उपरोक्त चित्र में दो वर्ष का अंतर है, बाद वाला चित्र नवरात्रि 2017 का है. उन दिनों नवरात्रि का व्रत कर रही थी. व्रत का अपना महत्त्व होता है, निर्भर करता है आप व्रत किस भाव से करते हैं. कहते हैं “उपवास” का अर्थ होता है “ईश्वर के पास”. तो सिर्फ नवरात्रि या किसी विशेष अवसर पर व्रत करते हुए ही नहीं, जब आप हर कार्य ईश्वर के निकट अनुभव करते हुए करते हैं तो आपकी भावदशा अपने आप बदल जाती है. आप अधिक साक्षी भाव से जीवन जीने लगते हैं. और ये भाव जितना प्रगाढ़ होता जाता है आपकी देह से ही नहीं आत्मा से भी अतिरिक्त बोझ उतरने लगता है.
इस लेख के पहले दो भाग में इस भाव दशा के बारे में विस्तार से बताया गया है जो आप नीचे दिए गए लिंक पर पढ़ सकते हैं. इस भाग का लाभ आप पूरी तरह तभी उठा सकेंगे जब आपने ये दो भाग पढ़े होंगे.
वज़न कम करने का अंतिम उपाय – भाग 1
ध्यान ही जीवन : एक भी रुपया खर्च किये बिना कम कीजिये वज़न – भाग -2

लेकिन आज की भागादौड़ी और व्यस्त जीवन में किसी के पास इतना समय नहीं होता कि वो अपनी खुद की भाव दशा पर भी चिंतन करें. इंस्टंट फ़ूड खाने से बढ़े मोटापे को भी सबको इंस्टंट कम करना है. तो कृपया आप इस लेख को यहीं पढ़ना बंद कर दें. क्योंकि आगे जो कुछ भी बताने जा रही हूँ उसके लिए आत्मिक धैर्य और मानसिक मौन का बहुत अधिक महत्व है. और उससे अधिक महत्व है कही गयी बात पर पूर्ण आस्था का. यहाँ आस्था मेरे लिखे से अधिक आपके द्वारा पढ़े को स्वीकार किये गए भाव पर होनी चाहिए.
हम यहाँ सूर्य साधना के अतिरिक्त जिन वस्तुओं के उपयोग और उपभोग के बारे में जानेंगे वो निम्नलिखित हैं –
त्रिफला
यूं तो माना जाता है कि यदि आप निरंतर त्रिफला कई वर्षों तक लेते हैं तो आपकी देह और आत्मा इतनी शुद्ध हो जाती है कि आपका बोला हुआ हर वाक्य सच हो जाता है. लेकिन हम यहाँ पहले केवल शरीर के लिए त्रिफला का उपयोग करेंगे. रोज़ रात को एक कांच के ग्लास में एक चम्मच त्रिफला पानी में घोलकर रख दीजिये. सुबह उठते से ही सबसे पहले उस पानी से कुल्ला करते हुए उसे पी जाइए. इसके दो फायदे हैं, पहला, त्रिफला जल आपके मसूढ़ों और दांतों को मजबूती देने के साथ मुंह की दुर्गन्ध दूर करता है. दूसरा उस पानी को पीने से पेट के विकार समाप्त होते हैं. (यह विधि प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य श्री पवन सिंहा से ग्रहण की है)
आयुर्वेद आशीर्वाद : 11 वर्ष नियमित त्रिफला सेवन से सच हो जाती है वाणी!
मेथी दाने
शरीर की अतिरिक्त चर्बी कम करने के लिए मेथीदाने सबसे बेहतर उपाय है, इससे आपको कमर दर्द और जोड़ों के दर्द में भी आराम मिलेगा. और लम्बे समय तक उपयोग से आपके बालों को भी मजबूती मिलेगी. इसके उपयोग के दो तरीके हैं. या तो आप सुबह चाय पीने से पहले आधा चम्मच मेथी दाने कुनकुने पानी से लीजिये. या उसे अंकुरित करके सलाद के रूप में खाइए.
माँ की रसोई से पंचफोरन : भारतीय मसाले का पंचामृत
अलसी
बालों की बात निकली है तो बता दूं, बालों के लिए अलसी के तेल से बढ़िया कुछ नहीं. बाल मजबूत तो होते ही हैं, उसके टेक्सचर में भी फर्क आ जाता है. जिसे हम बालों का वॉल्यूम कहते हैं, वो बढ़ जाता है. दूसरा अलसी के दाने खाने से थाइरोइड नियन्त्रण में रहता है. इसे आप कभी भी मुखवास के रूप में खा सकते हैं. अलसी का मुखवास बनाने की विधि देखने के लिए आप नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें.
माँ की रसोई से : थाइरोइड को संतुलित रखने के लिए खाइए ये मुखवास
आयुर्वेद आशीर्वाद : अलसी से पाइए सम्पूर्ण पोषण
उपरोक्त वस्तु के अलावा बहुत सारी वस्तुएं हैं जो आप खाने में उपयोग कर अतिरिक्त वसा कम कर सकते हैं. लेकिन एक साथ सारी वस्तु का उपयोग भी कभी कभी नुकसान करता है. इसलिए एक महीना अभी इन तीन वस्तुओं पर प्रयोग आरम्भ करें.
आगे की प्रक्रिया जानने के लिए मेकिंग इंडिया से जुड़े रहें. किसी कारणवश उपरोक्त तीनों भाग में बताई विधि छूट भी गयी है तो उसे दोबारा किसी भी दिन से तुरंत प्रारम्भ कर दें.
(तीनों भागों में बताई गयी प्रक्रियाएं मेरे व्यक्तिगत अनुभवों से प्राप्त की गयी है)