कहीं यह भगवा आतंक के झूठ को स्थापित करने का एक और षड्यंत्र तो नहीं?

कई लेखक, कलाकार, पत्रकार या सामजिक कार्यकर्ता हैं, जो कलर ब्लाइंडनेस की बीमारी से ग्रसित हैं. क्यों? क्योंकि इनको हर खून में सिर्फ और सिर्फ भगवा रंग दिखता है.

वैसे इन अंधों से कुछ एक सवाल है, सच सच बताना, क्या किसी हिन्दू के घर में लाठी भी मिलेगी? नहीं… बहुत हुआ तो मच्छरदानी का डंडा हो सकता है, वो भी फटे बांस का. क्या कोई जानवर को मारने का धारदार चाकू मिलेगा? नहीं… हां सब्जी काटने वाला मिलेगा वो भी प्लास्टिक हैंडल का सॉफ्ट.

क्या आज तक किसी भी मंदिर में किसी भी पंडित, पुजारी या पुरोहित को हिंसा का उपदेश देते सुना है? नहीं… बल्कि हर आरती और सत्संग के बाद विश्व शांति का पाठ जरूर होता है.

क्या कभी दुनिया के किसी भी कोने में जय श्री राम के नारे लगा कर बेक़सूर लोगों को मारते सुना है? नहीं, बिलकुल नहीं… उलटे अपने घर से, शहर से, राज्य से डर कर भागने का एक लंबा इतिहास है जो अफगानिस्तान से शुरू होकर पाकिस्तान और अब कश्मीर कैराना में हो चुका है.

इतिहास में सदियों से पिटते आ रहे, ऐसे अनेक प्रामाणिक तथ्यों के बावजूद, इनको अगर हिन्दुओं में आतंकवाद, साम्प्रदायिकता या फिर फासिस्ट होने की बात नजर आती है तो इनमें दृष्टि दोष भी है.

दूसरी तरफ दुनिया भर में बिना बात के बम फोड़ते, चाकू चलाते या फुटपाथ पर गाड़ी चढ़ाते, सीरिया से बंगाल और कश्मीर से केरल तक रोज हो रहे आतंक का रंग इन्हें दिखाई नहीं देता. इसलिए इनका कलर ब्लाइंडनेस तो और भी खतरनाक है, क्योंकि इन्हें हरा रंग जो हर जगह है वो दिखता नहीं और भगवा जो कहीं नहीं, वो सपने में भी दिखता है.

कल, ऐसे ही किसी कलर ब्लाइंड, एक नक्सल समर्थक और फर्जी कहानी गढ़ने में 6 महीने की सजायाफ्ता दोषी और न्यायालय से घोषित अपराधी की दक्षिण भारत में कांग्रेस शासित राज्य कर्नाटक में हत्या कर दी गई.

अब हत्या के तो कई कारण हो सकते हैं, व्यक्तिगत, आर्थिक, पारिवारिक. मगर ऐसी किसी हत्या के होते ही, अगर युवराज और उनकी पार्टी, और अन्य स्वनामधन्य विपक्षी, स्वतः संज्ञान लेते हुए इसे भी भगवा आस्था के नाम पर की गई हिंसा बता दें, तो खेल खतरनाक हो जाता है.

कहीं यह झूठे भगवा आतंक को स्थापित करने का एक और षड्यंत्र तो नहीं? वो कैसे? वो ऐसे कि देश अभी कर्नल पुरोहित की भयावह कहानी भूला नहीं है. और ऐसी अनगिनत कहानियां स्वतंत्र भारत के इतिहास के पन्नो में दफन है.

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