हमारे गांव माहपुर में पिछले 3 दिन से हड़कंप मचा हुआ है. 3 दिन पहले बीस के करीब आदमी मोटरसाइकिल से धड़धड़ाते हुए गांव में आये. ठीक वैसे ही, जैसे पुरानी फिल्मों में डाकू आया करते थे, घोड़ों पर सवार हो के… अलबत्ता इनके हाथ मे राइफल बंदूक नहीं बल्कि पोथी किताबें और जरीब थी… जमीन नापने वाली चेन को जरीब कहते हैं.
ये लेखपाल, कानूनगो और अन्य राजस्व अधिकारियों का एक दल था. उन्होंने गांव में सारी सरकारी जमीन, ग्राम समाज, गौचर, चक रोड, ग्राम समाज के तालाब पोखरे, खेल के मैदान, खलिहान नापने शुरू किए.
उत्तरप्रदेश में पिछले 20 सालों में समाजवादी पार्टी की एक ये उपलब्धि रही कि इनके समाजवादी गुर्गे भू माफिया बन गए और इन्होंने पूरे प्रदेश की एक-एक इंच सरकारी भूमि पर कब्जा कर लिया. खलिहान, गौचर, बच्चों के खेल के मैदान, चकरोड, बरसाती पानी की निकासी का जो प्राकृतिक रास्ता होता है drain, वो सब कब्जा कर लिया… पोखर तालाब पाट लिए.
अब योगी सरकार ने अभियान चला के सरकारी ग्राम समाज की जमीन को नाप के चिन्हित करने, और खाली कराने का बीड़ा उठाया है.
आम तौर पर सरकारें ऐसे अलोकप्रिय निर्णय लेने से डरती हैं. गांव के दबंग पिछले पचासों सालों से गांव समाज की जमीनों पर काबिज़ हैं, बहुत सी सरकारी जमीनों पर स्थायी पक्के निर्माण हो चुके हैं. ऐसे में कार्यवाही करने पर व्यापक जनाक्रोश का सामना करना पड़ सकता है. पर अच्छे नेता जनहित में, देश हित में अलोकप्रिय कड़े निर्णय लेने से भी नहीं डरते.
योगी सरकार यूपी में बहुत अच्छा काम कर रही है. अब तक 450 से ज़्यादा बदमाशों, गुंडों, माफियाओं के एनकाउंटर हो चुके हैं. अकेले कैराना में ही 12 इनामी बदमाशों को मार गिराया गया है. ज़्यादातर गुंडे बदमाश प्रदेश छोड़ के भाग रहे हैं. प्रदेश में क़ानून व्यवस्था की स्थिति निरंतर सुधर रही है.
जिन ग्रामीण क्षेत्रों कस्बों में पहले 6 से 12 घंटे बिजली आती थी वहां अब 18 घंटे आ रही है, अलबत्ता पूर्व में VVIP रहे क्षेत्रों में लोगबाग बहुत नाराज चल रहे हैं.
अमेठी, रायबरेली, आज़मगढ़, इटावा, सैफई, कन्नौज, मैनपुरी जैसे इलाके जो समाजवादी और कांग्रेसी कुनबे के क्षेत्र थे, वहां तो 24 घंटे बिजली दी जाती थी और बाकी प्रदेश को 6 से 12 घंटे…
अब सबके साथ बराबरी का व्यवहार हो रहा है… मेरे गांव में 18 घंटे बिजली आती है. कुछ दिन पहले एक मित्र सोशल मीडिया पर रो रहे थे कि इलाहाबाद में 4 से 6 घंटे की कटौती हो रही है योगी राज में…
मैंने कहा, यही तो है राम राज्य जहां शेर बकरी एक ही घाट पर पानी पीते हैं… गौरतलब है कि इलाहाबाद में हाई कोर्ट होने के कारण इसे VVIP क्षेत्र माना जाता है और सड़क, बिजली, पानी की व्यवस्था आमतौर पर टाइट रहती है. मुझे खुशी है कि अब मेरा गांव भी बिजली सप्लाई के मामले में इलाहाबाद के मुकाबले खड़ा है. योगी सरकार बिजली तो दे रही है पर इन्हें बिल भी वसूलना चाहिये सख्ती से.
पूरे प्रदेश में फोर लेन सड़कों का निर्माण तेजी से हो रहा है और सभी प्रोजेक्ट्स समय से पूरे होंगे, ऐसा विश्वास है. मेरे एक मित्र मनरेगा में सुपरवाइजर हैं. वो बता रहे थे कि नरेगा-मनरेगा में भ्रष्टाचार और लूट पहले की तुलना में 50 से 70% तक की कमी आयी है.
अलबत्ता बड़े लेवल पर योजनाओं-परियोजनाओं में बड़े अफसरों और मंत्री जी लोग ने अपना कमीशन 1 से 2% तक बढ़ा दिया है. लखनऊ के एक मित्र ने बताया कि पहले जहां 5 या 6% का रेट था, वहां 1% बढ़ के 6 या 7% हो गया है.
योगी जी को चाहिए कि एकाध बड़ा हाथी मार दें, चूहे अपने आप मर जायेंगे. योगी जी, सफाई ऊपर से शुरू कीजिए.