पत्तलकार महोदय, कमल का फूल कब आपका था, जो आप आत्मग्लानि में प्राण त्यागने पर उतारू हैं? आपको जिन विषयो पर आत्मग्लानि होनी चाहिए वो मैं आपको सुझाता हूँ जिन्हें आपकी ढोंगी पक्षपाती पत्रकारिता देखना ही नहीं चाहती है.
1- अरविंद केजरीवाल के साढू भाई द्वारा निर्मित वो पुलिया जो शायद केजरीवाल की आध्यात्मिक शक्तियों के कारण आज भी अदृश्य है और जिसका न सिर्फ completion सर्टिफिकेट जारी हुआ बल्कि दस करोड़ की पेमेंट भी जनता की गाढ़ी कमाई से कर दी गयी.
2- चारा घोटाले में सज़ायाफ़्ता अपराधी लालू यादव के होनहार बिरवानों के मालिकाना हक की ढेरों सम्पत्तियां जिनमे शॉपिंग मॉल, बेशकीमती फार्म हाउसेस, किले नुमा बड़े बड़े बंगले, सैकड़ो एकड़ कृषि भूमियां, ढेरो रहवासी अपार्टमेंट इत्यादि शामिल हैं.
3- नेशनल हेराल्ड केस जिसमें कांग्रेस पार्टी की पांच हज़ार करोड़ की संपत्ति माँ बेटे ने अपने व्यक्तिगत नामों पर करवा ली और न्यायालय में विचाराधीन इस मामले में दोनों ज़मानत पर हैं.
4- बंगाल में इस्लामिक जेहादी कट्टरवाद को संरक्षण और हिन्दू तीज त्योहारों पर प्रतिबन्ध, जिस कारण वहाँ का हाई कोर्ट बार-बार ममता बनर्जी सरकार को फटकार रहा है.
5- केरल में वामपंथी हिंसा जिसमें लगातार एक विचारधारा के लोगों को बेरहमी से कत्ल किया जा रहा है.
6- कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्याचारों पर काली स्क्रीन का इन्तजार सारे देश को है.
7- ब्रजेश पाण्डेय, जो बलात्कार ही नहीं व्यभिचार के व्यापार का भी आरोपी था, जिसे विवाह करना पड़ा जेल जाने से पहले, पर कोई भी चेहरा सफ़ेद रँग में नहीं दिखा.
8- बिहार सरकार की एक महिला अधिकारी, जो भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों में अन्वेषित है, उसे कब स्टूडियो में बैठा कर प्राइम टाइम करेंगे?
9- हिमाचल का मुख्यमंत्री अपने बजाज स्कूटर पर कई टन सेव फल ट्रांसपोर्ट कर गया और जिसे बाकायदा अपनी आयकर विवरणी में दर्ज भी किया, ये किस दैवीय शक्ति के तहत संभव हुआ?
10- कपिल मिश्रा क्यों अभी तक आपके प्राइम टाइम में स्थान नहीं पा सके, जबकि कन्हैया कुमार से लेकर खालिद और जेएनयू में बलात्कार का आरोपी छात्र नेता तक प्राइम टाइम में बार बार स्थान पाते रहते हैं.
11- आप खुद को धर्म निरपेक्षता का झंडाबरदार मानते हैं फिर रोहिंग्या शर्णार्थियो को धर्म के आधार पर क्यों शरण की हिमायत कर रहे हैं.
12- मो. अनस की भाषा शैली से सारा सोशल मीडिया परिचित है और वो आपका करीबी है फिर भी आप विक्टिम कार्ड खेल रहे है कि लोग आपको गाली देते हैं, प्रधान मंत्री ने अभद्र भाषा वालो को फॉलो किया हुआ है.
13- किसी भी राष्ट्रीय महत्व के मुद्दे पर आपका पक्ष राष्ट्र के विपरीत ही क्यों होता है? कोई भी मुद्दा उठा लीजिये आपने देश के विरुद्ध ही अपना स्टैंड लिया है.
14- आपको काले कोट वाले पत्रकारों से चिढ़ है पर खुद के बेशकीमती काले कोट भूल गए जो सालो से टाई के साथ पहन कर कुटिलता से मुस्कराते रहे हैं.
15- सबसे महत्वपूर्ण आपके लिए… 1107 करोड़ का मुनाफ़ा आपके मालिको ने आयकर विवरणी में छुपाया, जिसे आयकर विभाग की विभिन्न अपीलों के बाद दिल्ली हाई कोर्ट ने भी छुपाना पाया. क्या यह पत्रकारिता की आड़ में चौथ वसूली नहीं था? छि: सड़क छाप गुंडों के जैसे हफ्ता वसूली… पत्रकारिता की आड़ में कर चोरी…
ढेरो मुद्दे अभी और भी हैं जहां आपकी चुप्पी को संदेहास्पद श्रेणी में रखा जाता है… सोशल मीडिया में आपने भांड चमचे पाल रखे हैं जो आपकी टाइम लाइन पर आपके विपरीत विचार रखने वालों के साथ निकृष्ट भाषा का इस्तेमाल करते हैं.
कमल न आपका था… न है… और न ही रहेगा… आप जैसे पक्षपाती और वामपंथी के आसपास भी कमल नहीं हो सकता… ये खिला हुआ कमल भारत के करोड़ों नागरिकों की प्रबल स्नेहाभिव्यक्ति का परिणाम है.
आप सिर्फ एक भोंपू हैं, जो सिर्फ स्वयं को थोपने के उद्देश्य से प्रदूषण फैलाता है… आपका चैनल TRP विहीन हो चला है और आप न सिर्फ कमल बल्कि राष्ट्रवाद और सनातन के प्रति घृणा प्रदर्शित कर खुद को प्रासंगिक बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं…
ज़रा सोचिये अगर राष्ट्रवादी आपके कुविचारों पर प्रतिक्रिया करना बंद कर दें तो कौन पूछेगा आपको… वर्तमान राजनीतिक और सामाजिक व्यवस्था में आप बेगानी शादी के अब्दुल्ला से अधिक कुछ नहीं…
काश कमल आपकी भूल नहीं, करोड़ों भारतीयों के सदृश्य आपका भी गुरूर होता तो आज आप उच्च रक्तचाप से पीड़ित न होते.
ये भारत सिर्फ और सिर्फ भारतीयों का है, इसमें किसी ब्रेकिंग इन्डिया फ़ोर्स के लिए कोई स्थान नहीं… रहिये, ज़हर उगलिए और घी चुपड़ी रोटियां खाईये, बस इतना ही मिलेगा… वन्दे मातरम्….!!!