हींग : छोटी सी डिबिया में सेहत का जिन्न

Patanjali Hing

रसोई घर में दाल का छौंक लगे और हींग की खुशबू बैठक तक ना जाए तो समझो हींग नकली है. यूं तो हींग का उपयोग मसाले के रूप में हर घर की रसोई में होता है. हींग दाल का स्वाद तो बढ़ाता ही है, साथ ही दाल को सुपाच्य भी बनाता है. दाल खाने के बाद पेट में बनने वाली गैस शांत होती है. यह बिलकुल लहसुन की तरह ही काम करता है इसलिए जो लोग लहसुन नहीं खाते उन्हें लहसुन के फायदे हींग से मिल सकते हैं.

यूं तो हींग का उत्पादन ईरान में तथा अफगानिस्तान में सबसे ज्यादा होता है, लेकिन भारत में इसका उत्पादन कश्मीर और पंजाब में भी होता है.

असली हींग की पहचान

हींग को परखने के दो उपाय हैं. पहला, हींग को पानी में घोलना चाहिए. पानी का रंग दूध जैसा सफ़ेद हो जाये तो हींग असली है. दूसरा माचिस की जलती हुई तीली हींग के पास लाने से चमकदार लौ निकलती है तथा यह पूरी तरह जल जाती है.

हींग के गुण और पोषक तत्व

आयुर्वेद के अनुसार हीग पित्त प्रधान और गर्म तासीर वाली होती है. हींग में कई विटामिन और खनिज जैसे कैल्शियम, फास्फोरस, आयरन, केरोटीन, राइबोफ्लेविन और नियासिन आदि भी पाए जाते हैं.

पाचक गुण

हींग का उपयोग पुराने समय से पेट के रोगों के लिए किया जाता रहा है. इसके तत्व पेट की गैस, पेट के कीड़े, पेट फूलना आदि में लाभदायक है. पेटदर्द व गैस होने पर हींग, अजवायन, और काला नमक मिलाकर गुनगुने पानी से लेने से तुरंत आराम मिलता है.

छोटे बच्चों के पेट में दर्द होने पर गुनगुने पानी में हींग घोलकर नाभि के आसपास लगाने से पेट की गैस निकल जाती है और पेटदर्द ठीक हो जाता है.

हींग, अजवाइन, छोटी हरड़ और सेंधा नमक चारों बराबर मात्रा में लेकर पीस लें. दिन में तीन बार आधा चम्मच गर्म पानी से फंकी लेने से अपच ( Indigestion ) ठीक होती है. भूख खुल जाती है। पेट का फूलना और भारीपन समाप्त साफ हो जाता है।

दर्द निवारक

हींग दर्द कम करने में मददगार होती है. विशेषकर महिलाओं को माहवारी के समय होने वाले दर्द में इससे बहुत आराम मिलता है. इसके अलावा दांत का दर्द, माइग्रेन या अन्य सिरदर्द में भी इससे आराम मिलता है. इसके लिए एक गिलास पानी में एक चुटकी हीग मिलाकर उबाल लें. इसे गुनगुना पीने से लाभ होता है. दांत में दर्द हो तो हींग को नीबू के रस में मिलाकर गाढ़ा पेस्ट बना लें. इसे दांत पर लगाने से दर्द कम होता है. जोड़ों में दर्द होने पर एक गिलास पानी में मूंग के बराबर हींग डालकर उबाल लें. जब हींग पूरी तरह घुल जाये तो गुनगुना पिए. कुछ दिन नियमित इस प्रयोग से दर्द जॉइंट पेन तथा सूजन आदि में आराम मिलता है.

कफ

हींग का उपयोग छाती में जमा कफ निकलने में सहायक होता है. इसके लिए हींग के साथ शहद और अदरक का उपयोग बहुत फायदा करता है. इसके उपयोग से कुकर खाँसी भी ठीक होती है.

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