आज रेसिपी से पहले स्वामी ध्यान विनय का नहीं, अपने बड़े सुपुत्र चिरंजीव ज्योतिर्मय का किस्सा बताती हूँ. ज्योतिर्मय ने जन्म के बाद साल दो साल तक केला नहीं खाया. हम हर तरह से उनको मना मना कर थक गए. फिर सोचा, होगा कोई कारण तो हमने जबरदस्ती करना छोड़ दिया, क्योंकि मुझे इस बात का ख़याल था कि उन्होंने जन्म के बाद पूरे 24 घंटे बिना दूध के बिताया था. माँ का दूध नहीं पियेंगे ज्योतिर्मय, ये तो मेरे लिए नामुमकिन सी बात थी. फिर भी हमने उन्हें उन 24 घंटों में बहुत बार चम्मच से दूध पिलाने की कोशिश की लेकिन उन्होंने उसे भी गुटकने से मना कर दिया.
खैर फिर उन्होंने 24 घंटे का व्रत खोला और फिर जो आँचल में छुपे तो उन्हें मजबूरन आठ महीने में ही छोड़ना पड़ा क्योंकि उनकी उम्र के हिसाब से ज़रूरत से ज़्यादा ही दांत उगा लिए थे. और फिर एक पर एक फ्री की तरह छोटे सुपुत्र चिरंजीव गीत को भी इस जगत में आने की इतनी जल्दी थी कि सवा साल के अंतर में मेरी गोद में दो बच्चे खेल रहे थे.
तो जितनी जल्दी दूध के दांत उगा लिए थे उतनी जल्दी बड़े सुपुत्र के दांत गिरना भी शुरू हो गए. सात साल की उम्र में वो अपने छह दांत गँवा चुके हैं, जिनमें से सिर्फ चार दांत वापस आये हैं, और पिछले दो महीने में हम जब भी उनके मुंह में बाकी के दो दांत ढूँढने के लिए उनका मुंह खोलते हैं, तो वो कृष्ण कन्हैया अपनी बड़ी बड़ी बातों से ब्रह्माण्ड के दर्शन करवा देते हैं, जिसका ज़िक्र मैं कई बार कर चुकी हूँ. और हमारे छोटे मियां तो ऐसे हैं कि साढ़े तीन साल तक माँ की छाती से चिपके रहे. और आज छह के करीब पहुंचकर भी एक भी दांत नहीं गंवाया.
ऊपर से उनके दांत भी चूहे के दांत जैसे छोटे छोटे हैं, और मुंह तो इतना छोटा है कि वो सेब तक अपने आप नहीं खा सकते. वो भी उनको काटकर देना पड़ता है. ओह सेब से याद आया मैं तो आपको सेब की एक स्वादिष्ट रेसिपी बताने वाली थी. आप लोग मुझे सच में बातों में उलझा देते है. चलिये चलिये पहले रेसिपी पढ़ लीजिये फिर सुनाती हूँ उनके किस्से.
Ingredients
दो बड़े सेब
1 कप caramel bits
1 कप केक मिक्स जो बाज़ार में तैयार भी मिलता है
⅔ कप पानी या दूध
घी तलने के लिए
1 कप शक्कर
1 छोटी चम्मच दालचीनी या इलायची पाउडर (बच्चों की पसंद के अनुसार)
थोड़ा सा शक्कर का बूरा
विधि
सबसे पहले सेब को गोलाकार शेप में 1/4 इंच चौड़ी स्लाइस में काट लें.
अब इन स्लाइस के बीच के हिस्से को गोल चम्मच या कटर से काट लें, ताकि उसका बीज वाला हिस्सा निकल जाए.
इन स्लाइस को टिश्यू पेपर पर रख कर हल्का सा दबाकर सुखा लें.
अब caramel को एक बाउल में पिघला लें.
एप्पल रिंग्स को Chopstick की मदद से उसके बीच के गोल कटे हिस्से में फंसाकर उठाएं.
इन रिंग्स को पिघले caramel में डुबोकर गोल घुमाएं ताकि उन पर सब तरफ से caramel चढ़ जाए.
एक दूसरे बाउल में केक मिक्स को पानी में घोल गाढ़ा पेस्ट बना लें.
अब एक कड़ाही में घी गर्म करने रखें.
अब caramel लगे एप्पल रिंग्स को केक मिक्स में डुबोकर गरम घी में दोनों तरफ से अच्छे से तल लें.
यूं तो हम अपने बच्चों को खूब घी खिलाने की फ़िराक में रहते हैं, लेकिन अंग्रेज़ लोग ज़रा ज्यादा ही नखरेल होते हैं इस मामले में, इसलिए वो इन तली हुई रिंग्स को पेपर नैपकिन्स पर निकालकर रख देते हैं, ताकि अतिरिक्त घी निकल जाए.
आप तो अपनी देसी इस्टाइल में घी लगा ही रहने दें उस पर. और अंत में खूब सारा शक्कर का बूरा और थोड़ा सा दालचीनी या इलायची पाउडर बुरककर बच्चों को परोस दें.
इस हिदायत के साथ उनको खाने के लिए बोलिए कि गरम होने के कारण इसमें पिघला हुआ caramel निकलेगा तो ज़रा फूंक कर खाएं.
तो लीजिये जनाब अपने बच्चों के लिए एक नई रेसिपी तैयार है, थोड़ी मेहनत वाला काम है लेकिन छुट्टी वाले दिन बच्चों की खुशी के लिए इतनी मेहनत तो करना ही पड़ेगी.. क्यों? क्योंकि माँ की रसोई में सिर्फ खाना ही नहीं खुशियाँ भी पकती हैं.