अब उपेक्षित नहीं रहेगी दुनिया को दीपावाली देने वाली अयोध्या : योगी

लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उत्तरप्रदेश की कमान संभालने के बाद आई इस पहली दीपावली को अयोध्या में बेहद धूमधाम के साथ मनाया गया. उत्तरप्रदेश सरकार के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम में रामचरित मानस में वर्णित कथा के अनुरूप दृश्य को एक बार फिर से दोहराने की कोशिश की गई.

इस मौके पर खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल राम नाइक ने भगवान राम, सीता और लक्ष्मण की अगवानी की. उनकी आरती उतारी. भगवान राम, सीता और लक्ष्मण पुष्पक विमान रूपी हेलिकॉप्टर से अयोध्या में पहुंचे. ठीक वैसे ही जब लंका में रावण का वद्ध कर तीनों अयोध्या पहुंचे थे और अयोध्या वासियों ने घी के दीये जलाकर उनका स्वागत किया था.

हेलिकॉप्टर के अयोध्या में लैंड करते ही उन पर फूलों की बारिश की गई. मुख्यमंत्री योगी ने खुद अयोध्या राजघराने के गुरु विश्वामित्र की भूमिका निभाते हुए राम, सीता और लक्ष्मण की आरती उतारकर उनका स्वागत किया.

छोटी दीपावली के नाम से जानी जाने वाली रूप चतुर्दशी की शाम करीब 1.5 लाख दीयों से अयोध्या को प्रकाशित कर विश्व रिकॉर्ड बनाने का भी कार्यक्रम है. रावण के वध के बाद भगवान राम, देवी सीता और लक्ष्मण सहित जब अयोध्या लौटे थे तो सरयू नदी के तट से होकर गए थे. इस उपलक्ष्य में अयोध्यावासियों ने सरयू के तट पर दीप जलाए थे. मुख्यमंत्री योगी ने उसी रीति को दोहराया.

सरयू किनारे रामकथा पार्क में राज्यपाल राम नाईक, सीएम योगी आदित्यनाथ आदि ने इन सभी की आरती उतारी. भगवान राम, सीता और लक्ष्मण को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ अयोध्या के रामकथा पार्क पहुंचे. यहां योगी आदित्यनाथ ने भगवान राम और सीता को माला पहनाकर और आरती उतारकर उनका स्वागत किया. इस दौरान मंत्री रीता बहुगुणा जोशी भी मौजूद रहीं.

स्वतंत्र भारत में संभवत: पहली बार अयोध्या में इस तरह की दीपावली से पूरे नगर में उत्सव का माहौल है. हर कोई रामचरित मानस में लिखित कथा को साक्षात रूप में दर्शन कर रहे हैं. इस आयोजन में अयोध्या के अलावा आसपास के जिले के भी लोग भारी संख्या में पहुंचे हैं.

इस दौरान जय श्री राम के नारे गूंजते रहे. इसके बाद रामकथा पार्क में सीएम योगी ने गुरु वशिष्ठ की भूमिका निभाते हुए श्रीराम का राज्याभिषेक किया. इस मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा- दुनिया को दिवाली देने वाली अयोध्या को हमेशा ही नकारात्मकता के साथ देखा जाता रहा है लेकिन अब अयोध्या उपेक्षित नहीं रहेगी.

उन्होंने कहा कि आज के इस उत्सव के साथ ही हम प्रदेश को दुनिया के पर्यटन का केंद्र बनाने का प्रयास शुरू कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अयोध्याा का विकास भी होगा और 133 करोड़ रुपये की योजनाओं से नगर का कायाकल्प भी होगा.

मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या दुनिया के लिए मानवता का केंद्र है. इसे आशंका की नजर से नहीं देखा जाना चाहिए. योगी ने कहा कि खुशहाली के लिए परंपराओं का सम्मान करना जरूरी है. आज इंडोनेशिया, थाइलैंड में रामलीला होती है. जबकि भारत में कुछ अलग होता है तो कुछ लोगों को बुरा लगने लगता है.

 

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत एक सशक्त भारत बनेगा. एक ऐसा भारत जो जातिवाद, संप्रदायवाद व नक्सलवाद से मुक्त होगा. योगी ने कहा कि मोदी का सपना है कि 2022 तक भारत के हर नागरिक के पास घर हो. हर घर में बिजली हो, शौचालय हो. यही रामराज्य है. उन्होंने कहा कि जहां जाति के नाम पर, धर्म के नाम पर भेदभाव होता है वो रामराज्य नहीं रावणराज्य है.

इस मौके पर प्रदेश की कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने यूपी सरकार को ये कार्यक्रम आयोजित करने के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि योगी सरकार में अयोध्या का गौरव वापस लौटेगा.

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