बहुत पहले एक अंग्रेज़ी फिल्म देखी थी The Golden compass… वो फिल्म मुझे बहुत पसंद आई थी…. कहानी की वजह से नहीं उसके पात्रों के चित्रांकन की वजह से…
उस फिल्म में हर पात्र के साथ उसका Daemon बताया गया था और वो Daemon पात्र के चरित्र के हिसाब से बनाया गया था….
जैसे फिल्म की मुख्य पात्र एक छोटी बच्ची रहती है जिसका Daemon एक गिलहरी नुमा जानवर होता है जिसे Pantalaimon कहते हैं… शरारती सी, इधर-उधर फुदकती…
उस बच्ची के पिता फिल्म के हीरो होते हैं इसलिए उसका Daemon शेर होता है…
फिल्म के दो विलन के साथ कौआ और बाज…
और फिल्म की मुख्य वैम्प का Daemon, एक बदतमीज़ बंदरिया………
और सबसे मजेदार बात यह कि फिल्म के हर पात्र की जान उसके Daemon में होती है… और इससे भी ज़्यादा गूढ़ बात यह कि केवल उस लड़की का daemon ही ऐसा होता है जो अपना आकार बदल सकता है.
इस फिल्म में कुछ लोग मनुष्य का इस तरह से रूपांतरण करने की कोशिश करते हैं कि इंसान अपने अपने Daemon से मुक्त हो जाए… इस चक्कर में वो कई छोटे बच्चों को पकड़ कर ले जाते हैं और एक ही पिंजरे में बच्चे को उसके Daemon के साथ कैद कर देते हैं लेकिन उन दोनों के बीच मोटी सलाखों की दीवार खड़ी कर देते है…. बच्चा अपने Daemon के साथ होकर भी साथ नहीं…
धीरे धीरे बच्चे को उसके Daemon से अलग कर दिया जाता है और उसके Daemon को मार दिया जाता है… वो बच्चा धीरे धीरे मर जाता है…. बहुत कोशिश के बाद भी उनका यह प्रयोग सफल नहीं हो पाता …. बच्चे मरने लगते हैं…
फिल्म की मुख्य पात्र बच्ची के पास एक Golden compass होता है जो उसका मार्गदर्शन करता है…. क्या सच और क्या झूठ ये भी बतलाता है, भविष्य बतलाता है… फिल्म में सारे लोग उस Golden compass को चोरी करने के लिए उस बच्ची के पीछे पड़े रहते हैं….
आज की तारीख में मुझे फिल्मकार की यह कल्पना बहुत वास्तविक लगती है…
हिन्दुस्तान का Daemon हिंदुत्व है जिसे लोग उससे अलग करने की कोशिश कर रहे हैं….
कई लोग अपनी बदतमीज़ बंदरिया को शेर की तरह प्रस्तुत करने की भी कोशिश कर रहे हैं…
कई कौए और बाज नुमा Daemon भारत माँ के Daemon को अकेला पाकर उस पर टूट पड़ते हैं….
हमारे पास भी अपना Golden compass है, और वो है हमारा सनातन धर्म, हमारे वेद, पुराण, उपनिषद, गीता जो हमारा मार्गदर्शन करता है…. क्या सच और क्या झूठ ये भी बतलाता है, भविष्य बतलाता है… और सब लोग उस Golden compass को चोरी कर उस पर कब्जा कर लेना चाहते हैं….
और जैसा कि अक्सर फिल्मों में होता है और हमेशा जीवन में भी कि वो Golden compass किसी गलत हाथ में नहीं पहुंचता… क्योंकि प्रकृति खुद उसकी रक्षा कर रही है…. बाकी तो सब खेल है…. खेलते रहो…. जो इस खेल को समझ गया वो Golden compass को छीनने की बजाय उसके द्वारा दिखाई जा रही राह को पकड़ कर आगे बढ़ जाएगा…
और जो नहीं समझ पाएगा वो कभी शार्ली हेब्दो का Daemon मार देगा, कभी बोको हराम में रह रहे लोगों का Daemon…. कभी पेशावर में एक साथ कई बच्चों को उनके Daemon से अलग करने का नाकाम प्रयोग करते हुए उन्हें मौत के घाट उतार देगा…. तो कभी मज़हब के नाम पर कत्ले आम करेगा…
मेरा Daemon तो मैंने चुन लिया है…. वो देखो कैसे सारी चिंताओं से मुक्त होकर एक पेड़ से दूसरे पेड़ पर गिलहरी की तरह फुदक रहा है और प्रकृति के रहस्यों पर मुस्कुरा रहा है…. क्योंकि वो जानता है समय और परस्थिति के अनुसार केवल वही अपना स्वरूप बदलने के लिए स्वतन्त्र है….
बाकी किसका Daemon शेर है…
किसका फिल्म के दो विलन की तरह कौआ और बाज…
और फिल्म की मुख्य वैम्प की तरह किसका Daemon एक बदतमीज़ बंदरिया है…
इसकी कल्पना करने के लिए आप स्वतन्त्र है.
वैसे आपका Daemon क्या है?