भोपाल. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सदगुरू जग्गी वासुदेव की नदी अभियान रैली के भोपाल पहुंचने पर आज भोपाल के बैरागढ में सीहोर नाके के पास यात्रा का स्वागत किया. सदगुरू स्वयं रैली का नेतृत्व कर रहे थे.
सदगुरू रैली फॉर रिवर में स्वयं गाड़ी चलाते हुए बैरागढ से मुख्यमंत्री निवास तक आये. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह चौहान सदगुरू के साथ रैली में शामिल हुए.
[नदी अभियान : 2030 में प्यास से मरना नहीं चाहते तो मिस्ड कॉल दीजिये 80009 80009 पर]
मुख्यमंत्री निवास पर श्री चौहान ने सदगुरू का स्वागत किया. सदगुरू के आग्रह पर श्री चौहान ने उन्हें गौशाला का भ्रमण कराया. सदगुरू ने मुख्यमंत्री की इस पहल की सराहना की. श्रीमती साधना सिंह चौहान ने गौशाला प्रबंधन के बारे में जानकारी दी और स्थापना का इतिहास बताया.
नदियों के संरक्षण और संवर्धन के प्रति जन-जागरण के लिये शुरू किये गये “नदी अभियान (Rally for Rivers)” के अंतर्गत मुख्यमंत्री निवास में 23 सितम्बर को शाम 6 बजे विशेष कार्यक्रम आयोजित हुआ. यह कार्यक्रम मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में ईशा फाउण्डेशन के संस्थापक परमपूज्य सदगुरू जग्गी वासुदेव के सानिध्य में सम्पन्न हुआ.
उल्लेखनीय है कि नदियों के संरक्षण और संवर्धन के प्रति जन-जागृति के लिये परमपूज्य सदगुरू के सानिध्य में गत 3 सितम्बर से आगामी 2 अक्टूबर तक कन्याकुमारी से हिमालय का यह अभियान शुरू किया गया है.
सदगुरू के अनुसार, भारत की नदियों को फिर से जीवंत करने का सबसे आसान उपाय है – नदी के दोनों ओर कम-से-कम एक किलोमीटर की चौड़ाई में पेड़ लगाना. अगर सरकारी भूमि है तो जंगल लगाएं जाएं और कृषि भूमि पर फलों के पेड़ लगाए जाएं. इससे यह सुनिश्चित होगा कि मिट्टी नम रहेगी, और पूरे साल मिट्टी से नदियों तक पानी पहुंचता रहेगा. इससे बाढ़, सूखा और मिट्टी की कमी भी कम हो जाएगी और किसानों की आय में वृद्धि होगी.
सद्गुरु खुद गाड़ी चलाकर कन्याकुमारी से हिमालय तक की यात्रा कर रहे हैं. यह नदी अभियान 16 राज्यों से गुजरेगा जहां बड़े समारोह आयोजित किए जाएंगे ताकि पूरे देश में यह जागरूकता पैदा की जा सके कि हमारी नदियां मर रही हैं. आगामी दो अक्टूबर तक टोल फ्री नंबर 80009 80009 पर मिस्ड कॉल देकर इस नदी अभियान को समर्थन दिया जा सकता है.