होगा. आरसीसी सड़क को चौड़ा किया जाएगा. पोस्ट ऑफिस, बैंक आदि की पूरी व्यवस्था की जाएगी. ऐसी व्यवस्था बनाई जाएगी कि समय के हिसाब से भक्ति संगीत बजता रहे. मंदाकिनी और सरस्वती के तट को लाइटिंग के साथ बेहतर किया जाएगा, जिससे लोग वहां बैठ सकें और नदी के स्वर को सुन पाएं. उन्होंने कहा कि निर्माण में आधुनिकता के साथ पौराणिकता का भी ख्याल रखा जाएगा.
राज्य सरकारें और उद्योग जगत खर्च उठाने आगे आएं
प्रधानमंत्री ने कहा कि आदि शंकराचार्य का समाधि स्थल भी हादसे में नष्ट हो गया था. आर्किटेक्ट से मेरा अनुरोध है कि ऐसी नई रचना तैयार करें, जिससे लोगों को नई प्रेरणा मिले. उन्होंने इन कार्यों पर खर्चे का भी जिक्र किया. इसके लिए प्रधानमंत्री ने देश की सरकारों और उद्योग जगत के लोगों से आगे आने का अनुरोध किया. उन्होंने कहा कि इन कार्यों के दौरान प्रकृति को नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा.
जैविक खेती को प्रोत्साहित करे राज्य सरकार
मोदी ने कहा कि इस बार 4.5 लाख से अधिक यात्री बाबा के दर्शन को आए. कहा कि वीरभूमि उत्तराखंड आने पर दिव्य चेतना की अनुभूति होती है जबकि कश्मीर और दूसरे हिमालयी क्षेत्र में जाने पर अलग-अलग अनुभूति होती है. उन्होंने ऑर्गेनिक फॉर्मिंग की ताकत का भी जिक्र किया. प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं राज्य की सरकार को .
मोदी ने कहा, ‘कहावत है कि पहाड़ का पानी और पहाड़ की जवानी कभी यहां के लोगों के काम नहीं आती है. मैंने इस कहावत को बदलने का काम शुरू किया है जिससे लोगों को अपना घर नहीं छोड़ना पड़ेगा. पानी से बिजली बनाई जाएगी.’ प्रधानमंत्री ने प्रोटोकॉल तोड़कर लोगों से मुलाकात भी की.
इससे पहले शुक्रवार सुबह करीब 9:45 बजे प्रधानमंत्री देहरादून के जौली ग्रांड एयरपोर्ट पहुंचे. राज्यपाल के. के. पॉल और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने यहां उनकी अगवानी की. यहां से प्रधानमंत्री हेलिकॉप्टर से केदारनाथ के लिए रवाना हुए.
इस यात्रा के दौरान मोदी ने करोड़ों रुपये की 5 पुनर्निर्माण परियोजनाओं का शिलान्यास किया. इन प्रॉजेक्ट्स में बाढ़ सुरक्षा का काम और केदारपुरी का पुनर्निर्माण शामिल है. प्रधानमंत्री के दौरे के मद्देनजर डीएम, एसपी समेत जिले के 300 से अधिक अधिकारी व कर्मचारी केदारनाथ में ड्यूटी पर लगाए गए हैं. बताया जा रहा है कि इन अधिकारियों ने भगवान केदारनाथ के मंदिर में ही दीपावली मनाई. केदारपुरी को छावनी में तब्दील कर दिया गया.