फिल्म गुलाल का यह गीत कई लोगों का पसंदीदा गीत है. है भी वीरश्री युक्त, सुनने वालों की मुट्ठियाँ भिंचनी ही चाहिए. इस गीत को कई लोगों ने अपने-अपने हिसाब से अपनाया है और कम से कम मुझे तो ये adaptations में ही मूल फिल्म से ज्यादा मज़ा आया है. तीन यहाँ दे रहा हूँ, पहला 300 की लड़ाई का है, दूसरा महाभारत के animation पर है और तीसरा Game of Thrones के Battle Of The Bastards पर है. एक से तीन यह मेरी पसंद है, आप की पसंद का क्रम अलग हो सकता है.
लेकिन यह लेख इस गीत पर नहीं, उसकी पहली पंक्ति को लेकर है. आरंभ हो प्रचंड!! 2019 की लड़ाई शुरू हो चुकी है उसका यह आगाज़ है. राम रहीम पर काफी बहस हुई. पता नहीं, जिनके जो भी मत थे, रख चुके. अब एक बात रख रहा हूँ जिस पर सोचें, विमर्श करें, आगे की रणनीति तय करें.
राम रहीम – काँग्रेस की तरफ से फेंका हुआ चैलेंज है. सभी नीति-अनीति के मुद्दों को बाहर रख कर केवल रणनीति की सोचें. नहीं तो कर्ण के रथचक्र निकाल कर, रथारूढ हो कर, धनुष उठाकर आप पर निशाना साधने तक इंतजार कीजिये. फंसा हुआ चक्र निकालने में उसकी मदद कीजिये और कृष्ण को भी मनाइये, चक्र निकालने में कर्ण की मदद करने.
कितने संदेश दिये हैं कॉंग्रेस ने इस एक कांड के द्वारा?
कहाँ-कहाँ गोले दागे हैं?
किसको और कहाँ-कहाँ नुकसान पहुंचाया है?
डैमेज कंट्रोल हमारी ज़िम्मेदारी नहीं होती लेकिन आप के कोई सुझाव है तो तथ्यों पर विमर्श का स्वागत रहेगा. और हाँ, यह भी सोचिए कि हम सब ने इस कांड पर जो भी मतप्रदर्शन किया वो मत मीडिया रिपोर्ट्स और कवरेज पर कितना आधारित था – और – क्या यह कॉंग्रेस द्वारा यशस्वी मीडिया मैनेजमेंट नहीं था ?
अब सोशल मीडिया में जो आप की प्रतिक्रियाएँ दर्ज हुई हैं उसका कॉंग्रेस क्या विश्लेषण करेगी? कैसे कदम उठाएगी? कौन कहता है कि लड़ाई में हमारा हिस्सा नहीं होता? कब हम लड़ लिए औरों के सिग्नल्स पर, हम तो समझे ही नहीं!
Sun Tzu का नाम सुन ही होगा – कहते हैं – ‘खून की एक बूंद भी गिराए बगैर जो जीत ले वही सच्चा सेनानी होता है’. इसमें यहाँ मैं जरा सा सुधार करूंगा – अपनों के खून की एक बूंद भी गिराए बगैर जो जीत ले वही सच्चा सेनानी होता है.
पंचकुला में खून बहा, वे कॉंग्रेस वाले तो थे नहीं. कॉंग्रेस का उस बहते खून में क्या योगदान था, यह आप सोचिए.
मूड में आना है तो गीत सुन लीजिये जिसका वादा लेख की शुरुआत में ही कर चुका हूँ. शब्दों पे ध्यान दीजिये, बीच में जो लगभग शांत क्षण है, उन पर ध्यान दीजिये. वही सोचने का अवसर है, और समझ लीजिये, समर में उतना ही अवसर मिलता है.
300 This is SPARTA!
Mahabharat Animation
https://www.youtube.com/watch?v=vw_3sibKtj4&t=23s
Game Of Thrones, Battle of The Bastards