नई दिल्ली. भारत और बांग्लादेश के सीमा पर सुरक्षा संभालने वाले बलों के प्रमुखों की बैठक मंगलवार से नई दिल्ली में शुरू होगी. रोहिंग्या शरणार्थियों की घुसपैठ रोकने को लेकर खास तौर पर वार्ता की जाएगी. इसके अलावा सीमा पार से जाली भारतीय मुद्रा की तस्करी और नशीले पदार्थों की तस्करी समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा की जाएगी.
बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के महानिदेशक मेजर जनरल अबुल हुसैन के नेतृत्व में 24 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल बातचीत में शामिल होगा. इसमें सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के प्रमुख केके शर्मा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल शामिल होगा.
भारत और बांग्लादेश के बीच महानिदेशक स्तर की 45वीं बैठक पांच अक्तूबर तक चलेगी. गृह मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक दोनों पक्ष बातचीत में सीमापार से रोहिंग्या मुसलमानों की घुसपैठ और उनकी हालिया गतिविधियों को लेकर बातचीत करेंगे.
भारतीय पक्ष बांग्लादेश से जाली भारतीय नोटों की तस्करी के मुद्दे को भी उठा सकता है. उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष मवेशियों की तस्करी, बांग्लादेश में स्थित भारतीय उग्रवादी समूहों की गतिविधियों, अवैध विस्थापन की रोकथाम, समान एजंडा कार्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए संयुक्त प्रयासों और अन्य विश्वास निर्माण वाले कदमों पर चर्चा कर सकते हैं.
अधिकारियों के अनुसार, ‘दोनों पक्ष उन विषयों को भी उठाएंगे जिन पर इस साल फरवरी में बीएसएफ के एक प्रतिनिधिमंडल की बांग्लादेश यात्रा के दौरान बातचीत हुई थी.’ उन्होंने कहा, दोनों बलों के बीच बहुत सौहार्दपूर्ण रिश्ते हैं और इस बातचीत का उद्देश्य रिश्तों को आगे ले जाना है.