काम करो या घर जाओ : मोदी के हण्टर की मार से 381 सरकारी अफसर घायल

नए भारत के निर्माण में सहभागी बनने के लिए सरकारी अफसरों को मोदी फार्मूले के हण्टर के अनुसार “काम करो या घर जाओ ” की मार झेलना पड़ रही है. पिछले तीन साल के काम काज का लेखा जोखा जांचने के बाद मोदी जी ने 381 केन्द्र सरकार के अफसरों को सजा सुना दी है.

इनमें कई आई ए एस अफसर हैं, कुछ आई पी एस अधिकारी, फारेस्ट के बड़े ऑफिसर और दूसरे अधिकारी शामिल हैं. कई लोग तो खुद ही स्वेच्छा से नौकरी छोड़ कर चल दिये, कुछ को बर्खास्त कर दिया गया. कुछ लोगों का डिमोशन करके नीचे की ग्रेड़ में भेजकर सेलेरी कम कर दी गई. भारत के इतिहास में यह पहली बार है कि इतने बड़े पैमाने पर काम चोर, आलसी और भ्रष्ट अफसरों पर एक साथ गाज गिरी है.

केन्द्र सरकार में ग्रुप A वर्ग के कुल 11 हजार 828 सरकारी अफसर हैं. ग्रुप B वर्ग में टोटल 19 हजार 714 अधिकारी कार्यरत हैं. ग्रुप A के ब्यूरोक्रेट्स में 2953 अफसरों में IAS, IPS और IoFS श्रेणी के अफसर हैं. शेष रेल्वे, टेलीफोन इन्कम टेक्स आदि के अधिकारी हैं.

ग्रुप A के 25 अफसरों पर मोदी जी के मूल्यांकन वाले हण्टर की मार से घायल होने के कारण प्रीमेच्युर रिटायरमेन्ट ले लिया और घर बैठ गए. इनमें आई ए एस और पुलिस के अफसर हैं. 99 अधिकारी वर्ग B के हैं जिनकी छुट्टी कर दी गई. कुल 37 ब्युरोक्रेट को बाकायदा नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया. जिसमें पांच बड़े IAS अधिकारी हैं. मजेदार बात यह है कि मोदी का हण्टर अफसरों पर पड़ने के डर से 21 अफसरों ने स्वेच्छा से नौकरी छोड़ने का आवेदन दे दिया.

मोदी जी के “काम करो नहीं तो घर जाओ” हण्टर की मार से 199 अफसर अभी तक गंभीर रूप से घायल हुए हैं. इसमें आठ IAS अफसर भी शामिल है, इनके कार्य की समीक्षा करने पर इन्हें कार्य क्षमता और सक्षमता की कसौटी पर ‘खरा’ नहीं पाया गया, इस कारण इनका या तो डिमोशन कर दिया गया या फिर उनके इन्क्रीमेन्ट रोक दिये गये.

कुछ अफसरों को दो दो तीन तीन वेतन वृद्धियां काटने की सजा दी गई. ज्यादातर इन बर्खास्त अफसरों में वह हैं जो भ्रष्टाचार के आरोपों में फंसे हैं जिन्होने अरबों खरबों का चूना सरकार को लगाकर पिछली सरकार में मौज मस्ती और मजे लूटे हैं. अब मोदी जी के राज में उनकी काली करतूतें उजागर हो रही हैं. मोदी जी अब इनकी बेनामी सम्पति जप्त करके जेल के सीखचों में भेजने की तैयारी कर रहे हैं.

Comments

comments

LEAVE A REPLY