23 सितम्बर को संयुक्त राष्ट्र के वैश्विक मंच से बोलते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान को विश्व के सामने नग्न करके उस पर अपनी शब्द पादुकाओं की मूसलाधार वर्षा की. संयुक्त राष्ट्र की सभा मे उस समय उपस्थित अनेक देशों के प्रतिनिधियों ने खड़े होकर करतल ध्वनि के साथ सुषमा स्वराज के उस भाषण का स्वागत अभिनन्दन भी किया.
सुषमा स्वराज द्वारा संयुक्त राष्ट्र में दिए गए उनके भाषण के लिए राहुल गांधी ने भी 24 सितम्बर ट्वीट कर के उन्हें बधाई और धन्यवाद दिया. लेकिन राहुल गांधी ने अपने इस ट्वीट में सुषमा स्वराज को बधाई और धन्यवाद इसलिए नहीं दिया था कि उन्होंने पाकिस्तान को मुंहतोड़ उत्तर दिया और विश्व के समक्ष भारत का पक्ष सशक्त किया.
सुषमा स्वराज को राहुल गांधी द्वारा दी गयी बधाई और धन्यवाद का सुर स्वर सन्देश उद्देश्य कुछ और ही था. राहुल गांधी ने अपने ट्वीट कहा कि मैं सुषमा स्वराज जी को धन्यवाद देता हूं. मुझे प्रसन्नता हुई कि सुषमा स्वराज ने कांग्रेस के बनवाये हुए IIT, IIM वगैरह का नाम लिया.
राहुल गांधी के इस ट्वीट में माइक्रोस्कोप से खोजने पर भी देशहित या देश के मान सम्मान से सम्बंधित कोई भाव या सन्देश का कोई सूक्ष्म चिन्ह भी नहीं दिखता. इसके बजाय राहुल गांधी के ट्वीट में छुपे तंज को बहुत आसानी से पढ़ा जा सकता है.
राहुल गांधी समेत पूरी कांग्रेस पहले तो अपनी यह गलतफहमी दूर कर ले कि संयुक्त राष्ट्र में सुषमा स्वराज उनकी कमाई अर्थात 67 में से लगभग 58 वर्षीय कांग्रेसी शासन की कमाई के बल पर ही देश की मोदी सरकार की पीठ थपथपा रहीं थीं.
इसके बजाय कांग्रेस को सुषमा स्वराज के भाषण के लिए उनका हृदय से आभारी होना चाहिए क्योंकि उन्होंने संयुक्त राष्ट्र के मंच से पाकिस्तान को आईना दिखाने तक ही स्वयं को सीमित रखा तथा कांग्रेस को बख्श दिया.
राहुल गांधी समेत पूरी कांग्रेस क्या यह चाहती है कि सुषमा जी को संयुक्त राष्ट्र के मंच से IIT, AIIMS, IIM का जिक्र करते समय दुनिया को यह भी बता देना चाहिए था कि भारत में 67 वर्षों (58 वर्ष कांग्रेसी शासन) में कुल 16 IIT बनाये गए जबकि मोदी सरकार के 3 वर्ष के शासन में 7 IIT बनाए गए हैं.
कांग्रेस को सुषमा स्वराज के भाषण के लिए उनका हृदय से आभारी इसलिए भी होना चाहिए क्योंकि सुषमा जी ने संयुक्त राष्ट्र के मंच से दुनिया को यह नहीं बताया कि भारत में 67 वर्षों (58 वर्ष कांग्रेसी शासन) में कुल 7 AIIMS बनाये गए जबकि मोदी सरकार के 3 वर्ष के शासन में 11 AIIMS बन रहे हैं, जो 2019 तक बनकर तैयार हो जाएंगे.
कांग्रेस क्या यह चाहती है कि सुषमा जी को संयुक्त राष्ट्र के मंच से IIM का जिक्र करते समय दुनिया को यह भी बता देना चाहिए था कि भारत में 67 वर्षों (58 वर्ष कांग्रेसी शासन) में कुल 13 IIM बनाये गए जबकि मोदी सरकार के 3 वर्ष के शासन में 7 IIM बनाए गए हैं.
आतंकियों-हत्यारों को प्रश्रय
कांग्रेस को सुषमा स्वराज के भाषण के लिए उनका हृदय से आभारी इसलिए भी होना चाहिए क्योंकि सुषमा जी ने संयुक्त राष्ट्र के मंच से पाकिस्तान द्वारा आतंकवादियों को संरक्षण सहयोग के जवाब में दुनिया को भारत द्वारा IIT, AIIMS और IIM के निर्माण के विषय में ही बताने तक स्वयं को सीमित रखा और…
… और उन्होंने दुनिया को यह नहीं बताया कि यदि पाकिस्तान हाफ़िज़ सईद, अज़हर मसूद, सलाउद्दीन तथा लखवी सरीखे आतंकवादियों को पनाह देता रहा है तो भारत भी गुलाम मोहम्मद मीर उर्फ मोमा काना सरीखे आतंकवादी को पद्मश्री देकर सम्मानित करता रहा है. उम्रकैद की सज़ा पाए आतंकी नक्सली हत्यारों के साथी विनायक सेन को योजना आयोग की समिति का सदस्य बनाकर सम्मानित करता रहा है.
कुख्यात आतंकवादी जनरैल सिंह भिंडरावाले के आतंकी संगठन की पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस का खर्च देश के गृहमंत्री जैल सिंह से कराता रहा है. अमेरिका में आतंकवाद की सज़ा काट रहे आतंकी आदिल शहरयार की रिहाई के लिए हजारों भारतीयों की हत्या के जिम्मेदार वॉरेन एंडरसन को भारत से फरार होने में मदद करता रहा है.
यह सूची बहुत लम्बी है. अतः इतने उदाहरण ही पर्याप्त यह सन्देश देने के लिए कि संयुक्त राष्ट्र में सुषमा स्वराज के भाषण पर उछलने कूदने, व्यंग्य करने, ताना देने के बजाय राहुल गांधी समेत पूरी कांग्रेस सुषमा स्वराज को धन्यवाद दे, उनका आभार व्यक्त करे या फिर अपना मुंह बंद रखे.