देश में किस तरह झूठी अनर्गल अराजक सूचनाओं को प्रसारित कर के देश के 125 करोड़ नागरिकों की आंखों में धूल झोंकी जा रही है. देश की चुनी हुई सरकार के खिलाफ झूठ फ़रेब का देशघाती जहर फैलाया जा रहा है. इसका शर्मनाक साक्ष्य है केवल 1 मिनट 13 सेकण्ड की यह वीडियो क्लिप, जिसे ध्यान से देखिए.
वीडियो क्लिप देखने से पहले यह जान लीजिए कि देश में सरकारी कम्पनियों के पेट्रोल पम्पों की संख्या 56190 है. इनके अतिरिक्त देश में निजी पेट्रोल पम्पों की संख्या 3586 है, जिनमें से अधिकांश बन्द पड़े हैं. पेट्रोल पम्पों की संख्या की पुष्टि के लिए क्लिक करिए https://en.m.wikipedia.org/wiki/Petrol_stations_in_India
अब देखिए यह वीडियो क्लिप जिसमें आपको दिखेगा कि देश के सबसे बड़े बिज़नेस न्यूज़पेपर ‘बिजनेस स्टैंडर्ड’ का यूपी ब्यूरो चीफ एक न्यूज़ चैनल पर आर्थिक मामलों का बहुत बड़ा जानकार बनकर बैठा हुआ है और यह कहकर देश की आंखों में धूल झोंक रहा है कि मोदी सरकार ने देश में 2014 के बाद एक भी नया पेट्रोल पम्प नहीं खोला है.
इसका कारण बताते हुए आर्थिक मामलों का यह कथित ‘बहुत बड़ा जानकार’ कहता है, ‘क्योंकि मोदी सरकार देश की दो बड़ी निजी कंपनियों के देश में बन्द पड़े 2 लाख 80 हज़ार निजी पेट्रोल पम्पों को खुलवाना चाह रही है और अब तक इनमें से 2 लाख 15 हज़ार निजी पेट्रोल पम्प खुलवा भी चुकी है.’
क्लिप में ध्यान यह भी दीजिए कि न्यूज़चैनल के एडिटर इन चीफ का तमगा लगा के बैठा शख्स इतने भयानक भयंकर शर्मनाक झूठ को प्रचण्ड भक्ति भाव से सुन रहा है और उसने चूं तक नहीं की.