वज़न कम करने का अंतिम उपाय

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Ma Jivan Shaifaly

ध्यान मूलं गुरु मूर्ति, पूजा मूलं गुरु पदम्
मन्त्र मूलं गुरु: वाक्यं, मोक्ष मूलं गुरु कृपा…

The Root of Meditation is the Form of the Guru,
The Root of Worship is the Feet of the Guru,
The Root of Mantra is the Word of the Guru,
The Root of Liberation is the Grace of the Guru.

ध्यान किसका करें गुरु का…
पूजा किसकी करें गुरु के चरणों की…
मंत्र कौन सा सबसे अधिक शक्तिशाली है… जो गुरु के मुंह से निकले…
मोक्ष कहाँ है…. जब गुरु अपनी कृपा शिष्य पर बरसा दे…

आप सोच रहे होंगे मैं आपको वज़न कम करने का कोई ऐसा अचूक उपाय बतानेवाली हूँ कि आप अमुक व्यायाम और तमुक खान-पान में हेर फेर से चार महीने के अन्दर जादुई रूप से मेरी तरह आठ किलो वज़न कम करके छरहरी काया पा लेंगे. परन्तु यहाँ तो मैंने गुरु वंदना प्रारम्भ कर दी.

तो आप बिलकुल सही दिशा में सोच रहे हैं. आपकी प्रत्येक शंका का समाधान मिलेगा बस शर्त यही है कि यहाँ लिखी हर पंक्ति को पूरे धैर्य के साथ पढ़ें.

पहली बात उपाय अचूक है यदि आप अपने संकल्प पर डिगे रहते हैं.
दूसरी बात व्यायाम भी बताऊंगी परन्तु वह महंगे क्लब के एरोबिक्स और कम्पलीट डाइट चार्ट के पीछे बाज़ार से महंगी चीज़ें लाने जैसा नहीं है.
तीसरी बात मैंने चार महीने में आठ किलो वज़न कम किया है, आवश्यक नहीं कि आप उतने समय में उतना ही कम करें, क्योंकि ये आपकी शारीरिक सरंचना और संकल्प पर निर्भर करता है. इसलिए आप जल्दी भी कम कर सकते हैं.
चौथी सबसे महत्वपूर्ण बात जो भी कार्य आरम्भ करें ॐ श्री गुरुभ्यो नम: मंत्र के साथ गुरु के चरणों में समर्पित करते हुए करें.

आपको हास्यास्पद लग रहा होगा ये सब, परन्तु मैं बता दूं ये बिलकुल भी मज़ाक नहीं है. मेरी इस बात से वो लोग पूरी तरह सहमत होंगे जिन्होंने मेरी जीवन पुनर्जन्म गाथा पढ़ी है. और उसे पढ़ते हुए ये जाना है कि केवल ध्यान ही एकमात्र रास्ता है जिस पर चलकर आप वो सबकुछ पा सकते हैं जो आप पाना चाहते हैं…. बशर्ते पाने की अपेक्षा न रखें.

एक बार फिर आप मेरे इस विरोधाभास वक्तव्य में उलझ रहे होंगे कि बिना किसी अपेक्षा के कैसे वो सबकुछ पाया जाए जो हम पाना चाहते हैं. इसे समझने के लिए आपको पहले नीचे दी गयी लिंक पर जीवन पुनर्जन्म गाथा लेख पढ़ना होगा. जिसके लिए आपको मैं पहले ही चेतावनी दे दूं जो मेरे अनेक गुरुओं में से एक बाबाजी ने अपने शिष्य श्री एम को दी थी कि …

“सत्य कल्पना से भी अधिक अनोखा होता है और अगर तुम्हारी कहानी से उनकी कल्पना को उत्तेजना मिलती है, तो आशा की जा सकती है कि उन्हें शायद कभी यह भी ज्ञान हो जाएगा कि चेतना के और भी ऊंचे स्तर होते हैं जिन्हें शुष्क तर्क से नहीं समझा जा सकता या कि मनुष्य द्वारा अभी प्राप्त बुद्धि द्वारा. इसके अलावा, यह भी ध्यान रखो कि किसी भी बात को, जो स्थापित मानदंडों के अनुसार नहीं है, उसे अवैज्ञानिक कह कर खारिज कर दिया जाता है, इसलिए कोई विशेष आशा मत रखो.”

जिन्हें उपरोक्त बात पर रत्तीभर भी शंका है वो सीधे नीचे दी गयी प्रक्रिया को समझ लें. परन्तु उसके लिए मैं अपनी तरफ से एक ही बात कहूंगी कि वज़न कम करना ही नहीं, बल्कि कोई भी बात तभी संभव है जब आपका संकल्प और इच्छा शक्ति दृढ़ हो.

दूसरी बात अस्तित्व के प्रति समर्पण और उसकी तरफ से होने वाली अच्छी बुरी किसी भी तरह की घटना के प्रति अहोभाव रखते हुए अपनी खुद की प्रतिक्रिया को साक्षी भाव से देखें. कोई जादुई बात चाहे छोटी सी ही क्यों ना हो उस पर अचंभित होइये.

बकौल स्वामी ध्यान विनय – “आप अचंभित होते रहिये तो प्रकृति आपको अचंभित करती रहेगी.”

आप में से कइयों को यह विचार आ रहा होगा कि जिनका कोई गुरु नहीं या जो अपने गुरु के बारे में जानता नहीं वो किसे स्मरण करें? तो सबसे पहली बात यदि आप में शिष्यत्व है तो गुरु अपने आप प्रकट हो जाते हैं. जब तक गुरु प्रकट नहीं होते उस अज्ञात के प्रति प्रार्थना से भर जाइए जिसने आपके अन्दर शिष्य होने की पात्रता का बीज अंकुरित किया है और जो एक दिन आपका गुरु भी आपके सामने प्रकट कर देगा. और जिन्हें किसी गुरु की खोज नहीं उनके लिए उनकी इच्छा शक्ति और संकल्प ही उनका सच्चा और सबसे बड़ा मार्गदर्शक है.

तो सबसे पहले आज तक हम वज़न कम करने के जितने भी उपाय अपनाते आये हैं, उन्हें धन्यवाद दीजिये वे असफल हुए. यदि वे असफल ना हुए होते तो आप इस अंतिम उपाय को पूरी आशा के साथ नहीं अपनाते.

आपको यदि उपरोक्त बातों में कोई रूचि नहीं जागी और आप सीधे अंतिम उपाय को जान लेने के उत्सुक हैं तो मेरी करबद्ध प्रार्थना है आप अगला भाग न पढ़ें. क्योंकि फिर हमारे बीच वो तारतम्य नहीं बन सकेगा जिसकी वजह से आपका वज़न कम करने के लिए मेरे द्वारा बताया उपाय आप पर कार्य कर सके.

क्योंकि मैं हमेशा कहती हूँ – “हर युग में आध्यात्मिकता उसकी भौतिकता से जुड़ जाती है”. तो मेरे उपाय को ग्रहण करने के लिए हमें ब्रह्माण्ड की उस समान ऊर्जा तरंगों पर होना आवश्यक है जहां हमारी प्रार्थनाएं एकत्रित होकर इतनी घनीभूत हो जाए कि वो बात पैदा कर सके जिसे मैं कहती हूँ “जादू”.

और उपरोक्त बातों को जो लोग हृदय से अनुभव कर सके हैं वो वज़न कम करने के इस अंतिम उपाय को जानने के लिए नीचे दी गयी लिंक पर क्लिक करें. यह सब इतना विस्तृत, और आम चलताऊ उपायों से अलग इसलिए भी है क्योंकि आप यह वज़न सिर्फ अपनी देह से ही नहीं कम कर रहे, बल्कि बहुत बड़ी बड़ी उन चट्टानों को भी हटा रहे हैं जो आपकी आत्मा पर पड़ी हैं.

ध्यान ही जीवन : एक भी रुपया खर्च किये बिना कम कीजिये अपना वज़न

 

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