रसोई घर में दाल का छौंक लगे और हींग की खुशबू बैठक तक ना जाए तो समझो हींग नकली है. यूं तो हींग का उपयोग मसाले के रूप में हर घर की रसोई में होता है. हींग दाल का स्वाद तो बढ़ाता ही है, साथ ही दाल को सुपाच्य भी बनाता है. दाल खाने के बाद पेट में बनने वाली गैस शांत होती है. यह बिलकुल लहसुन की तरह ही काम करता है इसलिए जो लोग लहसुन नहीं खाते उन्हें लहसुन के फायदे हींग से मिल सकते हैं.
यूं तो हींग का उत्पादन ईरान में तथा अफगानिस्तान में सबसे ज्यादा होता है, लेकिन भारत में इसका उत्पादन कश्मीर और पंजाब में भी होता है.
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हींग -1 : छोटी सी डिबिया में सेहत का जिन्न
डायबिटीज
हींग के तत्व रक्त में शक्कर की मात्रा कम करने में सहायक होता है. यह पेंक्रियास को अधिक इन्सुलिन का स्राव करने में मदद करता है.
ह्रदय रोग
हीग में पाया जाने वाला क्यूमेरिन नामक तत्व में खून को पतला करने का गुण होता है. . इससे खून का थक्का नहीं बनता. यह रक्त में कोलेस्ट्रॉल व ट्राई ग्लिसराइड को कम करती है. इस प्रकार इसके उपयोग से ह्रदय रोग से बचाव होता है.
यौन समस्या
पुरुषों में होने वाली यौन सम्बन्धी समस्या जैसे नपुंसकता, शीघ्रपतन, शुक्राणु में कमी आदि में हींग लाभदायक हो सकती है. खाने में इसका नियमित उपयोग यौन समस्या से दूर रखता है. एक गिलास गर्म पानी में हीग मिलाकर पीने से यौन शक्ति में इजाफा होता है. इससे पुरुष और महिला के यौन अंगों में खून का दौरा बढ़ जाता है और यौन सम्बन्ध में रुचि बढ़ जाती है.
कैंसर
हींग में पाए जाने वाले ताकतवर एंटीऑक्सीडेंट के कारण फ्री रेडिकल से होने वाले नुकसान से बचाव होता है और इस प्रकार कैंसर होने की संभावना कम होती है अतः हिंग का नियमित उपयोग करना चाहिए.
कीड़े का काटना
मकड़ी या किसी कीड़े के काटने या डंक मारने पर पके केले के टुकड़े के साथ चुटकी भर हिंग निगलने से दर्द और सूजन में आराम आता है. मधुमक्खी डंक मार दे तो हींग को पानी में घिस कर गाढ़ा पेस्ट बना कर लगाने से आराम मिलता है.
हिचकी
पुराने गुड़ के साथ हींग खाने से हिचकी बंद होती है.
फोड़ा फुंसी
नीम की कोमल पत्ती और हींग को साथ में पीस कर लगाने से फोड़े, फुंसी, मुँहासे, दाद आदि ठीक हो जाते हैं.
जलने पर
हींग को पानी में घोलकर जले हुए स्थान पर लगाने से जलन में आराम मिलता है तथा फफोला नहीं पड़ता.